Indian Railway - अब घर बैठे भेज सकते है सामान, अपने फोन में सेव कर लें रेलवे का ये नंबर 
 

अगर आप भी रेलवे के द्वारा कुछ सामान भेजना चाहते है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल अब आप घर बैठे ही रेलवे से अपना पार्सल भेज सकते है। उसके लिए बस अपने फोन में सेव कर लें ये नंबर। 
 
 

HR Breaking News, Digital Desk-रायपुर रेलवे मंडल ने यात्रियों को घर बैठे पार्सल बुक कराने की सुविधा जल्द से जल्द शुरू करने के लिए टोल फ्री नंबर जारी करने की पूरी तैयारी कर ली है। पिछले दिनों इसे लेकर रेलवे के महानदी सभागार डब्ल्यूआरएस में डाक और रेल अफसरों के बीच बैठक भी हो चुकी है। इस बैठक में पार्सल बुकिंग से लेकर लोगों के घरों तक पहुंचाने को लेकर चर्चा की गई।

दरअसल, रेलवे और डाक विभाग के बीच पिछले दिनों एक एमओयू हुआ था,जिसमें यह तय किया गया कि टोल फ्री नंबर पर काल करने पर रेलवे का पार्सल डाक विभाग का कर्मचारी आपके घर ले जाकर पार्सल गोदाम तक पहुंचाकर बुक कराएगा। फिलहाल यह सुविधा प्रयोग के तौर पर यशवंतपुर एक्सप्रेस में शुरू कर किया गया है। यह प्रयास सफल रहा तो इसे जल्द ही दूसरी ट्रेनों में भी शुरू किया जाएगा।


रायपुर रेलवे स्टेशन से हर रोज करीब पचास हजार लोग ट्रेन से सफर करते हैं। इसके साथ ही यात्री अपना सामान भी पार्सल के जरिए ट्रेन से एक शहर से दूसरे शहर भेजते हैं। अब तक पार्सल को बुक कराने के लिए स्टेशन जाना पड़ता था, लेकिन अब पार्सल बुक करने के लिए स्टेशन जाने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए आपको पार्सल बुक करने बस रेलवे के नंबर पर काल करना होगा। इसी हफ्ते टोल फ्री नंबर रेलवे प्रशासन जारी कर देगा।

नुकसान को कम करने रेलवे की पहल-


पिछले दिनों रेलवे के महानदी सभागार डब्ल्यूआरएस में डाक और रेल अफसरों के बीच पार्सल बुकिंग से लेकर लोगों के घरों तक पहुंचाने को लेकर बैठक भी हो चुकी है। बैठक में इस पर चर्चा की गई कि पहले रेलवे को पार्सल के जरिए लाखों के राजस्व की आमदनी होती थी, लेकिन अब लोग रेलवे की जगह दूसरी जगहों से अपना सामान पार्सल करने लगे हैं।


इसकी वजह से रेलवे को काफी नुकसान हो रहा था। इसे ध्यान में रखकर पार्सल ग्राहकों को आकर्षित करने और इनकी संख्या में बढ़ोतरी करने होम डिलीवरी बुकिंग योजना शुरू की गई है। इस योजना से रेलवे को अधिक राजस्व मिलेगा ही डाक विभाग को भी फायदा होगा। रेलवे और पोस्टल विभाग संयुक्त पार्सल उत्पाद सेवा के लिए काम करेगा, ताकि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने घरों से डाक विभाग तक अपने पार्सल पहुंचा सके।


दर भी होगा तय-


औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि और व्यवसायी वर्तमान में जिन साधनों से सामान भेजने के लिए भाड़ा दे रहे हैं। उस सामान के गंतव्य तक पहुंचने तक जितना खर्च आता है, उसका आंकलन करके संयुक्त रूप से पार्सल उत्पाद सेवा की दरें निर्धारित करने का निर्णय रेलवे ने लिया है।