Fasal Bima Yojna फसल बीमा नहीं मिलने वाले किसानों के खाते में आएंगे 5 करोड़ रुपए

फसलों के बीमा क्लेम को लेकर परेशान किसानों के लिए राहत भरी खबर है। ताजा जानकारी के अनुसार कंपनी ने फसल बीमा क्लेम से वछिंत किसानों के खातों में करोड़ो रुपए डालने का ऐलान किया है। आइए नीचे खबर में जानते है पूरा मामला ।
 

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क, प्रदेश के हजारों किसानों के लिए अच्छी खबर है। किसानों के खातों में जल्द फसल बीमा राशि (fasal bima rashi) की जमा होगी। फसल बीमा राशि से वंचित किसान (kisan) लंबे समय से कृषि विभाग के अधिकारियों एवं राजस्व विभाग (rajsav vibhag) के अधिकारियों के पास फसल बीमा (fasa bima) की राशि खातों में डालने के लिए चक्कर लगा रहे थे

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ऐसे हजारों किसानों के लिए अच्छी खबर है इन किसानों के खातों में जल्द ही फसल बीमा 2020 एवं 2021 क्लेम की राशि खातों में डाली जाएगी इसके लिए प्रदेश सरकार (pardesh sarkar) ने बैंकों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

 

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प्रदेश सरकार ने यह निर्देश दिए

फसल बीमा राशि नहीं मिलने पर किसान शुरू से ही परेशान हो रहे हैं। फसल बीमा क्लेम (fasal bima claim) भुगतान से असंतुष्ट किसानों ने इसकी शिकायतें वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर बीमा कंपनियों को की वही किसानों ने भारतीय किसान संघ के बैनर तले फसल बीमा कंपनी के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली एवं जगह-जगह पुतले जलाए।

 

प्रदेश सरकार ने किसानों की तमाम शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए अब फसल बीमा कंपनी एवं बैंकों (bank) को निर्देश दिया है कि फसल बीमा की राशि किसानों के खातों में जल्दी जमा करवाएं।


सरकार ने माना कई किसानों के खातों में राशि जमा नहीं हुई

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (pm fasal bima yojna) के अंतर्गत मध्यप्रदेश में ढाई माह पहले 12 फरवरी को राज्य सरकार ने 49 लाख किसानों के खातों में 7,620 करोड़ रुपए की बीमा राशि ट्रांसफर करने का दावा किया था।


इसके बाद कई किसानों की तरफ से क्लेम की पात्रता होने के बाद भी बीमा न मिलने की शिकायत सामने आई थी।

अब सरकार ने भी मान लिया है कि करीब 25 हजार किसानों के खाते में बीमा की राशि नहीं पहुंची।

बैंकों का यह तर्क था

फसल बीमा क्लेम भुगतान को लेकर बैंकों का कहना था कि किसानों की लिस्ट सरकार के मैदानी अमले ने दी थी।

इसमें आधार नंबर से लिंक खातों के नंबर थे। इनमें सैकड़ों किसान तो वे थे, जिनकी मौत हो चुकी है।

कई किसानों के पास दो-दो बैंकों के किसान क्रेडिट कार्ड थे।

बैंकों का इस तर्क को दरकिनार करते हुए सरकार ने प्रदेश में काम कर रहीं 45 पीएसयू, निजी, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की 8000 से अधिक बैंक शाखाओं को इन 25 हजार किसानों के बैंक खाते में राशि पहुंचाने को कहा है। यह राशि लगभग 5 करोड़ रुपए है।

सभी किसानों को फसल बीमा की राशि मिलेगी

प्रारंभिक तौर पर भले ही सरकार ने अभी 25000 किसानों के खातों में 5 करोड़ डालने के निर्देश जारी कर दिए हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि इसके अलावा कई अन्य किसान भी फसल बीमा की राशि से वंचित हैं।

सरकार का यह मानना है कि सभी किसानों के खातों में राशि डाली जाएगी।

इसके लिए फसल बीमा कंपनी एवं बैंकों को निर्देश दिया गया है कि किसानों के नाम पते अपडेट करवाएं, बैंक खातों से आधार लिंक करवाएं एवं अन्य कारणों का भी समाधान किया जाए जिनके चलते किसानों के खातों में फसल बीमा तब पैसा नहीं पहुंच पाया।

जानकारों का कहना है कि फसल बीमा न पाने वाले किसानों की संख्या इससे कहीं अधिक है।

आने वाले दिनों फसल बीमा से वंचित और किसानों की लिस्ट सामने आ सकती है।

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कई किसानों को फसल बीमा राशि नहीं मिली

मध्यप्रदेश में वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2020 तक लगातार फसल बीमा करवाने वाले किसानों की संख्या बढ़ रही है।

वही बीमित फसल का रकबा भी बढ़ता गया, लेकिन इसके मुकाबले वर्ष 2018 से लेकर 2020 तक फसल बीमा क्लेम की राशि लगातार घटती गई।

वर्ष 2018 में जहा फसल बीमा पेड क्लेम क्लेम 5879 करोड रुपए था, वही यह 2019 में घटकर 3776 .74 करोड रुपए रह गया एवं वर्ष 2020 में 5811.75 करोड रुपए रहा।