Parenting Tips : माता-पिता की इन 6 हरकतों से बच्चे सीखते हैं गलत चीजें

हर मां-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चे जीवन में तरक्की करें लेकिन कई बार उनकी खुद की गलती बच्चों का भविष्य खराब कर देती है। आइए नीचे खबर में जानते हैं उन आदतों के बारे में-

 

HR Breaking News (ब्यूरो)। शायद इस दुनिया का सबसे मुश्किल काम होगा बच्‍चों की परवरिश करना क्‍योंकि यहां आपको सही रास्‍ता दिखाने वाला कोई नहीं होता है। आपको अपनी गलतियों, समझ और सूझ-बूझ से ही सब करना होता है। ये रास्‍ता इतना मुश्किल होता है कि आपकी छोटी-सी गलती भी भारी पड़ सकती है। वहीं अगर पैरेंट्स बैड पैरेंटिंग को फॉलो करते हो, तो इसका लंबे समय तक बुरा असर बच्‍चे पर पड़ सकता है।

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ज्‍यादातर पैरेंट्स अपने बच्‍चों की परवरिश वैसे ही करते हैं, जैसे उनके माता-पिता ने उन्‍हें पाला होता है जो कि सोसायटी, सोशल एनवायरमेंट और जेनरेशन बदलने के हिसाब से सही नहीं है। यह बात साबित हो चुकी है कि कुछ पैरेंटिंग स्‍टाइल बच्‍चे के लिए फायदे से ज्‍यादा नुकसानदायक होती हैं। यहां हम आपको बैड पैरेंटिंग के कुछ लक्षण या संकेत बता रहे हैं, अगर आपको खुद में ये चीजें दिखती हैं, तो इन्‍हें तुरंत बदल लें।


यदि आपका बच्चा कुछ गलत करता है और आप गलती के लिए उसे ज्‍यादा डांटते या फटकारते हैं या बार-बार उसे डांटते रहते हैं, तो इसका आपके बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यदि आपके बच्चे ने ईमानदारी दिखाई है और अपनी गलती को कबूल कर लिया है लेकिन आप फिर भी उसे डांट रहे हैं तो आपकी इस हरकत का और भी बुरा प्रभाव हो सकता है।

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सबके सामने बच्चे को अनुशासित करना

कुछ पैरेंट्स अपने बच्‍चे पर मेहमानों के सामने ही गुस्‍सा निकाल देते हैं और दूसरों के सामने उन्‍हें डांट देते हैं, चिल्ला पड़ते हैं या थप्‍पड़ मार देते हैं। इससे आपके बच्चे के आत्मविश्वास पर गंभीर प्रभाव पड़ता है और अनुशासन के इस तरीके से उत्पन्न होने वाली शर्म की भावना, उसके मन में घर कर जाती है।


बस सलाह, प्रोत्साहन नहीं


आप अपने बच्चे को प्रोत्साहित करने के बजाय दांतों को ब्रश करने से लेकर सही कपड़े चुनने तक, हर चीज के बारे में सलाह देते हैं। जब बच्‍चा कुछ अच्‍छा करता है, तो उसकी तारीफ नहीं करते।


प्‍यार को रोक कर रखना


जब आप अपने बच्चे को बार-बार गले नहीं लगाते या अपने बच्चे को 'आई लव यू' नहीं कहते तो इससे आपका बच्चा आपसे भावनात्मक रूप से अलग महसूस करने लगता है। पैरेंट और चाइल्‍ड के रिलेशनशिप के लिए ये अच्‍छा नहीं होता है।


नियम निर्धारित नहीं करना


एक अच्‍छा इंसान बनने के लिए बच्चों के सामने कुछ नियम और सीमाएं तो बनानी ही होती हैं। यदि आप अपने बच्चे को अनुशासन नहीं सिखाते हैं, तो इस वजह से उसे बाहर जिंदगी की चुनौतियों का सामना करने या उनके साथ एडजस्‍ट करने में दिक्‍कत हो सकती है।

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​उसकी भावनाओं का सम्मान नहीं करना

आप अपने बच्चे के साथ बातचीत करने और उसकी भावनाओं को समझने के लिए समय नहीं निकालते हैं। जब बच्‍चे की राय और भावनाओं की अवहेलना की जाती है और उसे हेल्‍दी तरीके से संबोधित नहीं किया जाता है, तो इसका बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।