Russia-Ukraine War से महाराष्ट्र के किसानों को फायदा, दूध पर प्रति लीटर मिलेंगे 3 रुपये ज्यादा 

Milk Price Hike रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का भले ही सभी क्षेत्रों पर बुरा असर पड़ रहा है, पर महाराष्ट्र के दूध उत्पादक किसानों को इस युद्ध ने अच्छे दिन ला दिए हैं. वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बटर और मिल्क पाउडर की कीमतें बढ़ी हैं, जबकि दूध उत्पादकता में गिरावट दूध किसानों के लिए अच्छे दिन लेकर आई है।
 
 

Story Highlights

दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए अच्छे दिन के संकेत
दूध की खरीद मूल्य 30 से बढ़कर 33 रुपये हुआ 

HR Breaking News, नई दिल्ली, रूस-यूक्रेन के बीच तनाव से महाराष्ट्र के किसानों को फायदा हुआ है. दरअसल, वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बटर और दूध पाउडर की कीमतें बढ़ी हैं, दूध उत्पादकता में गिरावट दूध किसानों के लिए अच्छे दिन लेकर आई है. वहीं, दूध खरीदने वाले आम उपभोक्ताओं को प्रति लीटर दूध के लिए 2 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे। 

 


 

महाराष्ट्र में दूध का खरीद मूल्य 30 रुपये से बढ़ाकर 33 रुपये हो गया है. इस संबंध में सहकारी एवं निजी दुग्ध व्यापारियों की बैठक में निर्णय लिया गया है.दूध की आपूर्ति घटने के कारण पुणे में निजी और सहकारीता दूध व्यापारियों ने एक साथ आकर किसानों को दूध के दाम में 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है,

इसलिए किसानों को अब 30 रुपये की जगह 33 रुपये  लीटर की कीमत मिलेगी. दूध की खरीद बढ़ाते हुए बिक्री मूल्य में 2 रुपये प्रति लीटर की की गई है. इसका असर आम उपभोक्ताओं पर पड़ेगा.

 

किसानों के लिए दूध का व्यापार करना हो गया था मुश्किल 


यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के मद्देनजर, दूध पाउडर और बटर की बढ़ती कीमतें, बढ़ती मांग और कम उत्पादन, पशु चारा बढ़ाना, ईंधन की कीमतें किसानों के लिए दूध का व्यापार करना मुश्किल बन गया था. इसी को देखते हुए दुग्ध उत्पादक एवं प्रक्रिया कल्याण संघ ने दूध के क्रय मूल्य में 3 रुपये की वृद्धि करने का फायदा होगा, पर दूध खरीदने के लिये उपभोक्ताओं को 2 रुपये ज्यादा देने होंगे.

यह भी जानिए

महाराष्ट्र में दुग्ध उत्पादकों एवं प्रक्रिया कल्याण संघ की सहकारी एवं निजी दुग्ध व्यवसायियों की बैठक पुणे के कातरज दूध संघ में आयोजित की गई. बारामती में रियल डेयरी के मालिक मनोज तुपे ने कहा कि बैठक में गाय के दूध की कीमत 30 रुपये से बढ़ाकर 33 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध की कीमत 50 रुपये से 52 रुपये प्रति लीटर करने का निर्णय लिया गया.

यह भी जानिए

दूध किसान खुश लेकिन कर रहे ज्यादा की उम्मीद 


सहकारी दूध संघ और निजी दुग्ध उत्पादकों द्वारा लिए गए निर्णय का किसानों ने भी स्वागत किया है. पिछले दो साल में कोरोना महामारी के चलते डेयरी कारोबार ठप हो गया था. कोरोना संकट के कारण बाजार बंद थे, जिससे दूध की बिक्री में गिरावट आई है.

किसानों को 18 से 20 रुपये प्रति लीटर ही दाम मिल रहा था. कोरोना के केस कम होने के बाद जब बाजार खुले तो दूध की कीमत 27-30 रुपये प्रति लीटर हो गई थी. दूध की खरीद पर प्रति लीटर 3 रुपए बढ़ने के बावजूद किसान पशुओं के लिए चारे और दवाओं के दाम बढ़ने से दूध के लिए 40 रुपये प्रति लीटर की दर से उम्मीद कर रहे हैं.