wheat price : गेहूं की कीमतों में बंपर उछाल, हाथों हाथ बिक गया 3,99,940 टन गेहूं

Latest Wheat Price : गेहूं की कीमतों में पिछले कुछ समय से बंपर उछाल देखा गया है, प्रति क्विंटल गेहूं के दामों (wheat rate today) का आंकड़ा वाकई चौंकाने वाला है। इसके बावजूद गेहूं की खरीद फरोख्त भी तेजी पर है। इस समय गेहूं की नीलामी की सरकार की ओर से की जा रही है, जिसके तहत लाखों टन गेहूं की बिक्री तो हाथों-हाथ हुई है। गेहूं की बिक्री का यह आंकड़ा दर्शा रहा है कि गेहूं की डिमांड अब भी काफी ज्यादा है, जिसका असर गेहूं के रेट (wheat price hike) पर जल्द ही देखने को मिल सकता है।

 

HR Breaking News - (Wheat price today)। फरवरी माह के अंत में अनेक लोगों को गेहूं के दाम गिरने की उम्मीद थी, लेकिन हुआ ठीक इसके विपरीत है। गेहूं का भाव (gehu ka bhav) हर दिन रिकॉर्ड कायम करता जा रहा है, जबकि नए गेहूं की आवक भी नजदीक है, इसके बावजूद दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।

इस समय अचानक गेहूं के भाव व बिक्री में बंपर उछाल देखने को मिला है। साथ ही गेहूं की मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है। गेहूं की बढ़ती मांग के चलते एक ही दिन में 3,99,940 टन (Wheat selling Stock) गेहूं हाथों-हाथ बिक गया। गेहूं की तेजी से बढ़ती मांग और बढ़ी हुई कीमतों ने सभी को चौंका दिया है। 

 

 

भारतीय खाद्य निगम ने किया यह बदलाव -


भारतीय खाद्य निगम (Food Corporation of India) एक सरकारी एजेंसी है जो किसानों से अनाज खरीदने और उसे बाजार में बेचने का काम करती है। यह बाजार में खाद्यान्न की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए एक खास योजना के तहत नीलामी करती है। इसके जरिए गेहूं और चावल को खरीदारों के बीच बेचा जाता है।

इस प्रक्रिया में ई-नीलामी (E-Auction for wheat selling) का उपयोग किया जाता है, जिससे उचित मूल्य पर अनाज की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। हाल ही में सरकार ने गेहूं की बिक्री को बढ़ाकर 4 लाख टन कर दिया है, ताकि अधिक मात्रा में अनाज बाजार में आए। हालांकि, नीलामी के बावजूद गेहूं की कीमतों में वृद्धि (wheat rate hike) हो रही है और उसे अधिक कीमत पर बेचा जा रहा है। हाल में एक नीलामी में अधिकतर गेहूं बिक गया, जिससे कीमतों में और बढ़ौतरी हो रही है।


गेहूं की कीमत बढ़ने के कारण -


प्रोसेसर्स को गेहूं की अधिक मात्रा उठाने की अनुमति मिलने से कीमतों में बढ़ौतरी हो रही है। अब वे अपनी जरूरत अनुसार अधिक गेहूं खरीदने की ओर रुझान दिखा रहे हैं। हाल ही में 3 लाख टन गेहूं की नीलामी (Wheat E-Auction stock) हुई, जिसमें से लगभग 2,93,115  टन गेहूं बिक गया।

पहले प्रति नीलामी 152 टन गेहूं खरीदने की सीमा थी, जिसे बढ़ाकर 400 टन कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में भारतीय खाद्य निगम द्वारा हुई ई-नीलामी (wheat price in UP ) में गेहूं की कीमत 3,160 रुपये प्रति क्विंटल रही, जबकि न्यूनतम बोली इससे कम थी, जो 2,960 रुपये प्रति क्विंटल रही। यह बदलाव गेहूं के दामों में वृद्धि का कारण बन रहा है।

नीलामी में लगी इतनी बोली - 


नीलामी में 169 खरीदारों ने 3,010 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा गेहूं की बोली लगाई, जबकि 30 प्रोसेसर्स ने 3,003 रुपये से कम की बोली लगाई। व्यापारियों का मानना है कि गेहूं की कीमतों में वृद्धि (gehu ka bhav) अफवाहों के कारण हो रही है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में खरीद शुरू होने के बाद सरकार मार्च से ओपन मार्केट सेल स्कीम (Open Market Sell Scheme) के तहत गेहूं की नीलामी बंद कर सकती है। हालांकि इस बारे में कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकती है। इसके साथ ही, फरवरी और मार्च के तापमान को लेकर व्यापारी आशंकित हैं, क्योंकि इससे नई फसल के उत्पादन पर विपरीत असर पड़ सकता है।

इस राज्य में गेहूं की आवक शुरू -


मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में नई फसल का आगमन धीरे-धीरे मंडियों (mandi bhav) में शुरू हो गया है। उज्जैन की बाजारों में विभिन्न किस्मों के अनाज की आपूर्ति हुई, जिसकी मात्रा करीब 343 टन (MP wheat E-auction Stock) थी और कीमतें 2906 से 3103 रुपये के बीच रही। रतलाम में भी नई फसल का व्यापार हुआ, जहां प्रति क्विंटल गेहूं की कीमतें 3010 से 3610 रुपये तक पहुंचीं। एक दिन में कुल 1102 टन अनाज का आदान-प्रदान हुआ। यह संकेत देता है कि आगामी दिनों में और फसल की आवक होने की संभावना है, जिससे बाजार में आपूर्ति बढ़ सकती है। इसका असर गेहूं के दामों (MP wheat price) पर सीधे तौर पर पड़ सकता है।


प्रोसेसिंग यूनिट वाले अब नीलामी पर निर्भर -


छिंदवाड़ा की मंडियों (mandi news) में नई फसल आनी शुरू हो गई है और लगभग 131 टन गेहूं की आवक हुई है। वहां की कीमतें 3035 से 3199 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रही हैं। विशेषज्ञों ने बताया है कि नई फसल की आपूर्ति कम है, जिसके कारण सामान्य किस्म के गेहूं की कीमतें 3,010 से लेकर 3,309 रुपये (gehu ka taja bhav) प्रति क्विंटल तक पहुंच रही हैं। सप्लाई की कमी के कारण कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। कई मिलर्स अब अपनी प्रोसेसिंग यूनिट्स को चलाने के लिए पूरी तरह से सरकारी नीलामी पर निर्भर हो गए हैं।


किस राज्य में हुई कितनी गेहूं की नीलामी- 

पंजाब  में 62,003 टन की नीलामी हुई है 
उत्तर प्रदेश में नीलामी का स्टॉक 58,003 टन (wheat auction in UP) रहा। 
हरियाणा में 36,005 टन की नीलामी (wheat auction in haryana) हुई। 
राजस्थान में निलामी का स्टॉक पंजाब के नीलामी स्टॉक से लगभग आधा है, जोकि 33,503 टन है। 
मध्य प्रदेश में केवल 25,004 टन की नीलामी (wheat auction in MP) हुई है।
बिहार में 24,005 टन गेहूं की नीलामी हुई है।
पश्चिम बंगाल में कुल 23,954 टन गेहूं की नीलामी हुई है।

इन राज्यों में यह है गेहूं का रेट -


हाल ही के गेहूं बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालें तो कर्नाटक में 11,002 टन गेहूं 3,022 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत पर बिका। राजस्थान में 3,030 रुपये प्रति क्विंटल की बोली लगी। पश्चिम बंगाल में गेहूं की कीमत 2,838 रुपये (gehu ki kimat) प्रति क्विंटल रही, जबकि बिहार में यह 2,805 रुपये प्रति क्विंटल रही। हरियाणा में गेहूं 3,336 रुपये (Haryana Wheat price) प्रति क्विंटल की दर से बिका। दिल्ली में इसकी कीमत 2,873 रुपये (wheat rate delhi) प्रति क्विंटल रही और पंजाब में 2,612 रुपये प्रति क्विंटल की बोली लगी। विभिन्न राज्यों में गेहूं की कीमतें अलग-अलग रही, जो स्थानीय आपूर्ति और मांग पर निर्भर थीं।