UP में 1050 करोड़ रुपये से बनेंगे 4 नए एक्सप्रेसवे, इन जिलों को होगा लाभ
HR Breaking News - (UP Budget 2025) सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए योगी सरकार नए कदम उठा रही है। सरकार की इस पहल के तहत प्रदेश में एक्सप्रेसवेज की कनेक्टिविटी और बेहतर की जाने के आसार है। योगी सरकार ने चार नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 1050 करोड़ रुपये की लागत को तय किया है। आइए खबर में जानते हैं कि यूपी के इन एक्सप्रेसवे (expressways of UP)के निर्माण से किन जिलों को लाभ होने वाला है।
कितनी आएगी इस एक्सप्रेसवे की लागत
जैसे ही इन एक्सप्रेसवेज (UP New Expressway) का निर्माण होता है तो उसके बाद तीन प्रमुख तीर्थ स्थलों काशी प्रयागराज व हरिद्वार की कनेक्टिविटी बेहतर हो सकेगी। वित्त मंत्री का कहना है कि सरकार प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए इन एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। यूपी में एक्सप्रेसवेज की कनेक्टिविटी और बेहतर की जा सकेगी। बीते गुरुवार को विधानमंडल में जो बजट पेश किया गया है, उसके तहत सरकार ने चार नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 1,050 करोड़ रुपये निर्धारित की है। बता दें कि प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UP Expressways Industrial Development Authority) की ओर से इनका निर्माण कराया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि औद्योगिक विकास के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit)में 36 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर सिग्नेचर किए गए थे, जिसमे से 6.50 लाख करोड़ से अधिक का इन्वेस्टमेंट प्रदेश में आ चुका है।
इतने किलोमीटर का होगा यह एक्सप्रेसवे
उनका कहना है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) से गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए नए लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा और इस 90.83 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 4837.64 करोड़ रुपये खर्च आने के आसार है। छह लेन का यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) वे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जंक्शन के पास इटावा के कुदरैल से इसकी शुरुआत होगी और ये फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई में जाकर खत्म होगा। सरकार ने इसके लिए बजट में 900 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।
विन्ध्य लिंक एक्सप्रेस-वे का होगा निर्माण
वहीं, गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway)को बनाया जा रहा है और इसके लिए गंगा एक्सप्रेसवे को प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र से जोड़ने के लिए विन्ध्य लिंक एक्सप्रेस-वे को बनाया जाएगा। 320 किलोमीटर के इस लिंक एक्सप्रेसवे को बनाने में तकरीबन 22,400 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है। बता दें कि यह एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे के आखिर बिंदु प्रयागराज से शुरू होकर सोनभद्र स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-39 पर जाकर खत्म होगा। जैसे ही इसका निर्माण होता है तो उसके बाद मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड के साथ उत्तर प्रदेश की रोड कनेक्टिविटी (Road connectivity of Uttar Pradesh)मजबूत हो जाएगी। सरकार ने इसके लिए बजट में 50 करोड़ रुपये का प्रविधान तय किया है।
मेरठ से सीधा कनेक्ट होगा हरिद्वार
इसके साथ ही सरकार ने मेरठ को हरिद्वार से कनेक्शन (Meerut connection to Haridwar) को लेकर गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तारीकरण (expansion of Ganga Expressway) के लिए 50 करोड़ रुपये लागत निर्धारित की हैं। जैसे ही इसका निर्माण होता है तो उसके बाद गंगा एक्सप्रेसवे से काशी, प्रयागराज और हरिद्वार तीन तीर्थ स्थल कनेक्ट हो जाएंगे।गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना, जिसकी लंबाई 594 किलोमीटर है, उस पर 36,230 करोड़ रुपये खर्च की संभावना है। बता दें कि इस परियोजना को 120 किलोमीटर की रफ्तार के हिसाब से बनाया गया है और साथ ही बुंदेलखंड रीवा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए सरकार ने बजट में 50 करोड़ रुपये तय किया है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की लागत
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) के साथ डिफेंस इंडस्ट्रियल कारीडोर परियोजना के लिए भी सरकार ने 461 करोड़ रुपये का प्रविधान तैयार किया है। इस परियोजना के तहत तकरीबन 9.5 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है। लखनऊ में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) सिटी के विकास के लिए पांच करोड़ रुपये की लागत आ सकती है।
वहीं, साइबर सुरक्षा में टेक्नोलॉजी ट्रांसलेशन रिसर्च पार्क की स्थापना के लिए तकरीबन तीन करोड़ रुपये का खर्चा तय किया गया है।