Railway Alert अफवाहों पर ध्यान न दें यात्री, नहीं बंद होंगे रिजर्वेशन काउंटर, दिव्यागों को मिलेगी ये छूट
 

इन दिनों सोशल मीडिया पर रिजर्वेशन काउंटर बंद होने को लेकर चर्चाए काफी तेज है ऐसे में रेलवे यात्रियों को ऐसी अफवाहों से बचना चाहिए। ताजा जानकारी के मुताबिक रिजर्वशन काउंटर बंद नहीं होंगे वहीं दूसरी ओर दिव्यागों को रेलवे की ओर से ये खास छूट मिलने वाली है। 
 
 

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, रेल हमारी लाइफ लाइन है। याद है न, जब साल 2014 में रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने लोकसभा में अपना पहला रेल बजट पेश करते हुए कहा था कि भारतीय रेल में हर रोज ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के बराबर यानी 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा यात्री सफर करते हैं।

इसी महीने मीडिया में खबर छपी कि रेलवे अब रिजर्वेशन काउंटर को बंद करने की योजना बना रहा है। इसे प्राइवेट हाथों और IRCTC को सौंपने की तैयारी की जा रही है। फिर क्या था, कई लोग परेशान हो गए। ऑनलाइन जमाने में भी कई लोग ऐसे हैं, जिनके लिए रिजर्वेशन काउंटर ही सहारा है।

ऐसे में हमने सोचा क्यों न जरूरत की खबर में इस खबर की पड़ताल की जाए....तो चलिए शुरू करते हैं...

सवाल: क्या वाकई रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पूरे देश में बंद कर दिया जाएगा?
जवाब: नहीं। ये सारी बातें गलत हैं। रेल मंत्रालय ने कहा है कि वो ऐसा कोई कदम नहीं उठाने जा रहा है। सबसे पहले इस बात को वेस्ट सेंट्रल रेलवे रेलवे की तरफ से साफ किया गया। नीचे दिए इस ट्वीट पढ़िए कि क्या कहा रेलवे ने-
इसी ट्वीट को री-ट्वीट किया है रेलवे मिनिस्ट्री ने।

हाल ही में एक और खबर आई कि अब पांच साल से कम उम्र के बच्चों का भी ट्रेन टिकट लगेगा। एक रिपोर्ट में तो कहा गया कि अब एक साल के बच्चे का भी टिकट लेना होगा।

सवाल: क्या ट्रेन में सफर करने के लिए अब 5 साल से कम उम्र के बच्चों का भी टिकट लेना होगा?
जवाब: भारतीय रेलवे ने साफ किया है कि ट्रेन में यात्रा करने वाले बच्चों के लिए टिकट बुकिंग से रिलेटेड किसी भी नियम में कोई बदलाव नहीं किया है। यह नियम भारतीय रेलवे की 6 मार्च 2020 को जारी सर्कुलर संख्या 12 के मुताबिक अब तक लागू है।

PIB ने 5 साल से कम उम्र के बच्चों की टिकट खरीदने की खबर को झूठा बताया है
कोरोना आने से पहले रेलवे, सीनियर सिटिजन को टिकट में छूट यानी Concession देती थी। इसमें 58 साल से ज्यादा उम्र की महिला को रेल यात्रा के दौरान किराए में 50% और 60 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों को किराए में 40% छूट मिलती थी।

सवाल: सीनियर सिटीजन की Concession टिकट की सेवा क्या दोबारा शुरू होगी?
जवाब: सीनियर सिटीजन और स्पोर्ट्स समेत बाकी कैटेगरी के यात्रियों को मिलने वाली Concession Ticket की सुविधा दोबारा शुरू करने को लेकर रेलवे प्लान तैयार कर रही है। फिलहाल इस बार कोई फैसला सामने नहीं आया है। हालांकि यह सुविधा सिर्फ जनरल और स्लीपर क्लास के लिए ही शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
ऊपर ग्राफिक्स में लिए दिव्यांगजनों के अलावा 11 कैटेगरी के पेशेंट्स को भी रेलवे की तरफ से Concession टिकट की सुविधा मिल रही है-

कैंसर
थैलेसीमिया
हार्ट पेशेंट
किडनी पेशेंट
हीमोफिलिया पेशेंट
टीबी
कुष्ठ रोगी
एड्स रोगी
ऑस्टॉमी रोगी
अप्लास्टिक एनीमिया रोगी
सिकल सेल एनीमिया
यह भी जान लीजिए

प्रीमियम तत्काल पर भी रेलवे विचार कर रहा है

रेलवे जल्द ही सभी ट्रेनों में प्रीमियम तत्काल शुरू करने की योजना बना रहा है। इससे हाई रेवेन्यू जनरेट करने में मदद मिलेगी, जिससे Concession Ticket वाली सुविधा का बोझ कम पड़ेगा। यह योजना फिलहाल करीब 80 ट्रेनों में लागू है।

क्या है ये?
रेलवे की प्रीमियम तत्काल योजना एक कोटा है। यह लास्ट टाइम में यात्रा की योजना बनाने वाली यात्रियों को सुविधा देता है। इसमें यात्रियों से ट्रेन का मूल किराया और एक्स्ट्रा तत्काल शुल्क लिया जाता है और बर्थ का रिजर्वेशन होता है।

रेलवे को लेकर एक और खबर पिछले कुछ दिनों से हर जगह चल रही है। वो ये कि ट्रेन में ज्यादा सामान लेकर यात्रा करने पर जुर्माना भरना पड़ेगा। अब उसकी भी बात कर लेते हैं…

सवाल: क्या ट्रेन में ज्यादा सामान लेकर यात्रा करने पर जुर्माना भरना पड़ेगा?
जवाब: जुर्माना तो भरना ही पड़ेगा, लेकिन सामान ले जाने को लेकर रेलवे ने अपनी पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं किया है।

इसलिए अगर यात्री सफर के बीच में ज्यादा सामान के साथ पकड़ा जाता है, तो उसे 654 रुपए का जुर्माना भरना होगा। पॉलिसी में बदलाव न होने की बात रेलवे ने खुद ट्वीट करके कन्फर्म की है।
पहले की तरह अब भी हर कोच में आप इतने किलो तक का सामान ले जा सकते हैं-

जनरल- 35 किलो
स्लीपर -40 किलो
एसी 3- 40 किलो
एसी 2- 50 किलो
एसी फर्स्ट-70 किलो
हालांकि कुछ समय पहले रेलवे ने यात्रा के दौरान कम समान ले जाने की सलाह दी थी, ताकि यात्रा आराम से हो सके और लोग परेशान न हों। साथ ही पार्सल बुकिंग की सुविधा का भी जिक्र किया था।

नीचे दिए ट्वीट को पढ़ें

इसलिए ट्रैवल करते वक्त 109 रुपए देकर अपने एक्स्ट्रा लगेज को लगेज वैन में बुक करा सकते हैं।

शाकाहारी लोगों को ट्रेन में मिलेगा सात्विक खाना
IRCTC ने इस्कॉन मंदिर के साथ समझौता किया है।
अब सफर के दौरान इस्कॉन मंदिर के गोविंदा रेस्टोरेंट का सात्विक खाना यात्रियों को मिलेगा।
फिलहाल यह सुविधा ​हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से शुरू की गई है।
जल्द ही दूसरे स्टेशन से भी यह सुविधा शुरू हो सकती है।
सवाल: रेलवे ने सात्विक खाना देने की सुविधा आखिर क्यों शुरू की?
जवाब: बहुत से यात्रियों को ट्रेन में लंबी दूरी की यात्रा करते वक्त शुद्ध शाकाहारी खाना मिलने में दिक्कत होती थी। खास तौर से वो लोग, जो लहसुन-प्याज नहीं खाते हैं। पेंट्री कार और ई-कैटरिंग से मिलने वाले खाने की शुद्धता को लेकर यात्री परेशान रहते हैं कि पता नहीं ये खाना कैसे बना होगा।

इस वजह से पेंट्री के खाने से परहेज करते हैं। इस तरह के यात्रियों को ध्यान में रखते हुए IRCTC ने ये कदम उठाया है।

सवाल: सात्विक भोजन के मेन्यू में क्या-क्या होगा, यानी उसमें कौन-कौन सी डिशेज होंगी?
जवाब: इसके मेन्यू में…

डीलक्स थाली।
महाराजा थाली।
पुरानी दिल्ली वेज बिरयानी।
नूडल्स।
दाल मखनी।
पनीर से रिलेटेड डिशेज और भी बहुत कुछ।
सवाल: यात्री सात्विक भोजन वाली सुविधा का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?
जवाब: यात्री IRCTC की ई-कैटरिंग वेबसाइट या फूड-ऑन-ट्रैक ऐप के जरिये इस सेवा का फायदा उठा सकते हैं। इसके लिए यात्रियों को निर्धारित समय से कम से कम 2 घंटे पहले PNR नंबर के साथ आर्डर देना होगा, जिसके बाद यात्रियों की सीट तक सात्विक खाना पहुंचाया जाएगा।

चलते-चलते

ट्रेन में सफर करते वक्त आपके काम आ सकते हैं, रेलवे से जुड़े ये नियम

ट्रेन में कोई पक्षी या पालतू जानवर ले जाने के लिए अलग से लगेज वैन में बुकिंग करानी होगी। जानवर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी यात्री की होगी।
अगर आपकी ट्रेन छूट जाती है, तो दो स्टेशन पार होने के बाद ही TTE आपकी सीट किसी और व्यक्ति को अलॉट कर सकते हैं।
आपको ट्रेन में मिडिल बर्थ अलॉट हुआ है, तो इसका इस्तेमाल आप रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही कर सकते हैं।
अगर आपको डेस्टिनेशन एड्रेस के बजाय आगे जाना है, तो TTE से आगे तक के स्टेशन का टिकट खरीदकर आसानी से यात्रा कर सकते हैं