UP में 5,801 करोड़ रुपये से बिछाई जाएगी 11.165 किलोमीटर लंबी नई मेट्रो लाइन

UP News : यूपी में जहां एक ओर कई नए नए एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। वहीं दूसरी ओर योगी सरकार नए मेट्रो लाइनों को भी बिछा रही है। अब यूपी में एक और नई मेट्रो लाइन (New metro line) का बिछाया जाने वाला है। इस मेट्रो लाइन की लंबाई 11.165 किलोमीटर तक की रहने वाली है। इसके लिए सरकार पर 5,801 करोड़ रुपये तक की लागत आने वाली है।

 

HR Breaking News (Lucknow metro)। हाल ही में योगी सरकार ने यूपी में एक नई मेट्रो लाइन को बिछाने की तैयारी करनी शुरू कर दी है। इस मेट्रो लाइन के बनने की वजह से यहां के लोगों को रोजगार के भी नए नए मौके मिलने वाले हैं।

 

 

इस मेट्रो लाइन (Lucknow metro news) को बिछाने में कुल 5,801 करोड़ रुपये तक की लागत आने वाली है। इसकी वजह से यहां के लोगों को फायदा हो सकता है। आइए जाने है इस मई मेट्रो लाइन के बारे में पूरी जानकारी। 

लखनऊ मेट्रो का होगा विस्तार


राजधानी लखनऊ की घनी आबादी और व्यस्त बाजार वाले अमीनाबाद से लेकर चौक जैसे इलाकों में अब आना-जाना काफी ज्यादा आसान होने वाला है। अहम समय में ट्रैफिक जाम से मुक्ति भी मिलने के आसार है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लखनऊ मेट्रो (new route of lucknow metro) के चरण-1बी को मंजूरी दे दी है। 11.165 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर के निर्माण पर लगभग 5,801 करोड़ रुपये की लागत आने वाली है। नए खंड के जुड़ने के बाद लखनऊ मेट्रो का विस्तार 34 किलोमीटर तक हो जाएगा।


बैठक में हुआ ये फैसला


हाल ही में एक केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी, जिसकी अधियक्षता प्रधान मंत्री द्वारा की गई थी। इसमें बताया गया था कि लखनऊ मेट्रो के विस्तार के लिए एकमुश्त योजना को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। नए कॉरिडोर (New Metro Corridor) में कुल 12 स्टेशन रहने वाला है।

इसमें सात भूमिगत और पांच एलिवेटेड स्टेशनों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह मेट्रो (budget of lucknow metro) विस्तार लखनऊ की परंपरा और आधुनिक शहर की झांकी को देश और दुनिया के पर्यटकों के सामने पेश करने वाला है।


मेट्रो कॉरिडोर की वजह से शहर में आएगी मजबूती


केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह मेट्रो कॉरिडोर (Metro Corridor) शहर के मौजूदा मेट्रो नेटवर्क को मजबूत करके सघन आबादी को भी परिवहन की सुविधा देने वाली है। जहां पर अभी दिन के समय में जाना किसी चुनौती से कम नहीं होता।

मेट्रो (Metro line in UP) के आने से शहर के पुराने इलाके भी तेज परिवहन सेवाओं से लैस होने वाली है। यहां से आवागमन आसान होने वाला है। वहीं पुराने शहर के जिन क्षेत्रों से मेट्रो गुजरेगी, उनमें अमीनाबाद, यहियागंज, पांडेय गंज और चौक जैसे व्यावसायिक केंद्र को शामिल किया गया है।


आवागमन होगा सुगम


स्वास्थ्य सेवाओं और परिवहन की दृष्टि से पिछड़े, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (King George Medical University) और शहर के प्रमुख पर्यटक आकर्षण इमामबाड़ा, भूल-भुलैया, छोटा इमामबाड़ा, घंटाघर और रुमी दरवाजा जैसे इलाकों को भी यह कॉरिडोर मेट्रो नेटवर्क (Corridor Metro Network) से जोड़ेगा।

इन इलाके घूमने के साथ खाने पीने के लिए भी देश विदेश में ख्याति रखते हैं। इसकी वजह से सार्वजनिक परिवहन को भी बढ़ौतरी मिलने वाली है। वहीं अत्यधिक भीड़ वाले इलाके में आवागमन सुगम होने वाला है।


यहां से यहां तक दौड़ेगी मेट्रो


छह महीने में टेंडर कर इसका काम शुरू किया जाने वाला है। वहीं पिछले साल मार्च में ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर (East West Corridor) की डीपीआर को राज्य सरकार ने अनुमोदित कर दिया था। फिर जुलाई में परियोजना को नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) से और इस वर्ष मई में डीपीआर को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (PIB News) की मंजूरी मिल गई थी। अब केंद्रीय कैबिनेट की अनुमति से इसकी राह आसान होने वाली है।


जमीन के नीचे बनेंगे स्टेशन

लखनऊ में जाम को कम करने के लिए जमीन के नीचे मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इसमें चारबाग, गौतमबुद्ध मार्ग (Gautam Buddha Marg), अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा, चौक शामिल हैं। इन जगहों पर मेट्रो स्टेशनों को डेवलेप किया जाएगा। ये सभी मेट्रो स्टेशन हाईटेक सुविधाओं से लैस होंगे। 

एलिवेटेड स्टेशन का होगा निर्माण


लखनऊ में ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग और बसंतकुंज एलिवेटेड स्टेशन का निर्माण होने वाला है।