UP के 6 जिलों को होगा बड़ा फायदा, 7,488 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा 90.838 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेसवे
UP News - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी में 7,488 करोड़ रुपये की लागत से 90.838 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. जिसका सबसे बड़ा फायदा यूपी के इन 6 जिलों को होगा... इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश में सड़क नेटवर्क की एक मजबूत ग्रिड तैयार होगी-
HR Breaking News, Digital Desk- (UP News) उत्तर प्रदेश सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी दी है. यह परियोजना छह जिलों - इटावा, मैनपुरी, कन्नौज, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर और हरदोई - को आपस में जोड़ेगी. इससे इन जिलों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे (Meerut-Prayagraj Ganga Expressway) को भी आपस में जोड़ेगा, जिससे राज्य की परिवहन व्यवस्था को काफी फायदा होगा.
इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश में सड़क नेटवर्क की एक मजबूत ग्रिड तैयार होगी, जो राज्य की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी. उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने बताया कि 90.838 किलोमीटर लंबे इस ग्रीनफील्ड लिंक एक्सप्रेसवे (Greenfield Link Expressway) के निर्माण पर 7,488 करोड़ रुपये की लागत प्रस्तावित है. यह एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के कुदरैल (इटावा) में चैनेज 133-800 पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के मिलान बिंदु से शुरू होकर फर्रुखाबाद के रास्ते गंगा एक्सप्रेसवे तक पहुंचेगा.
अर्थव्यवस्था को नई गति, पर्यटन को बढ़ावा-
यह परियोजना फर्रुखाबाद सहित छह जिलों को सीधे आगरा-लखनऊ, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी. यह लिंक एक्सप्रेसवे परिवहन को आसान बनाएगा, साथ ही औद्योगिक विकास, व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा. यह परियोजना उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी. इससे विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा नीम करौली धाम और बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा जैसे पर्यटन स्थलों को भी फायदा होगा.
इस परियोजना से विशेष रूप से लाभान्वित होगा. बाबा नीम करौली धाम में हर साल लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से दर्शन के लिए आते हैं. इसके अलावा, संकिसा में जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायी श्रीलंका, म्यांमार, इंडोनेशिया, जापान, चीन, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे देशों से बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. इस लिंक एक्सप्रेसवे के बनने से फर्रुखाबाद तक पहुंच आसान होगी, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा.
रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे-
मंत्री नन्दी ने कहा, “फर्रुखाबाद के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए यह एक्सप्रेसवे क्षेत्र के लिए गेम-चेंजर साबित होगा. बेहतर कनेक्टिविटी से न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे.” यह लिंक एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के मिलान बिंदु कुदरैल से शुरू होकर फर्रुखाबाद के रास्ते गंगा एक्सप्रेसवे तक जाएगा. इस तरह यह परियोजना तीन प्रमुख एक्सप्रेसवे-आगरा-लखनऊ, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ेगी.
इन जिलों को मिलेगा सीधा लाभ-
इससे उत्तर प्रदेश में सड़क नेटवर्क की एक ऐसी ग्रिड तैयार होगी, जो यातायात को तेज और सुगम बनाने के साथ-साथ व्यापार और निवेश के लिए नई संभावनाएं खोलेगी. फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे इटावा, मैनपुरी, कन्नौज, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर और हरदोई को जोड़ेगा. कन्नौज और मैनपुरी के बीच यह लिंक एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे इन जिलों के लोग आसानी से प्रदेश के अन्य हिस्सों और प्रमुख शहरों तक पहुंच सकेंगे.
यह परियोजना उत्तर प्रदेश सरकार की उस महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है, जिसके तहत राज्य को देश का सबसे विकसित सड़क नेटवर्क वाला प्रदेश बनाया जा रहा है. मंत्री नन्दी ने कहा, “गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा है और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पहले ही प्रदेश में कनेक्टिविटी को नए आयाम दे चुके हैं. अब फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे (Farrukhabad Link Expressway) के निर्माण से यह नेटवर्क और मजबूत होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. यह लिंक एक्सप्रेसवे न केवल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को एकसूत्र में पिरोकर समग्र विकास को गति देगा.”
यूपी बनेगा मजबूत सड़क नेटवर्क वाला राज्य-
फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे (Farrukhabad Link Expressway) उत्तर प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण विकास परियोजना है. यह एक्सप्रेसवे छह जिलों के लोगों को सीधे जोड़ेगा, जिससे उनकी यात्रा आसान होगी. यह परियोजना धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगी. यह नया एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के सड़क नेटवर्क को मजबूत करेगा और राज्य की आर्थिक और सामाजिक उन्नति में सहायक होगा.