Revised Tax Slab : इनकम टैक्स स्लैब में होने जा रहे हैं बड़े बदलाव, सरकार ने बनाई ये प्लानिंग

Income Tax Slab : टैक्सपेयर्स के लिए जरूरी खबर है। मौजूदा समय में टैक्सपेयर्स को पुराने और नए टैक्स सिस्टम में से किसी एक को चुनने का मौका है। सरकार ने नए टैक्स सिस्टम का लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या के आंकड़े पब्लिक नहीं किए हैं।
 

HR Breaking News (डिजिटल डेस्क)। भारत सरकार अपने वॉलेंटरी इनकम टैक्स फ्रेमवर्क (Income Tax Framework) के तहत रेट्स को कम करने का विचार कर रही है. 1 फरवरी को आगामी Budget 2023 में रिवाइज्ड टैक्स स्लैब (Revised Tax Slab) पेश हो सकता है. रॉयटर ने दो सरकारी सूत्रों के हवाले से मंगलवार को यह जानकारी दी है. फाइनल डिसिजन पीएमओ की ओर से लिया जाएगा. वहीं दूसरी ओर फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से भी अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

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इस वजह से पसंद नहीं आ रही नया टैक्स सिस्टम


वास्तव में नई ऑप्शनल इनकम टैक्स स्कीम, जिसमें टैक्स के नियमों को सरल बनाया गया था और टैक्सेशन में भी राहत दी गई थी, ज्यादातर लोगों को आक​र्षित नहीं कर सकी थी. इसका बताते हुए जानकार कहते हैं कि यह टैक्सेशन सिस्टम अन्य चीजों के अलावा रेंटल होम और इंश्योरेंस पर टैक्स छूट नहीं देती है. सरकारी सूत्रों में से एक ने कहा, ‘नया इनकम टैक्स सिस्टम में छूट और कर कटौती की अनुमति देना इसे जटिल बना देगा और इस योजना को शुरू करने का इरादा नहीं था.’

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कैसा है नया टैक्स स्लैब


मौजूदा समय में टैक्सपेयर्स को पुराने और नए टैक्स सिस्टम में से किसी एक को चुनने का मौका है. सरकार ने नए टैक्स सिस्टम का लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या के आंकड़े पब्लिक नहीं किए हैं. देश में इनकम टैक्स प्रति वर्ष 500,000 रुपये की न्यूनतम सालाना कमाई पर लगाया जाता है.

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प्रति वर्ष 500,000 रुपये -750,000 रुपये के बीच कमाई करने वालों को नई योजना के तहत पुराने नियमों के तहत लागू 20 फीसदी दर के मुकाबले 10 फीसदी टैक्स का भुगतान करना पड़ता है, जबकि 15 लाख रुपये से ऊपर की एनुअल इनकम पर 30 फीसदी टैक्स लगाया कर लगाया जाता है.