Haryana Weather Update हरियाणा के इन इलाकों में बदलेगा मौसम, भारी बारिश की चेतावनी
 

Haryana Mosam Update हरियाणा में मानसून (mansoon) का प्रभाव 20 जून के आसपास दिखाई देता है। जिसे प्री-मानसून (pre mansoon) भी कह देते हैं। अभी मानसून कर्नाटक व तमिलनाडु में है इसका वहां होने से या लेट होने से दिल्ली हरियाणा (delhi haryana) या पंजाब (punjab) तक कोई प्रभाव अभी की स्थिति में नहीं दिखाई देता है।
 
 

HR Breaking News, नई दिल्ली डिजिटल डेस्क, हरियाणा में गर्मी का स्तर हर दिन बढ़ रहा है। इसके साथ ही लू के थपेड़ों से लोगों को बुरा हाल है। इसको लेकर हर कोई एक ही बात कह रहा है कि आखिर गर्मी से राहत कब मिलेगी। इसके साथ ही मानसून (Mansoon की देरी के कारण को भी हरियाणा पंजाब में गर्मी बढ़ने की एक वजह माना जा रहा है। मगर चंंडीगढ़ स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग में वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. शिवेंद्र सिंह बताते हैं कि आमतौर पर जून माह में गर्मी बढ़ती ही है। मगर कई बार कोई मौसमीय सिस्टम बन जाता है तो बारिश या इसके प्रभाव से तापमान में कमी आ जाती है।

 


हाल फिलहाल कोई ऐसा मजबूत सिस्टम हरियाणा और पंजाब पर बना नहीं जिससे कि बारिश हो या मौसम परिवर्तन से तापमान में कही आए। इसीलिए ड्राई होने के कारण गर्मी और लू दोनों का अहसास हो रहा है। आने वाले दिनों में भी इसी प्रकार से गर्मी के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ सकता है।

हरियाणा के ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें

 

उन्होंने मानसून की स्थिति को लेकर भी जानकारी साझा करते हुए इसके प्रभाव को अभी नकारा है। बुधवार को हरियाणा के नूंह में सर्वाधिक 46.1 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है। वहीं हिसार में 44.6 डिग्री सेल्सियस व आटोमेटिक वेदर सिस्टम के अनुसार 45.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।


मानसून का अभी इसलिए नहीं हरियाणा- पंजाब पर प्रभाव

डा. शिवेंद्र ने बताया कि मानसून अभी तमिलनाडु और कर्नाटक क्षेत्र में है। हरियाणा में मानसून का प्रभाव 20 जून के आसपास दिखाई देता है। जिसे अक्सर लोग बोलचाल की भाषा में प्री-मानसून कह देते हैं। अभी मानसून कर्नाटक व तमिलनाडु में है इसका वहां होने से या लेट होने से दिल्ली, हरियाणा या पंजाब तक कोई प्रभाव अभी की स्थिति में नहीं दिखाई देता है।

देश विदेश के ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें
उम्मीद है मानसून समय से हरियाणा में आएगा। प्री-मानसून की बारिश देश के लिए परिभाषित नहीं होती है। बल्कि जब मानसून आने वाला होता है तो कुछ समय पहले ही आद्रता बढ़ जाती है जिसके कारण गरजचमक एक्टिविटी देखने को मिलती हैं। इसे ही प्री मानसून बारिश कहते हैं। यह भी जरूरी नहीं है कि प्री-मानसून आएगा ही। कई बार सीधे ही मानसून की बारिश देखने को मिलती है।

तापमान अधिक होना सामान्य नहीं
हरियाणा के कई जिलों में तापमान 43 से लेकर 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसको लेकर डा शिवेंद्र बताते हैं कि आमतौर पर जून में गर्मी होती है। मगर बारिश न होने के कारण इस बार अधिक गर्मी दिखाई दे रही है। यह गर्मी सामान्य नहीं है। गर्मी के साथ लू चल रही है। जो झुलसाने का काम कर रही है। अगर बारिश आ जाए तो कुछ राहत मिले। आने वाले दिनों में तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। करीब एक दो डिग्री की तापमान में कमी देखने को मिल सकती है।