Car Features : कार में क्यों होता है ये फीचर, ड्राइविंग में सबसे बड़ा रोल
HR Breaking News : नई दिल्ली : अगर आपके पास भी कार है तो आपको अपनी कार के बारे में ये सभी बातें पता होना जरूरी है। कार के शीशे के पिछे लाल रगं की लाइन क्यों होती है। हालांकि, यह लाइनें कुछ कारों में होती हैं और कुछ कारों में नहीं भी होती हैं. जिन कारों में यह लाइनें होती हैं
क्या उन्हें देखकर आपके मन में कभी यह सवाल आया है कि आखिर इन लाइनों को क्यों दिया जाता है, या इन्हें देने के पीछे का कारण क्या है और आखिर इन लाइनों को दिया जाता है तो यह लाइनें करती क्या है? इससे पहले कि हम इन सब सवालों का जवाब दें, हम आपसे एक सवाल पूछते हैं, जिसका जवाब आपको सोचना है.
ये भी जानें : Tata Nexon, Safari, Punch इन 3 कारों ने सभी को छोड़ा पिछे, बनी नंबर 1
सोचिए कि गाड़ी को सुरक्षित ढंग से चलाने के लिए किन-किन चीजों का ख्याल रखना चाहिए. जब आप यह सोचेंगे तो तमाम बातें जहन में आएंगी और इनमें से एक बात यह भी होती कि सुरक्षित तरीके से कार चलाने के लिए आपको यह पता होना चाहिए कि आपकी कार के आसपास और कौन-कौन से वाहन चल रहे हैं. इसके लिए आप ओआरवीएम या आईआरवीएम की इस्तेमाल करते हैं, जिनसे साइड और पीछे देखते हैं. कार के ठीक पीछे देखने के लिए आईआरवीएम की जरूरत होती है. आईआरवीएम आपको रियर ग्लास के जरिए पीछे दिखने में मदद करता है.
ये भी पढ़ें : Tata अपनी कारों पर दे रही 60 हजार रुपये का डिस्काउंट, मौका न चुके
इसी visibility को बनाए रखने के लिए पीछे वाले ग्लास पर रेड लाइन दी जाती है. इन्हें डिफॉगर ग्रिड लाइन या डिफॉस्टर ग्रिड लाइन कहते हैं. सर्दियों में या बरसात में जब कार के शीशों पर फॉग जम जाता है तो visibility कम हो जाती है, जिससे हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है. इसीलिए, कुछ कारों में रियर डिफॉगर फीचर दिया जाता है, जिससे पीछे वाले शीशे से फॉग को खत्म किया जा सके. यह फीचर्स डिफॉगर/डिफॉस्टर ग्रिड लाइनों की मदद से फॉग को रिमूव कर देता है और शीशा साफ हो जाता है. जब आप रियर डिफॉगर ऑन करते हैं तो यह लाइनें गर्म होती है और फॉग को हटा देती हैं.