खरीफ की खराब फसल के बिमा क्लेम की मांग को लेकर लघु सचिवालय का घेराव करेंगे किसान, क्लेम में गड़बड़ी का आरोप, 10 हजार करोड़ का घोटाला

2020 में खरीफ सीजन में खराब हुई फसलों के उचित बीमा क्लेम व मुआवजे के लिए पिछले 105 दिनों से संघर्ष कर रहे किसान आज लघु सचिवालय का घेराव करेंगे। उपायुक्त के साथ हुई मीटिंग में सहमति नहीं बनने के कारण किसान संगठनों ने 24 अगस्त को लघु सचिवालय का घेराव करने की चेतावनी दी
 

2020 में खरीफ सीजन में खराब हुई फसलों के उचित बीमा क्लेम व मुआवजे के लिए पिछले 105 दिनों से संघर्ष कर रहे किसान आज लघु सचिवालय का घेराव करेंगे। उपायुक्त के साथ हुई मीटिंग में सहमति नहीं बनने के कारण किसान संगठनों ने 24 अगस्त को लघु सचिवालय का घेराव करने की चेतावनी दी थी। इसके साथ ही किसानों ने आरोप लगाया है कि बीमा कम्पनी ने किसानों को उचित क्लेम न देकर 10 हजार करोड़ का घोटाला किया है। आज लघु सचिवालय के सामने होने वाले विरोध प्रदर्शन में हजारों की संख्या में किसान शामिल होंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा बाड्डो पट्टी टोल के प्रधान श्रद्धानन्द राजली और राजू भगत ने संयुक्त रूप से ब्यान जारी किया कि बीमा कंपनी द्वारा 2020 में जलभराव, सूखे व सफेद मक्खी से बर्बाद हुई फसलों में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का गबन सरकारी गिरदावरी के अनुसार किया है। जिन गांवों में खुद डीसी ने खराब फसल का जायजा लिया उस सरकारी रिपोर्ट में नुकसान 75% तब बताया है जबकि कम्पनी ने किसानों सिर्फ 2 से 13% नुकसान का क्लेम दिया है। किसानों को क्लेम 30 हजार रुपये मिलना चाहिए था, लेकिन मिला सिर्फ 100 से 2000 रुपए है।

किसान नेताओं ने कहा कि खरीफ 2020 का 284 करोड़ रुपए बिना बीमा वाले किसानों का मुआवजा बाकी है। हिसार प्रशासन सिर्फ किसानों को कागज दिखा रहा है लेकिन आजतक मिला एक पैसा भी नहीं है। इसके विरोध में किसान बीते 105 दिनों से लघुसचिवालय के आगे प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के अनुसार उन्होंने प्रशासन को सीधी चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वह लघुसचिवालय का घेराव करेंगे।