Uttarakhand Weather: आने वाले दिनों में भारी बारिश बढ़ा सकती है जोशी मठ का संकट, मौसम विभाग ने जारी कर दिया अलर्ट 

मौसम विभाग ने जोशीमठ में आने वाले दिनों में भारी बारिश और बर्फ़बारी के लिए रेड अलर्ट जारी किया है जिससे जोशीमठ की हालत और भी खराब हो जाएगी।  मौसम विभाग के अनुसार ये बारिश और  भी तबाही करेगी।  

 

HR Breaking News, New Delhi : भू-धंसाव की चपेट में आए उत्तराखंड के जोशीमठ शहर के हालात आने वाले दिनों में और खराब हो सकते हैं. घरों से लेकर सड़कों और खेतों तक में दरारें बढ़ती जा रही हैं. एक तरफ जहां स्थानीय प्रशासन लोगों को संकट से बचाने की कोशिश कर रहा है तो वहीं मौसम भी मानो परीक्षा ले रहा है. मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है.


मौसम विभाग के मुताबिक, जोशीमठ और गढ़वाल समेत कई इलाकों में 11 से 14 जनवरी तक बारिश का अनुमान है. वहीं, ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है. ऐसे में बारिश हुई तो जोशीमठ में दरारें और गहरी हो सकती हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक, जोशीमठ के आसमान में घने बादल छाए हैं. जबकि ऊपरी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है.

मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने से 11 से 14 जनवरी के बीच जोशीमठ समेत पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान से लोगों में डर है कि अगर बारिश हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं. भू-धंसाव के बाद बनीं दरारों में नमी और बढ़ेगा जिससे दरारें गहरा सकती हैं. साथ ही पानी के नए स्रोत भी फूट सकते हैं. IMD ने जोशीमठ में आज यानी 11 जनवरी को हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है, जबकि कल यानी 12 जनवरी को मध्यम बारिश हो सकती है. जिससे भू-धंसाव का खतरा और बढ़ने का अनुमान है. 

वहीं, जोशीमठ में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई इमारतों को ढहाने का काम आज (बुधवार), 11 जनवरी से शुरू होने वाला है. इसके लिए करीब 700 इमारतों को चिन्हित करके उन पर लाल निशान लगाया गया है.  उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने कहा कि जो भी मकान खतरे में हैं उन्हें गिराया जा रहा है. कुछ लोगों को स्थानांतरित किया गया है जबकि 87 घरों के लोगों को शिफ्ट किया गया है. 

सरकार की ओर से आपदा प्रभावित परिवारों को 4 हजार रुपये मासिक की दर से राहत पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की गई है. जोशीमठ में प्रशासन की ओर से तीन फेज में पूरे अभियान को चलाया जाना है. पहले फेज में सबसे अधिक जर्जर निर्माणों को ढहाने की तैयारी है. 

बता दें कि जोशीमठ त्रासदी के बाद उत्तराखंड के कई हिस्सों से भयानक तस्वीरें सामने आ रही हैं. जोशीमठ ही नहीं उत्तराखंड में अलग-अलग हिस्सों में दरारें देखने को मिल रही हैं. ऋषिकेष से कुछ दूर, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, उत्तरकाशी भी बड़ी दरारों से अछूते नहीं हैं. इन सभी जगहों की स्थिति को लेकर भी डर है कि कहीं आने वाले दिनों में जोशीमठ जैसी ना हो जाए.