Chanakya Niti : इन चीजों से मर्दो को अपने जाल में फंसा लेती है महिलाएं, आज ही कर लें पहचान
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य ने अपनी रणनीति से ना सिर्फ एक आम बालक को सम्राट बना दिया था, बल्कि चाणक्य नीति में आम जीवन से जुड़ी कई बातों के बारे में बताया. जो अब तक किसी को पता नहीं थी. एक श्लोक के जरिए आचार्य ने बताया है कि चार कारणों से किसी के जीवन में बड़ी परेशान खड़ी हो सकती है.
ऋणकर्ता पिता शत्रुर्माता च व्यभिचारिणी
भार्या रूपवती शत्रु: पुत्र: शत्रुरपण्डित:
कर्ज में डूबा पिता
आचार्य चाणक्य ने बताया है कि पिता कर्ज लेता है, तो वो किसी दुश्मन से कम नहीं है. पिता का कर्तव्य होता है कि अपनी संतान का भरण पोषण सही तरीके से करें. लेकिन अगर पिता ही कर्ज लेगा, तो ये कर्ज आगे आने वाले समय में उसकी संतान को ही चुकाना पड़ेगा और ऐसे में वो पिता अपनी संतान का सबसे बड़ा दु्श्मन बन जाएगा.
मां का भेदभाव
आचार्य चाणक्य ने बताया है, कि ऐसी मां जो अपनी दो संतानों के बीच भेदभाव करती है, वो बच्चों के बीच दरार ला सकती है. ऐसे में परिवार जल्द टूट जाते हैं. ऐसी मां अपने परिवार और अपनी संतान की दुश्मन होती है.
रूपवती पत्नी
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पत्नी की सुंदरता पति के लिए परेशानी हो सकती है अगर वो पति का सम्मान नहीं करें और उससे प्रेम ना करके, दूसरे से संबंध बनाए. ऐसी पत्नी पति के लिए श्राप के समान है. ऐसी पत्नी पति के लिए समाज में अपमान का कारण बनती है.
कम दिमाग संतान
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर संतान बेवकूफ हो, तो भी ये पिता और मां के लिए दुश्मन समान होगी. क्योंकि ऐसी संतान को जिंदगी पर भरण पोषण के लिए माता पिता पर निर्भर रहना पड़ता है. माता-पिता को कभी भी संतान के होने का सुख आर्थिक या सामजिक रुप से नहीं मिलता. ऐसी संतान भविष्य में परिवार की अर्जित संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा सकती है.