Vastu Tips: घर में इस जगह पर रखें धन से नहीं होगी कभी पैसों की तंगी

वास्तु शास्त्र में घर के सामान को सही दिशा में रखने के और इससे जुड़े कई कई उपाय बताए गए हैं. इसी तरह धन को भी हमेशा सोच समझकर सही दिशा में ही रखना चाहिए. कई बार गलत दिशा में धन रखने से पैसों का नुकसान होता है. अपने घर में पैसों को किस दिशा में रखना चाहिए.

 

HR Breaking News, Digital Desk-  हम सभी लोग विपत्ति के समय के लिए अपने घरों में थोड़ा बहुत धन तो इकट्ठा करके रखते हैं. इस धन को लोग बहुत संभाल कर रखते हैं और यह कामना करते हैं कि उनका धन दिनों दिन बढ़ता रहे. जीवन में जिस तरह से सही दिशा में कार्य करने से सफलता प्राप्त होती है, उसी प्रकार सही दिशा में बनी चीजें आपकी सुख-समृद्धि का कारण बन सकती हैं.

यदि आप चाहते हैं कि आपको सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त हो तो आपको वास्तु शास्त्र से जुड़े कुछ नियमों को अनदेखा नहीं करना चाहिए. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

किस दिशा में रखें धन-


पूर्व दिशा-


पूर्व दिशा को उगते हुए सूरज की दिशा मानी जाती है और हिंदू धर्म शास्त्रों में इस दिशा को बहुत पवित्र माना गया है. ऐसी मान्यता है कि इस दिशा में घर की संपत्ति या फिर धन स्थान बनाना बहुत शुभ होता है. इससे धन में वृद्धि होती रहती है.

पश्चिम दिशा- 


पश्चिम दिशा को ज्योतिष शास्त्र में धन रखने के लिए सही जगह दिशा नहीं माना जाता. ऐसी मान्यता है कि इस दिशा में धन-संपत्ति या आभूषण रखे गए तो इससे घर का मुखिया बहुत कठिनाई के साथ धन कमा पाता है, इसलिए कोशिश करें कि आप अपना धन पश्चिम दिशा की तरफ बिल्कुल ना रखें.

उत्तर दिशा- 


उत्तर दिशा में अपना धन स्थान बनाना बहुत शुभ होता है. नगद या आभूषण आप जिस भी अलमारी में रखते हैं, उस अलमारी को अपने घर की उत्तर दिशा के कमरे में दक्षिण की दीवार से लगा कर रखना चाहिए. ऐसा करने से अलमारी उत्तर दिशा की ओर खुलेगी और उसमें रखे गए पैसे और आभूषणों में वृद्धि होगी.

दक्षिण दिशा-


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में धन स्थान बनाने से इसमें नुकसान तो नहीं होता लेकिन बढ़ोत्तरी भी नहीं होती. इसके अलावा सीढ़ियों के नीचे तिजोरी रखना शुभ नहीं माना जाता, टॉयलेट के सामने भी धन स्थान नहीं होना चाहिए. ध्यान रखें कि आप जिस कमरे में अपना धन स्थान बना रहे हैं, उस कमरे में कबाड़ इकठ्ठा न हो और मकड़ी के जाले भी नहीं होने चाहिए.