employees salary : कर्मचारियों की घटेगी खाते में आने वाली सैलरी, रिटायरमेंट पर मिलेगा तगड़ा फायदा

employees salary latest update : जो सैलरी कर्मचारियों के अब खाते में आ रही है। उसमें कमी आएगी। वहीं कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद मोटा पैसा मिलेगा। साथ ही अब कर्मचारियों के काम करने के तरीके में भी बदलाव होने जा रहा है। आने वाले दिनों में कर्मचारियों से जुड़़े 6  नियमों में बदलाव होने जा रहा है।

 

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)। एक जुलाई से कर्मचारियों से जुड़े नियमों (new rules for employees) में बदलाव होने जा रहा है। सरकार देश के श्रम कानूनों (labor laws) में बदलाव करने जा रही है। खबरों के मुताबिक मोदी सरकार (Modi government) एक जुलाई से नया लेबर कोड लागू कर सकती है। 

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हालांकि इस बारे में अब तक सरकार की तरफ से कोई नोटिफिकेशन (Notification) जारी नहीं किया गया है। नए लेबर कोड्स (new labor codes) को श्रम कानूनों में बड़े सुधार (Major reforms in labor laws) के तौर पर देखा जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार नए लेबर कोड में सरकार एक बार फिर सैलरी स्ट्रक्चर (Salary Structure) में बदलाव करने की तैयारी कर रही है।  सूत्रों की मानें तो नए लेबर कोड जल्द लागू हो सकते हैं। आईये जानते हैं नए श्रम कानून लागू होने पर क्या क्या बदलाव देखने को मिलेगा और कर्मचारियों पर इसका क्या असर पड़ेगा।

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कर्मचारियों की रिटायरमेंट पर हो जाएगी मौज


नए लेबर लॉ लागू होने के बाद कर्मियों की पीएफ (PF) और ग्रेच्युटी (Gratuity) में अधिक राशि जमा होने लगेगी इससे रिटायरमेंट (retirement) के बाद मोटी रकम मिलेगी। दूसरी ओर ग्रॉस सैलरी (gross salary) में भत्ते कम हो जाएंगे। नए लेबर कोड में बेसिक सैलरी (basic salary) और भत्ते (allowances) 50-50 के अनुपात में मिलेंगे।


कर्मचारियों के खाते में आने वाली सैलरी होगी कम (Salary coming into account will be less)


एक जुलाई से नए लेबर कोड के लागू होने से जहां एक ओर बेसिक सैलरी बढ़ने (basic salary increase) से PF और ग्रेच्युटी में कर्मचारियों का योगदान बढ़ जाएगा। वहीं कर्मचारियों की इन हैंड सैलरी या टेक होम सैलरी (take home salary) कम हो जाएगी, क्योंकि कर्मचारियों को मिलने वाले भत्तों (allowances) में कटौती होगी।

कर्मचारियों को ज्यादा मिलेंगी छुटि्टयां (will get more holidays)


नए लेबर कोड के लागू होने पर कंपनियों (companies) को सप्ताहिक छुट्टियों (weekly holidays) को बढ़ाकर दो से तीन दिन करना पड़ेगा । दरअसल नए लेबर कोड में कर्मचारियों से सप्ताह में अधिकतम 48 घंटे काम लेने का ही प्रावधान किया जा सकता है। 


कर्मचारियों को 12 घंटे करना पड़ेगा काम


रिपार्ट के अनुसार नया लेबर कोड लागू होने के बाद काम के घंटे बढ़ने वाले हैं। अगर हफ्ते में तीन दिन की छुट्टी होगी तो जाहिर है बचे चार दिनों में कर्मचारियों से काम के घंटे 8 से बढ़कर कम से कम 12 घंटे होने वाले हैं।


नए लेबर कोड से मिलेगा फायदा (Benefit from new labor code)


नए लेबर कोड में 4 तरह के प्रावधान किए गए हैं। इनमें मजदूरी (Labour) , व्यापारिक संबंध (trade relations) , सामाजिक सुरक्षा (social Security) और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी (occupational safety) से जुड़े प्रावधान हैं। इनके लागू होने से वर्तमान श्रम कानून की विसंगतियां भी दूर होंगी। इनके लागू होने पर श्रमिकों को फायदा (workers benefit) मिलेगा। वहीं गिग वर्कर्स (gig workers) को मिलने वाले फायदे भी बढ़ेंगे।

कर्मचारियों को दो दिन में देने पड़ेंगे पैसे


एक जुलाई से नए लेबर कोड के लागू होने पर नौकरी (job) छोड़ने पर दो दिनों में कंपनियों को कर्मचारियों का फूल सेटलमेंट करना (Fulfillment and Final Settlement) होगा। कंपनी को  नौकरी छोड़ने के दो दिनों के भीतर ही कर्मचारी को पूरा पैसा देना पड़ेंगा। वहीं वर्तमान की बात करें तो अब इस प्रक्रिया में 30 से 60 दिनों का समय लगता है।