Rajasthan Me Baarish : आज राजस्थान के इन जिलों में खुल कर बरसेगा मेघ, जान लें कहां सूखा रहने वाला है मौसम

Rajasthan Weather Today : मौसम के मिजाज आज कल कुछ बदले हुए है। कई राज्यों में तो तय तारीख से पहले ही मॉनसून एंट्री ले चूका है। मौसम विभाग ने भी राजस्थान के कुछ जिलों में बारिश (Rajasthan Me Baarish) को लेकर अलर्ट जारी कर दिए है। यहां आज कई जिलों में झमाझम बारिश की संभावना जताई गई है। 

 

HR Breaking News, Digital Desk - मॉनसून एंट्री लें चूका है। तपती लू के थपेड़ों का असर तो फिलहाल कम हो ही गया है। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को बताया कि राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार सुबह 8:30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान हनुमानगढ़ के डूंगराना में 77 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो राज्य में सबसे अधिक है। कहा गया है कि पूर्वी राजस्थान (Rajasthan weather) के जयपुर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी और आने वाले दिनों में भरतपुर संभाग में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।

कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना


उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है। प्रवक्ता ने कहा कि जोधपुर संभाग और सीमावर्ती इलाकों में छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है। शेष हिस्सों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहने की संभावना (Rajasthan ka mausam) है।

 

 

आंध्र प्रदेश में बारिश का अनुमान


भारतीय मौसम विभाग (India meterological department) ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में 2 से 6 जुलाई तक पांच दिनों तक गरज के साथ बारिश होने का अनुमान लगाया है। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश (एनसीएपी), यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक की तेज़ हवाएं चलने का अनुमान है।


मौसम विभाग ने कहा, "दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2 जुलाई को राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में आगे बढ़ गया (monsoon acticity) है। इस प्रकार, यह 8 जुलाई की सामान्य तिथि के बजाय 2 जुलाई को पूरे देश को कवर कर चुका है।"

देशभर में मॉनसून की एंट्री


देश के मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने छह दिन पहले ही पूरे देश को कवर कर लिया (monsoon 2024 entry) है। आंध्र प्रदेश और यनम में निचले क्षोभमंडलीय दक्षिण-पश्चिमी और पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इस बीच, मौसम विभाग ने कहा कि आंध्र प्रदेश में जून के महीने में ‘बहुत अधिक’ बारिश हुई है। रायलसीमा के अनंतपुर, अन्नामय्या, चित्तूर, कुरनूल, नंदयाला, श्री सत्यसाई, तिरुपति और कडप्पा जिलों में ‘बहुत अधिक’ वर्षा हुई है।


6 दिन पहले पहुंचा मॉनसून


भारत के मौसम विज्ञान विभाग (weather deoartment report) ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने सामान्य तारीख से 6 दिन पहले पूरे देश को कवर कर लिया है। "दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मंगलवार को राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में आगे बढ़ गया है। इस प्रकार, इसने 8 जुलाई (पूरे भारत को कवर करने की सामान्य तिथि से छह दिन पहले) की तुलना में 2 जुलाई 2024 को पूरे देश को कवर कर लिया," 


इस साल के मॉनसून को लेकर जानकारी ये है कि केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में सामान्य से 2 और 6 दिन पहले 30 मई को पहुंचा। यह महाराष्ट्र तक सामान्य रूप से आगे बढ़ा, लेकिन गति खो दी, जिससे पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में बारिश का इंतजार बढ़ गया और उत्तर-पश्चिम भारत में भीषण गर्मी का असर और खराब हो (weather news) गया।

देश में इन दिनों कम हुई बारिश


मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार देश में 11 जून से 27 जून तक 16 दिन सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण जून में कुल मिलाकर सामान्य से कम बारिश हुई, इस महीने में 147.2 मिमी बारिश हुई, जबकि इस महीने में सामान्य बारिश 165.3 मिमी होती है, जो 2001 के बाद से सातवीं सबसे कम बारिश है।

अगर बारिश (rain alert) की बात करें तो देश में 4 महीने के मॉनसून सीजन (monsoon season) के दौरान दर्ज की गई कुल 87 सेमी बारिश में जून की बारिश का हिस्सा 15 प्रतिशत है। आईएमडी ने सोमवार को कहा कि भारत में जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है, भारी बारिश के कारण पश्चिमी हिमालयी राज्यों और देश के मध्य भागों में नदी घाटियों में बाढ़ आने की संभावना है।