7th Pay Commission : सरकारी कर्मचारियों को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, अब इस काम के लिए ले सकेंगे 30 दिन की छुट्‌टी

7th Pay Commission : अगर आप कर्मचारी है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से आए एक ताजा अपडेट के मुताबिक आपको बता दें कि अब सरकारी कर्मचारी इस काम के लिए 30 दिन की छुट्‌टी ले सकेंगें... जारी इस अपडेट से जुड़ी पूरी जानकारी जानने के लिए इस खबर को पूरा पढ़ लें-

 

HR Breaking News, Digital Desk- (Government Employees) केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब सरकारी कर्मचारी अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए 30 दिन की विशेष छुट्टी ले सकते हैं। यह फैसला उन कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत है जो अपने वृद्ध माता-पिता की स्वास्थ्य और अन्य जरूरतों को लेकर चिंतित रहते हैं। (Employees Update)

केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में बताया कि केंद्र सरकार के कर्मचारी अब 30 दिन का अर्जित अवकाश (Earned Leave) ले सकते हैं। इस अवकाश का उपयोग वे अपने वृद्ध माता-पिता की देखभाल (caring for aging parents) सहित विभिन्न व्यक्तिगत कार्यों के लिए कर सकते हैं। यह कदम कर्मचारियों को उनके पारिवारिक और निजी दायित्वों को पूरा करने में सहायता करेगा।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय सिविल सेवा (अवकाश) नियम, 1972 के तहत एक कर्मचारी को हर साल 30 दिन का अर्जित अवकाश, 20 दिन का अर्ध वेतन अवकाश (Half Pay Leave), 8 दिन की आकस्मिक छुट्टी (Casual Leave) और 2 दिन का Restricted हॉलिडे मिलता है। इन सभी छुट्टियों को निजी कारणों के लिए लिया जा सकता है।

डॉ सिंह से पूछा गया था कि क्या केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को बुजुर्ग माता-पिता की सेवा के लिए किसी विशेष छुट्टी की सुविधा देती है? इस पर उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए कोई विशेष छुट्टी नहीं देती है। उन्होंने बताया कि मौजूदा छुट्टी नीतियां, जैसे कि कैजुअल लीव (आकस्मिक अवकाश), अर्जित अवकाश (अर्न्ड लीव), और हाफ पे लीव (अर्ध-वेतन अवकाश), इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं। कर्मचारियों को इन छुट्टियों का उपयोग अपने माता-पिता की देखभाल के लिए करने की अनुमति है, इसलिए एक अलग विशेष अवकाश की आवश्यकता नहीं है।

इसी दौरान, एक और सवाल के जवाब में डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि भारत तीन प्रकार के छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (Small Modular Reactors - SMR) विकसित कर रहा है। इन रिएक्टरों में से एक खास रिएक्टर हाइड्रोजन उत्पादन के लिए होगा। ये तकनीक भविष्य में ऊर्जा संकट से निपटने में बेहद कारगर हो सकती है और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी।