Indian Railways: निजी कंपनियों के नाम पर होंगे रेलवे स्टेशनों के नाम! मेट्रो की तर्ज पर होंगे शुरू 
 

दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर भारतीय रेल में भी के नाम निजी कंपनियों के नाम पर रखे जा सकते हैं. रेलवे के पास इसे लेकर कई सुझाव आए हैं. सूत्रों के मुताबिक रेलवे अब अपनी स्टेशनों के रेट्स को तय कर रहा है.
 
 

HR Breaking News, Digital Desk- दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) की तर्ज पर भारतीय रेल (Indian Railway) में भी स्टेशनों (Railway Stations) के नाम निजी कंपनियों (Private Companies) के नाम पर रखे जा सकते हैं. रेलवे के पास इसे लेकर कई सुझाव आए हैं. सूत्रों के मुताबिक रेलवे अब अपनी स्टेशनों के रेट्स को तय कर रहा है. अलग-अलग कैटेगरी के स्टेशन के लिए अलग-अलग रेट रखे जाएंगे. जिन स्टेशनों पर ज्यादा फुट फॉल होता है उन स्टेशनों के नाम के साथ जुड़ने के लिए निजी कंपनियों को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे. यह सारी कवायद नॉन फेयर रेवेन्यू के तहत की जा रही है. इसमें किराए या माल भाड़े के अलावा और किस तरह से रेलवे अपनी आमदनी बढ़ सकता है.

इससे पहले लोकल ट्रेनों में कई तरह के विज्ञापन देखने को मिलते हैं और रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर भी ऐसे विज्ञापन दिख जाते हैं. लेकिन, रेलवे स्टेशन के नाम को किसी निजी कंपनी के नाम से जोड़ने का यह पहला प्रयास है. हालांकि, मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में भी विज्ञापन की कोशिश पहले भी की गई थी, लेकिन यह कोशिश सफल नहीं रह पाई.

रेलवे स्टेशनों का नाम अब निजी कंपनियों के नाम पर होगा?


दरअसल, मेल एक्सप्रेस ट्रेनें ज्यादा रफ्तार से चलती हैं और इनके स्टॉपेज कम होते हैं, जिसकी वजह से इन ट्रेनों पर विज्ञापन देना फायदेमंद नहीं दिखता है. अब देखना होगा कि बड़े-बड़े रेलवे स्टेशनों के साथ जुड़ने के लिए कितनी कंपनियां तैयार होती हैं और रेलवे इसके जरिए कितनी कमाई कर पाती है.

बता दें कि भारतीय रेलवे को निजीकरण को लेकर आए दिन खबरें आती रहती हैं. पिछले महीने ही रेल मंत्री अश्विनी वैश्नव ने कहा था कि रेलवे का निजीकरण नहीं हो सकता है, क्योंकि पटरियां रेलवे की हैं, इंजन रेलवे के हैं, स्टेशन और बिजली के तार रेलवे के हैं. इसके अलावा डिब्बे और सिग्नल प्रणाली भी रेलवे की ही हैं.