KCC : अब किसानों को 1 लाख 60 हजार का लोन लेने के लिए नहीं देना पड़ेगा कोई कागज

KCC Loan: अगर आपको 1.60 लाख रुपये का केसीसी लोन चाहिए तो बैंक में कोई कागज देने की जरूरत नहीं होगी. बैंक खुद आपका कागज जुटाएगा. बस आपको इसके लिए ऑनलाइन अप्लाई करना होगा. उसके बाद लोन का पैसा आपके घर पर दिया जाएगा, बिल्कुल सेल्फ सर्विस मोड में.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

 

HR Breaking News (नई दिल्ली)।  किसान क्रेडिट कार्ड यानी कि KCC को लेकर एक बड़ा अपडेट आ रहा है. इस अपडेट को अभी हाल में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने जारी किया है. इसमें कहा गया है कि केसीसी लोन (KCC Loan) को पूरी तरह से डिजिटल किया जा रहा है ताकि किसानों को खेती-बाड़ी के लिए लोन आसानी से मिल सके. रिजर्व बैंक की तरफ से केसीसी लोन को डिजिटल बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट भी लॉन्च कर दिया गया है. यह प्रोजेक्ट देश के कई राज्यों में चल रहा है जहां से बेहद अच्छा फीडबैक मिला है. इस कामयाबी को देखते हुए आरबीआई केसीसी लोन के डिजिटाइजेशन को और भी कई क्षेत्रों में लागू करने का विचार कर रही है.

सबसे पहले जान लें कि केसीसी लोन का डिजिटाइजेशन क्या है. इसका सीधा मतलब हुआ कि आपको लोन के लिए बैंकों में कागज लेकर चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि आप जैसे ही लोन के लिए अप्लाई करेंगे, वह बैंक डिजिटल माध्यम से आपका डेटा जुटा लेगा. यहां तक कि कागजों के बारे में भी जानकारी हासिल हो जाएगी. इससे आपको बैंक में अलग से दस्तावेज जमा करने और उसके वेरिफिकेशन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. इससे आपका लोन बिना किसी रुकावट के कम समय में पास हो जाएगा. आरबीआई के मुताबिक इस नियम के अंतर्गत किसान 1.60 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी कागजी जरूरत के हासिल कर सकेंगे.

डिजिटल हुआ KCC Loan


जी हां. पूरे देश में तो नहीं, लेकिन जहां-जहां पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है, वहां केसीसी लोन डिजिटल हो गया है. इन राज्यों में मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र शामिल हैं. केसीसी लोन के डिजिटाइजेशन का रिजल्ट इन राज्यों से बेहद अच्छा मिल रहा है. इस प्रोजेक्ट की खास बात ये है कि केसीसी लोन का पैसा किसान के घर पर दिया जा रहा है. यह पूरी तरह से सेल्फ सर्विस है जहां आपको बैंक में बस लोन के लिए अप्लाई करना है और पैसा आपके घर पहुंच जाएगा. आपका कागज आदि जुटाना बैंक का काम होगा जिसमें डिजिटल तकनीक का सहारा लिया जाएगा.


डेयरी किसानों को भी फायदा


केसीसी लोन (KCC Loan) की तरह देश के डेयरी किसानों के लिए भी डिजिटल लोन का प्रावधान किया जा रहा है. इसके लिए भी पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. अभी यह गुजरात में चालू है. इसमें लोन की राशि का नियम ये रखा गया है कौन सा किसान गुजरात में अमूल को कितना दूध सप्लाई करता है. दूध की सप्लाई की डिटेल को देखते हुए किसानों को बिना किसी कागज के डेयरी लोन आसानी से दे दिया जाएगा. इन सभी तरह के डिजिटल लोन के लिए RBI एक खास तरह का रिजर्व बैंक इनोवेशन हब यानी कि RBIH बना रहा है जिसकी मदद से किसानों को बेहद कम समय में डिजिटल तरीके से लोन दे दिया जाएगा.

क्यों पड़ी डिजिटल लोन की जरूरत


दरअसल, अभी तक किसानों के साथ यही होता आया है कि उन्हें खेती-बाड़ी के लिए लोन की जरूरत हो तो बैंकों के कई चक्कर काटने होते हैं. पता नहीं कितने तरह के कागज मांगे जाते हैं. इसमें कई बार वे दलालों के चंगुल में भी फंस जाते हैं. इससे एक तो उन्हें देर से लोन मिलता है और उसका भी खर्चा बहुत अधिक हो जाता है. इससे खेती प्रभावित होती है.


दूसरी ओर, कई तरह के बड़े-बड़े लोन आजकल पूरी तरह से डिजिटल हो गए हैं. जैसे पर्सनल लोन जिसमें ग्राहक को कोई कागज नहीं देना होता. बस ग्राहक को लोन की मंजूरी देनी होती है और खाते में मिनट में पैसा आ जाता है. कुछ इसी तरह की सुविधा केसीसी लोन (KCC Loan) के लिए भी बनाई जा रही है ताकि किसान भी मिनटों में लोन ले सकें और खेती का काम तेज कर सकें. तभी केसीसी को डिजिटल किया जा रहा है. इस नई सुविधा में किसान को इंटरनेट के जरिये किसी बैंक में केसीसी के लिए लोन अप्लाई करना होगा. फिर उसे बिना किसी देरी के लिए लोन मिल जाएगा.