माइक्रो-इरीगेशन प्रणाली पर किसानों को दिया जा रहा 85 प्रतिशत तक का अनुदान : उपायुक्त
एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार। राज्य सरकार द्वारा माइक्रो-इरीगेशन प्रणाली पर किसानों को 85 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है। किसान इस प्रणाली को अपनाकर कम पानी की लागत से अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ प्रिंयका सोनी ने बताया कि जिले के लगभग 1400 से अधिक किसानों ने इस प्रणाली को अपनाने के लिए आवेदन किया है, जिनका कुल रकबा 16 हजार एकड़ बनता है। वर्तमान में जिले की 6 हजार एकड़ भूमि पर सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के तहत सिंचाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि दिन-प्रतिदिन घटते जा रहे भू-जल स्तर के दृष्टिगत यह किसानों के लिए सिंचाई की सर्वोत्तम विधि है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इस विधि के बारे में किसानों को जागरूक करने तथा अधिक से अधिक कृषि क्षेत्र को जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के अनेक लाभ हैं, जिनमें कम पानी में अधिक सिंचाई, पौधों की आवश्यकता के अनुसार पानी की पूर्ति, खरपतवार का कम होना तथा समय व श्रम की बचत होती है।
उपायुक्त ने बताया कि किसान सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को अपनाकर सिंचित जल की बचत कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिले के जिन गांवों का भू-जल स्तर 30 मीटर से अधिक गहरा है, उन गांवों में किसानों को इस विधि के बारे में जागरूक करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।