Haryana news: गोदामों में सड़ गया हजारों टन गेहूं, अब जवाब देने से भी बच रहे अधिकारी
उल्लेखनीय है कि खाद्य एवं पूर्ति विभाग के दोनों गोदाम ओपन हैं उन पर किसी प्रकार का कोई शेड नहीं है तो इसमें अधिकारियों का कहना है की बरसात व लंबे समय स्टोरेज के कारण गेहूं खराब हो गया.
जब दोनों गोदामों का मीडिया टीम ने हाल देखा तो अनाज बुरी तरह सड़ा हुआ था और इतनी बदबू आ रही थी कि वहां खड़े रहना भी संभव नहीं था. दोनों गोदामों में सरकारी गेहूं का इतनी बड़ी मात्रा में खराब होना कहीं ना कहीं एक बड़ी लापरवाही की ओर इशारा करता है.
डीएफएससी प्रमोद कुमार का कहना है की ये गेहूं वर्ष 2019-20 का स्टोर किया हुआ है और खुले गोदाम में स्टोर किया हुआ है लेकिन इंस्पेक्टर की लापरवाही की वजह से सारा गेहूं खराब हुआ और इसकी रिपोर्ट बनाकर विभाग को चंडीगढ़ भेज दी गई है.
इसमें कार्रवाई भी की जाएगी और साथ में भरपाई भी करवाई जाएगी. इसमें इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, एफएससी, डीएफएससी व डीएफएसओ सभी अधिकारी मिलकर खराब हुए गेहूं की भरपाई करेंगे.
यहां सवाल ये उठता है की जब विभाग को ये पता था की भारी मात्रा में गेहूं खराब हो चुका है तो लीपापोती करने की कोशिश भी जरूर रही होगी. जब इस विषय में अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो अधिकारी बचते नजर आए.
दो दिन मशक्क्त करने के बाद जब डीसी प्रदीप दहिया से मामले के विषय में बात की गई तो उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों के पास तुरंत फोन किया और जवाब दने की बात कही तब जाकर मीडिया के सामने अधिकारी बोले. अब बड़ा सवाल ये है कि जब मामला अधिकारियों के संज्ञान में था तो उसे छुपाने की कोशिश क्यों की गई और क्यों नहीं गेहूं को बचाने का प्रयास किया गया.