Relationship: बच्चे को सुधारने की कोशिश से पहले माता-पिता बदलें खुद की ये 5 आदतें, बच्‍चा कभी नहीं करेगा आपको इग्नोर
 

Parenting tips: हर माता पिता का सपना होता है कि उनका बच्‍चा उनकी हर बात को मानें और बताए गए तरीके को फॉलो करें लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप भी उनकी नजरों में बेस्‍ट बनें और वे आपको अपना आदर्श मानें. इसके लिए जरूरी है कि पैरेंट बनने के बाद अपनी बुरी आदतों को हमेशा के लिए छोड़ दें और बेहतर इंसान बनने की कोशिश करें. कहा जाता है कि बच्‍चे अपने पैरेंट्स की परछाई होते हैं.
 

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)।  ऐसे में अगर माता पिता बात बात पर गुस्‍सा करते हैं या चिड़चिड़े हैं तो यह बुरी आदतें बच्‍चों की पर्सनालिटी पर असर पड़ता है और वे भी माता पिता की इन आदतों को सीख जाते हैं. यहां हम आपको बताते हैं कि आप अपनी खुद की किन आदतों में क्‍या बदलाव लाएं जिससे आपका बच्‍चा आपकी हर बात को सुनें और मानें.


माता-पिता अपनी इन आदतों में लाएं बदलाव
बच्‍चा आपको देख रहा है


याद रखें कि जब बच्‍चे छोटे होते हैं तभी से वे अपने आसपास और करीबियों को देखते हैं और उनके बिहेव को फॉलो करना सीखने लगते हैं. बड़े बच्‍चे भी ऐसे ही होते हैं और अपने पेरेंट्स की आदतों को  सीख लेते हैं. ऐसे में उनके सामने कभी भी गलत चीजें ना करें या किसी के साथ मिसबिहेव ना करें.

Relationship: 20 की उम्र की गई ये गलतियां, कभी नहीं होने देगी सफल, आज ही सुधारें


लड़ें नहीं


कई माता-पिता बच्‍चों के सामने ही आपस में लड़ने लगते हैं जिसका असर बच्‍चों की मानसिकता पर बहुत ही बुरा पड़ता है. ऐसे में अगर जब आप उन्‍हें लड़ने से मना करेंगे तो वे भी आपकी बात नहीं मानेंगे और लड़कर रहना सीख जाएंगे.


बच्‍चों को इग्नोर करना


बिजी जिंदगी में अगर बच्‍चा आपसे अपनी कोई बात शेयर करना चाहता है तो कई बार लोग उसकी बात का सुनने से मना कर देते हैं और उसे इग्‍नोर कर देते हैं. लेकिन बता दें कि आपके इस बर्ताव की वजह से बाद में आपकी भी बात  वे इग्‍नोर करना सीख जाएंगे.

Relationship: 20 की उम्र की गई ये गलतियां, कभी नहीं होने देगी सफल, आज ही सुधारें


बात बात पर ना डाटें


अगर बच्‍चे से कोई गलती हो जाए तो उसे बार बार बात सुनाने या डांटने की बजाय आप उसकी बात सुनें और उसे सही बात सिखाएं तो वे आपकी बात हमेशा मानेंगे. इसलिए हर बात पर डाटें नहीं.


सुधारें अपनी लाइफस्टाइल


अगर आप चाहते हैं कि बच्‍चे सही समय पर उठें और तैयार हों तो पहले खुद की लाइफस्‍टाइल में सुधार लाएं.