Chanakya Wali Neeti : पति-पत्नी की ये गंदी हरकतें उनकी जिंदगी कर देगी तबाह
 

आचार्य चाणक्य ने महिला और पुरुषों के गुणों के बारे में बताया है। चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी को कुछ गलत हरकतें नहीं करनी चाहिए। उनकी ये गलत आदतें उनकी जिंदगी बर्बाद कर देती हैं। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं पूरी जानकारी- 

 

HR Breaking News (ब्यूरो) : आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में बताया है कि युवावस्था में युवा स्त्री युवा पुरुष  इस बात को नहीं समझते की क्या गलत है और क्या सही और ऐसे ही वक्त में किये गये गलत फैसले बाद में पछताने को मजबूर कर देते हैं।


नशा

ये भी पढ़ें : मेरा देवर चुपके से आकर मुझे ऐसी जगह से करता है टच, पति को बताया तो


नशा करने की आदत युवाओं को लिए श्राप समान है. ये ना सिर्फ मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बनाती है. बल्कि वक्त की भी बर्बादी करती है. नशे की लत ही युवाओं को और गलत संगत में ले जाती है और ऐसे युवा  जिंदगी के इस सुनहरे समय में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं और पीछे रह जाते हैं।

आलस्य


आलस्य किसी युवा स्त्री या पुरुष के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है. कोई भी युवा अगर कामयाब होना चाहता है तो फिर इस आलस्य नाम के दुश्मन को खत्म कर दें. वरना काम को कल पर छोड़ने की आदत के चलते वक्त कब बीत जाएगा ये आपको पता भी नहीं चलेगा।
 

लापरवाही


लापरवाही और आलस्य दोनों के बीच बस थोड़ा सा ही अंतर है, लेकिन दोनों ही आपका भारी नुकसान कर सकते है. अगर आपको किसी काम का अनुभव ना हो तो किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह लेकर वो काम करना चाहिए. जिससे की हम गलती करने सी बच सकें।

काम वासना


गलत संगति में युवा भटककर काम यानि की सेक्स की तरफ आकर्षित होते हैं. जो जीवन को बर्बाद कर सकती है. ऐसे युवा हमेशा इसी बारे में सोचते रहते हैं. ऐसा करने वाले युवाओं का मानसिक और शारीरिक विकास संतुलन प्रभावित होता है।

गलत संगति

ये भी पढ़ें :  पुरुषों की इन चीजों को देख महिला करना चाहती है ये काम, करने लगती है ये हरकतें

बुरी संगति युवाओं को अंदर से खोखला कर देती है. बुरी संगति आपको जीवन के अंधकार की तरफ लेकर जाती है. संगति का असर स्त्री या पुरुष के आचरण पर पड़ता है. जो उसे आगे जीवन में अच्छा या बुरा इंसान बनाता है.गलत संगति में युवा भटककर काम यानि की सेक्स की तरफ आकर्षित होते हैं. जो जीवन को बर्बाद कर सकती है. ऐसे युवा हमेशा इसी बारे में सोचते रहते हैं. ऐसा करने वाले युवाओं का मानसिक और शारीरिक विकास संतुलन प्रभावित होता है।