UP Me Barish : उत्तर प्रदेश में मानसून का चक्रवाती सिस्टम हुआ ऐक्टिव, इस दिन से 5 दिन तक होगी झमाझम बारिश

UP Weather Updates :यूपी में मौसम में एक बार फिर परिवर्तन देखने को मिल रहा है। अब हाल ही में यूपी में मानसून का चक्रवाती सिस्टम एक बार फिर ऐक्टिव हो गया है।  मौसम विभाग का कहना है कि यपूी के कई जिलों में अगले 5 दिनों तक झमाझम बारिश (UP Me Barish )को लेकर पूर्वानुमान जताया गया है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि यूपी के किन हिस्सों में  झमाझम बारिश को लेकर पूर्वानुमान जताए गए हैं।

 

HR Breaking News (UP Weather Updates) यूपी में मानसून का मिजाज बदल गया है। बीते कुछ दिनों से यहां पर लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन आज 29 जुलाई को एक बार फिर मौसम बदल गया है।

 

 

मौसम विभाग का कहना है कि यूपी (UP Weather Updates) के कई इलाकों में 5 दिन तक मूसलाधार बारिश को लेकर पूर्वानुमान जताया गया है। आइए खबर में जानते हैं कि यूपी में किस 5 दिन तक झमाझम बारिश के आसार जताए गए हैं।

पूर्वी यूपी में एक्टिव हुआ मानसून


दरअसल, बता दें कि पूर्वी यूपी में चक्रवाती सिस्टम (Cyclonic system in Uttar Pradesh)एक्टिव हो गया है, जिसके चलते बीते दिनों दिनभर बादल हल्के बरसते रहे।  मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों तक झमाझम बारिश होते रहने की संभावना है।

वैसे तो अभी मध्य प्रदेश में बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर हो गया है। जिसकी वजह से आज 29 जुलाई को बारिश की तीव्रता में कमी रहेगी। वहीं, आईएमडी के मुताबिक कल 30 जुलाई और 31 जुलाई को पूर्वी यूपी के अधिकांश हिस्सों में झमाझम बारिश देखने को मिलने वाली है। 

अब तक कितनी बारिश हुई रिकॉर्ड


संभावना है कि अगले पांच दिनों में जिले में कम से कम 00 मिलीमीटर बारिश (UP Weather Updates )और हो सकती है। हालांकि बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन पूरे शहर में चौतरफा जलभराव हो गया है, जिससे लोगों को काफी दिक्कत का भी सामना करना पड़ा है।

बीते दिनों भी जिले में 74.2 मिली मीटर बारिश  (UP Rain Alert)रिकॉर्ड की गई। अब तक यह इस महीने की सबसे अधिक बारिश रही है। इस सीजन में सोमवार को पहली बार बादलों ने भारी बारिश की है। इसके अलावा इस महीने अब तक हुई बारिश में 60 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

इन इलाकों में लगी रहेगी बादलों की आवाजाही


वैसे तो उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र दो दिन से बना हुआ था। इसके साथ ही प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर से पटना होते हुए एक ट्रफ लाइन भी बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही थी। इस दोनों कारणों के चलते चक्रवाती सिस्टम को मजबूती मिल गई है।

वहीं, पूर्वी यूपी (UP Ka Mausam) में गोरखपुर, महराजगंज से लगायत वाराणसी, प्रयागराज समेत बड़े हिस्से में आसमान बादलों की आवाजाही लगी रही। बीते दिनों भी यूपी के कई जिलों में ही रिमझिम बारिश शुरू हुई। इस दौरान 32 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। जबकि शाम ति 74.2 मिलीमीटर बारिश हुई। 

जुलाई में इतनी हुई बारिश


जुलाई का महीना एक मानसूनी (UP Monsson Updates)महीना है। बता दें कि यूपी में गोरखपुर में जुलाई महीने में 408.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई और शहरी क्षेत्र में 353.4 मिलीमीटर बारिश हुई।

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया था कि बीते दिनों 28 जुलाई तक जिले में 378.6 मिमी और शहर में 293.8 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।  

28 जुलाई को सुबह के समय में जिले की औसत बारिश 130.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। जो कि सामान्य से तकरीबन 65 प्रतिशत से कम रहीं। वहीं शहरी क्षेत्र में 157 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जो कि सामान्य से करीब 46 प्रतिशत कम है।

कितना गिरा दिन का पारा


बीते दिनों हुई बारिश (UP Rain Forecast) के चलते गोरखपुर में दिन के तापमान में काफी गिरावट आई है। बीते 24 घंटे में दिन के समय में पारा 4.3 डिग्री सेल्सियस रहा है और दिन का अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।

देखा जाए तो यह सामान्य (UP WEather Temprature) से 3.4 डिग्री सेल्सियस कम है। वहीं, रात के न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। यह पारा गिरकर 25.9 डिग्री सेल्सियस रहा है।

राप्ती ओर सरयू का बढ़ा जलस्तर


इसके साथ ही राप्ती और सरयू नदियों के जलस्तर में बढ़ौतरी (water level of Saryu river) हुई है। बीते रविवार से कल सोमवार की शाम तक राप्ती नदी का पानी 18 सेमी बढ़ चुका है तो 15 सेमी का बढ़ाव सरयू नदी में दर्ज किया गया है।

सिंचाई विभाग (Irrigation Department) के आंकड़ों के मुताबिक बीते दिनों सोमवार को बर्डघाट में राप्ती का जलस्तर 18 सेंटीमीटर के बढ़ाव पर रहा है। बता दें कि यहां पर नदी खतरे के निशान से तकरीबन 5.09 मीटर नीचे है। वहीं, तुर्तीपार में लगे मीटर गेज पर सरयू नदी में बढ़ाव रिकॉर्ड किया गया है।