चाणक्य नीति : जो लड़कियां रहती है इन बुराइयों से दूर, वो होती है किस्मतवाली
अच्छाई और बुराई को अपनाना हमारे हाथों में ही होता है। आचार्य चाणक्य ने हमे बताया हैके जो लड़किया अच्छी होती है वो हमेशा इन बुराइयों से दूर रहती है। आइये जानते हैं इनके बारे में।
HR Breaking News, New Delhi : चाणक्य ने समाज को प्रभावित करने वाली हर एक विषय वस्तु का बड़ी गहराई से अध्ययन किया था. इस अध्ययन के आधार पर उन्होंने जो शिक्षाएं प्रतिपादित की उन्हें अपनी चाणक्य नीति में समाहित किया. जो आज भी प्रासंगिक हैं. चाणक्य ने स्त्रियों के गुणों की भी चाणक्य नीति में विस्तार से वर्णन किया है. चाणक्य अनुसार स्त्री में ये पांच चीजें नहीं होनी चाहिए. चाणक्य ने स्त्रियों के लिए अवगुण के समान बताया है. इसलिए स्त्रियों को इन अवगुणों से बचना चाहिए. आइए जानते हैं वे पांच अवगुण कौन-कौन से हैं.
इन 5 दोषों से स्त्री को दूर रहना चाहिए
1 झूठ बोलना- स्त्री को सदैव ही झूठ बोलने से बचना चाहिए. जो स्त्री झूठ को अपने स्वभाव में शामिल कर लेती है उसे एक न एक दिन दूसरों के सामने लज्जित होना पड़ता है.
2 छल कपट- यह वह दोष है जो किसी भी स्त्री के लिए पतन का कारण बन जाता है. स्त्री को कभी भी छल कपट नहीं करना चाहिए. यह ऐसा दोष है जो उसके संपूर्ण जीवन को तहस नहस कर सकता है. पोल खुलने पर ऐसी स्त्री को उसके सगे संबंधी भी साथ छोड़ देते हैं.
3 मूर्खता: स्त्री को गंभीर और विचारशील होना चाहिए. हर विषय को गंभीरता से समझने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया देनी चाहिए. जो स्त्री इस बात का ध्यान नहीं रखती है वह मूर्ख कहलाती है.
4 अत्यंत लोभ- लालच एक बुरी आदत है. लेकिन यही आदत जब किसी स्त्री में आ जाती है तो ये अत्यंत खतरनाक हो जाती है. स्त्री को इस बुरी आदत से बचना चाहिए. नहीं तो उसका संपूर्ण परिवार उसकी इस आदत की वजह से बर्बाद हो सकता है.
5 अपवित्रता- स्त्री का सबसे बड़ा धर्म है पवित्रता. स्त्री को उसकी पवित्रता की वजह से ही उसे विशिष्ठ स्थान दिया गया है. उसे पूज्यनीय माना गया है. लेकिन जब वह इस पवित्रता को त्याग देती है तो हर किसी की नजरों में उसका सम्मान भी चला जाता है.