Success Story : 7 दोस्तों ने 10 हजार इक्ट्ठा कर शुरू की थी ये कंपनी, आज हो गया 1.32 लाख का बिजनेस, साढ़े 3 लाख लोगों को मिला रोजगार
HR Breaking News, Digital Desk- कौन सोच सकता है कि 7 लोगों से मिलकर 10 हजार रुपये में शुरू की गई एक कंपनी आज 1.32 लाख करोड़ का बड़ा अम्पायर बन चुकी है. हम बात कर रहे हैं देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) की, जिसकी शुरुआत करीब चार दशक पहले हुई थी और तब से अब तक कंपनी ने कई मील के पत्थर गाड़े हैं और आज यह देश की सबसे सफल कंपनियों में से एक है.
बात 1981 की है, जब बैंगलूर में साथ काम करने वाले 7 युवा इंजीनियरों ने 10 हजार रुपये का फंड लगाकर इन्फोसिस की शुरुआत की थी. ये सभी साथी पाटनी कंप्यूटर सिस्टम में काम करते थे और उन्होंने आईटी सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर इस कंपनी की नींव डाली. इसके फाउंडर्स में एनआर नारायण मूर्ति, नंदन नीलेकणि, एनएस राघवन, एस गोपालकृष्णन, एसडी शिबूलाल, के दिनेश और अशोक अरोड़ा शामिल थे.
नारायण मूर्ति ने पत्नी से उधार लेकर शुरू की कंपनी-
इन्फोसिस के प्रमुख संस्थापकों में शामिल एनआर नारायण मूर्ति ने कंपनी शुरू करने के लिए पत्नी सुधा से पैसे उधार लिए थे. बेहद सीमित संसाधनों के साथ शुरू हुई यह कंपनी धीरे-धीरे देश की सबसे सफल आईटी कंपनियों में शामिल हो गई. पाटनी कंप्यूटर नाम की जिस कंपनी में इसके संस्थापक काम करते थे, उसे बाद में आईगेट कॉर्प ने खरीद लिया और साल 2011 में केपजेमिनी ने इसका अधिग्रहण कर लिया.
दूसरी ओर, बिना अनुभव वाली इन्फोसिस ने साल दर साल सफलता की सीढि़यां चढ़ना जारी रखा. 31 मार्च, 2022 तक कंपनी का बाजार पूंजीकरण 16.3 अरब डॉलर (करीब 1.32 लाख करोड़ रुपये) पहुंच गया, जबकि कंपनी के पास कुल कर्मचारियों की संख्या 3.14 लाख हो गई.
