Car Service Tips : अपनी कार की सर्विस कराते वक्त इन 5 बातों का रखें ध्यान, कोई नहीं लगा पाएगा चूना

Car Service Tips : भारत में बड़ी संख्‍या में लोग कार का उपयोग करते हैं। लेकिन ज्‍यादातर लोग इस बात से परेशान रहते हैं कि उनकी कार में कोई परेशानी है। कार में कुछ खास बातों का ध्‍यान रखते हुए सर्विस करवाई जाए तो फिर कई परेशानियों को सर्विस के दौरान ही दूर किया जा सकता है। कार की रेगुलर सर्विस के दौरान किन बातों का ध्‍यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं।

 

HR Breaking News (ब्यूरो)। कार को अच्छे से चलाने  के लिए उसकी रेगुलर सर्विसिंग करवाना बहुत जरूरी है। रेगुलर सर्विसि (regular service) कराने से कार की उम्र बढ़ती है और उसका माइलेज भी अच्छा रहता है। साथ ही इससे कार में होने वाली खराबी का पहले ही पता चल जाता है, जिससे बड़े नुकसान से बचा जा सकता है। कार की सर्विसिंग (car servicing) कराते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, नहीं तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आइए आपको इस बारे में बताते हैं। 


1। सर्विसिंग का समय


कार की सर्विस कंपनी द्वारा बताए गए समय पर ही करवानी चाहिए। आमतौर पर, हर 6 महीने या 10,000 किलोमीटर पर सर्विसिंग करवाने की सलाह दी जाती है।
 

2। सर्विसिंग से पहले


कार की सर्विस से पहले कार में मौजूद सभी जरूरी सामान निकाल लें। कार के इंजन ऑयल, एयर फिल्टर, और कूलेंट लेवल की जांच कर लें। कार के स्पार्क प्लग और ब्रेक्स को भी देखें कि वो ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। अगर आपको कोई खराबी महसूस हो रही है, तो उसे सर्विस सेंटर के मैकेनिक को जरूर बताएं। 
 

3। लिस्ट बनाएं


आपको अपनी कार के बारे में यह मालूम होगा कि उसमें क्या खराबी है या किस पार्ट में दिक्कत आ रही है। इसलिए सर्विस कराने से पहले ही आप उन कामों की लिस्ट बना लें, जो आपको जरूरी लगते हैं। क्योंकि कई बार सर्विस सेंटर पर मैकेनिक आपको कुछ ऐसे काम भी बता सकता है, जिनकी जरूरत नहीं होती या कम होती है। इससे आपके पैसे बच सकते हैं। 
 

4। सर्विसिंग के दौरान


सर्विस सेंटर में मैकेनिक से पूछें कि वे कौन-कौन से काम करने जा रहा है। अगर वो कोई भी ऐसा काम करने की बात कहते हैं जिसके बारे में आपको जानकारी नहीं है तो उसके बारे में जरूर पूछें। अगर आपको लगता है कि कोई भी काम जरूरी नहीं है, तो आप उसे मना कर सकते हैं। 


5। सर्विसिंग के बाद


सर्विसिंग के बाद, मैकेनिक से बिल लें। बिल में किए गए सभी कामों की सूची और उनके दाम होते हैं। सर्विसिंग के बाद कार की टेस्ट ड्राइव जरूर करें और देखें कि सब कुछ ठीक है या नहीं। अगर आपकी कार नई है तो उसकी निर्माता द्वारा अधिकृत सर्विस सेंटर से ही सर्विस करवाएं। आप हमेशा कंपनी द्वारा सुझाए गए स्पेयर पार्ट्स का ही इस्तेमाल करें।