हरियाणा में लागू होगी नई शिक्षा नीति, जानिए क्या होगें बदलाव

रोहतक पहुंचे सीएम मनोहर लाल। पंडित नेकीराम महाविद्यालय में आयोजित राज्यस्तरीय प्रदर्शनी के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री। मुख्यमंत्री ने कहा नई शिक्षा नीति को लागू कराने के लिए 2030 तक इंतजार के बजाय 2025 तक इसे लागू कराएंगे।
 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शैक्षणिक संस्थानों तक बेटियों के आवागमन की राह सुगम करने के लिए छात्र परिवहन सुरक्षा योजना जल्द शुरू करने की बात कही है। रोहतक के पंडित नेकीराम महाविद्यालय में आयोजित राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी के पुरस्कार वितरण समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान में ट्रांसपोर्ट अधिकारी तैनात करेंगे।

जिन रूट पर रोडवेज बसें नहीं जाती हैं, वहां यातायात व्यवस्था बेहतर करने के लिए छोटे-बेड़े निजी वाहनों का संचालन ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के साथ कराएंगे। इन वाहनों में पुलिस, शिक्षक या फिर अभिभावक साथ रहेंगे।

ये भी पढ़ें......

Mausam ki Jankari : हरियाणा के कई राज्यों में बढ़ सकती है ठंड, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट


परिवहन विभाग की बसों के अलावा भी निजी वाहन कांट्रेक्टरों से संपर्क किया जाएगा ताकि उन्हें बेहतर परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करवाई जा सके। योजना को लेकर कहा कि एक वैज्ञानिक सर्वे करा रहे हैं। जो विद्यार्थी किराया देने में सक्षम नहीं उनके लिए 1.80 लाख रुपये वार्षिक आय को बीपीएल श्रेणी में रखा जाएगा। इससे अधिक पांच लाख तक वार्षिक आमदनी वाले मध्यम श्रेणी में शुमार होंगे। उन्होंने यह कहा कि प्रत्येक कालेज में विज्ञान संकाय लाने का प्रयास करेंगे। सभी कालेजों में 10-10 स्मार्ट क्लास संचालित कराएंगे।


छठी कक्षा से कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू कराई है। 138 संस्कृति विद्यालय हैं और भी खोले जाएंगे। इन सभी में पहली क्लास से कंप्यूटर की पढ़ाई कराएंगे। सात साल के अंदर सरकार द्वारा 68 नए महाविद्यालय खोलने की बात कही। मुख्यमंत्री बोले, नई शिक्षा नीति को लागू कराने के लिए 2030 तक इंतजार के बजाय 2025 तक लागू कराएंगे। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए भी कार्य किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें......

हरियाणा में भष्ट्राचार पर लगेगी लगाम, अब ऑफलाइन की बजाए ऑनलाइन होगें टेंडर


एलुमनाई मीट पर दिया जोर, सक्षम पूर्व छात्र करेें संस्थानों की मदद

मुख्यमंत्री ने अमेरिका, ब्रिटेन व अन्य कई दूसरे देशों के उदाहरण दिए कि प्रत्येक कालेज में किसी एक दिन निश्चित करके पूर्व छात्र संघ यानी एलुमनाई मीट कराएं। सक्षम छात्रों को शैक्षणिक संस्थानों की मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया। जिससे शैक्षणिक संस्थान और सशक्त हो सकें। सभी शैक्षणिक संस्थाएं पूर्व छात्रों का ब्योरा अपडेट करें।


1970 में छात्र थे, अब मुख्यमंत्री बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जो भी हूं वह शिक्षकों के आशीर्वाद और महाविद्यालय में मिले संस्कारों के कारण हूं। उन्होंने उस दौरान के ङ्क्षप्रसिपल रहे केआर चौधरी को याद करते हुए कहा कि मैं इसी कालेज में छात्र रहा। 1970 में बतौर विद्यार्थी पंडित नेकीराम कालेज में प्रवेश लिया। यहीं खेला करता और एनसीसी के लिए भी कार्य किया।

बनियानी से स्कूली शिक्षा, 10वीं कक्षा भाली आनंदपुर से की, पंडित नेकीराम कालेज के अलावा दिल्ली से स्नातक करने की बात सीएम ने कहीं। इस दौरान महाविद्यालय के ङ्क्षप्रसिपल डा. दिनेश कुमार से कहा कि यदि उनके एडमिशन लेने की तिथि से संबंधित दस्तावेज मिल जाएं तो उपलब्ध करा दें। जिससे उन्हें तारीख पता चल सके।