8th Pay Commission : लग गया पता, नए वेतनमान के तहत कर्मचारियों की सैलरी में होगा इतना इजाफा

8th Pay Commission Updates : 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल लगभग छह महीने में समाप्त होने को है। उसके बाद आठवां वेतन आयोग लागू किया जा सकता है। अब हाल ही में आठवें वेतन आयोग के तहत सैलरी हाइक को लेकर केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है, जिसके मुताबिक आठवें वेतन आयोग (8th cpc updates) के लागू होते ही केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में बंपर इजाफा हो सकता है।

 

HR Breaking News (8th Pay Commission) केंद्र कर्मचारियों और पेंशनर्स में 8वें वेतन आयोग को लेकर बेसब्री से इंतजार बना हुआ हैं। जैसे ही 8वां वेतन लागू (8th Pay Commission)होता है, उसके बाद कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में बंपर बढ़ौतरी की उम्मीद है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने 8वें वेतन आयोग के तहत सैलरी हाइक को लेकर कर्मचारियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

 

 

कितना पड़ेगा सरकार पर भार


जैसे ही 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) लागू होता है तो इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिलेगा। नए वेतनमान के तहत कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा होने की वजह से लोगों के पास पैसा आएगा, जिससे बाजार में वो अधिक  खर्च कर पाएंगे। सुत्रो के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में 30 से 34 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिल सकता है।

बताया जा रहा है कि सैलरी में ये बदलाव साल 2026 या फाइनेंशियल ईयर 2027 से लागू किया जा सकता है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि सैलरी में बढ़ोतरी करने पर इसका असर सरकारी खजाने पर तरीबन 1.8 लाख करोड़ रुपये का भार पड़ सकता है।

कितने साल में लागू होता है नया वेतन आयोग 


केंद्रीय सरकार की ओर से हर दस साल में नया वेतन आयोग (New Pay Commission)लागू किया जाता है। जब नया वेतन आयोग लागू किया जाता है तो इससे रक्षा कर्मियों, रिटायर्ड ऑफिसर, केंद्रीय कर्मचारियों के साथ पेंशन होल्डर्स की सैलरी को रिव्यू और इसके स्ट्रक्चर में बदलाव किया जाता है।

इससे पहले वर्तमान में चल रहा 7वां वेतन (7th Pay Commission)जनवरी 2016 में लागू किया गया था।एक्सपर्ट के मुताबिक 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) के जरिए कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में बंपर बढ़ौतरी की संभावना है। इसके साथ ही सरकार की कोशिश होगी कि महंगाई भत्ते को इन्फ्लेशन रेट के अनुसार ही रखा जाए।

कितना हो सकता है फिटमेंट फैक्टर


अब बात करें फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) की तो फिटमेंट फैक्टर के जरिए ही सरकार कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में संशोधन किया जाता है। फिटमेंट फैक्टर का यूज एक मल्टीप्लायर के रूप में होता है। जितना ज्यादा ये फिटमेंट फैक्टर होगा, उतनी ही कर्मचारी की सैलरी बढ़ौतरी होगी।

एंबिट कैपिटल की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor Hike) 1.83 से 2.46 के बीच निर्धारित किया जा सकता है। फिटमेंट फैक्टर को समान पदों पर समान रूप से ही सैलरी में बदलाव करने के लिए लाया जाता है।

फिटमेंट फैक्टर से सैलरी का कैलकुलेशन


दरअसल, आपको बता दें कि वेतन आयोग इस फिटमेंट फैक्टर का गुणा  पुरानी बेसिक सैलरी (Basic Salary of employees) से करता है और इससे नई सैलरी का पता चलता है। हम एक उदाहरण के माध्यम से समझाते हैं।

जैसे कि मान लें कि किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी (Basic salary of employee) 20 हजार रुपये प्रति महीने के हिसाब से मिल रही है। अगर इस बार 2.46 फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor)लागू कर दिया जाता है तो  इससे कर्मचारियों की नई बेसिक सैलरी होगी- 

पुरानी बेसिक सैलरी × फिटमेंट फैक्टर (20,000×2.46) = 49,200 रुपये
एम्बिट कैपिटल की रिपोर्ट के मुताबिक कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन  (Minimum salary for employees)32,940 रुपये से 44,280 रुपये तक बढ़ने के आसार है। अभी फिलहाल मौजूदा समय में न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये महीना है।