उत्तर प्रदेश, दिल्ली के बाद इस राज्य में भी दौड़ेगी Metro, इतिहास की दिखेगी झलक
New Metro line : फिलहल उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों में मेट्रो रफ्तार पकड़ रही है। नेकिप अब दिल्ली के बाद इस राज्य में भी मेट्रो दौड़ने वाली है। खास बात तो ये है कि इस मेट्रो में इतिहास की भी झलक देखने को मिलेगी। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।
HR Breaking News (Metro News)। देशभर में लोगों को बेहतर यातायात सुविधा देने के लिए मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है। फिलहाल देश के कई शहरों में मेट्रो रफ्तार भर रही है।
अब इन शहरो के बाद मेट्रो सुविधा एक ऐसे शहर में पहुंचने जा रही है, जहां पर अभी तक मेट्रो का नामो निशान नहीं था। इन नई मेट्रो लाइन के बनने की वजह से आम लोगों को काफी लाभ होने वाला है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी डिटेल।
इस बात का रखा गया है विशेष ध्यान
पटना में मेट्रो सेवा (Patna Metro News) का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है। पटना में पहले चरण में न्यू आईएसबीटी (New ISBT) से मलाही पकड़ी तक मेट्रो चलने वाली है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सितंबर के तीसरे सप्ताह में इसको हरी झंडी दिखाई जाने वाली है। इसके बाद अक्टूबर से आम लोगों के लिए परिचालन शुरू होने वाला है। मेट्रो की बोगियों को बिहार की सांस्कृतिक विरासत से सजाया जाएगा। सुरक्षा और यात्री सुविधाओं का विशेषतौर पर ध्यान रखा गया है।
6.5 किलोमीटर के बनेंगे पांच स्टेशन
न्यू आईएसबीटी (New ISBT) से मलाही पकड़ी तक लगभग 6.5 किलोमीटर लंबे इस हिस्से में पांच स्टेशन का निर्माण होने वाला है। इसमें न्यू आइएसबीटी, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक व मलाही पकड़ी को शामिल किया गया है। इसकी शुरुआत में न्यू आइएसबीटी से भूतनाथ तक मेट्रो का परिचालन होने वाला है। सितंबर के तीसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 से 25 सितंबर के बीच हरी झंडी दिखाने वाले हैं।
आम यात्रियों को होगा लाभ
अक्टूबर से आम यात्रियों के लिए परिचालन की तैयारी की जा रही है। मेट्रो के लिए बिजली आपूर्ति के लिए रिसीविंग सब स्टेशन (RSS) और आक्जिलरी सब स्टेशन (RSS) स्थापित किए जा चुके हैं।
सीबीटीसी की होगी स्थापना
25 केवी ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन और 33 केवी रिंग मेन की जांच पूरी की जा चुकी है। सिग्नलिंग सिस्टम और कम्युनिकेशन-बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (CBTC) की स्थापना से मेट्रो की सुरक्षा और समयबद्धता सुनिश्चित करने वाली है। स्टेशनों पर लिफ्ट, एस्केलेटर और स्वचालित टिकटिंग सिस्टम जैसे कार्य भी लगभग पूरा किया जा चुका है।
चल रहा है इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य
न्यू आईएसबीटी (New ISBT News) से भूतनाथ स्टेशन तक डाउन में अभी विद्युतिकरण का कार्य रफ्तार पकड़ रहा है। भूतनाथ स्टेशन के पास रोड के दाहिने ओर आरओबी का निर्माण कार्य रफ्तार पकड़ रहा है। आरओबी को स्टेशन से जोड़ा जाना है।
प्लेटफॉर्म स्टैशन की हुई तैयारी
इसके अलावा आईएसबीटी स्टेशन (New ISBT Station ) पर प्लेटफार्म संख्या एक से जोड़ने वाले पाथ वे का काम अंतिम चरण पर चल रहा है। इसके अलावा प्लेटफार्म संख्या दो तक पहुंचने के लिए सड़क के दूसरी ओर फूट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य जारी रहने वाली है।
मेट्रो का ट्रायल रन और समय सीमा
पटना मेट्रो (Patna Metro News) का पहला ट्रायल रन सितंबर पहले सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद लगाई जा रही है। यह ट्रायल प्राथमिक कॉरिडोर पर होगा, इसमें ट्रेन की गति, ब्रेकिंग सिस्टम, सिग्नलिंग और यात्री सुविधाओं की जांच की जाने की उम्मीद है।
ट्रायल रन तकनीकी टीमों की निगरानी में होने वाला है। इसमें यात्रियों को शामिल नहीं किया जाने वाला है। कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की मंजूरी के बाद, मेट्रो अक्टूबर में आम लोगों के लिए खुल सकती है।
मेट्रो डिपो की स्थिति रामचक बैरिया में 76 एकड़ में फैला आइएसबीटी मेट्रो डिपो मेट्रो (ISBT Metro Depot Metro) बोगियों के रखरखाव, सफाई और तकनीकी जांच का केंद्र रहने वाला है।
डिपो में 85 प्रतिशत से अधिक काम पूरा किया जा चुका है। इसमें ट्रैक, वर्कशाप, स्टेबलिंग वे और वाशिंग यूनिट को शामिल किया गया है। डिपो में एक टेस्ट ट्रैक, प्रशासनिक भवन और प्रशिक्षण केंद्र भी बनाया गया है।
बिजली आपूर्ति के लिए बनाए जाएंगे सब स्टेशन
बिजली आपूर्ति के लिए 2500 केवीए का सब स्टेशन को तैयार किया जाने वाला है। बारिश होने की वजह से कुछ देरी हुई, लेकिन डिपो अब ट्रायल रन के लिए पूरी तरह तैयार हो चुका है। मेट्रो की बिजली आपूर्ति के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूरी की जा चुकी है।
25 केवी ओवरहेड लाइन का होगा निर्माण
आरएसएस (RSS) और एएसएस (ASS) के साथ-साथ 25 केवी ओवरहेड लाइन और 33 केवी रिंग मेन की जांच मुख्य विद्युत निरीक्षक द्वारा किया जाने वाला है। ट्रायल रन के साथ बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगी और अक्टूबर में पूर्ण संचालन के लिए यह व्यवस्था पूरी तरह कार्यरत होने वाली है।
बिहार को मिली सांस्कृतिक झलक
मेट्रो की बोगियों को बिहार (Bihar Metro News) की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत से सजाने की प्लानिंग की जा रही है। हालांकि, पीएमआरसीएल ने अभी तक विशिष्ट थीम या नामों की घोषणा नहीं की है, उम्मीद लगाई जा रही है कि बोगियों पर बोधगया, नालंदा विश्वविद्यालय, मिथिला पेंटिंग, वैशाली और बिहार के महान व्यक्तित्व जैसे भगवान बुद्ध, सम्राट अशोक या गुरु गोबिंद सिंह की छवियां और थीम प्रदर्शित किये जाने वाला है।
प्राथमिक कॉरिडोर और संचालन
पहले चरण में प्राथमिक कॉरिडोर में सबसे पहले न्यू आईएसबीटी, जीरो माइल व भूतनाथ स्टेशन तक चलने वाला है। यह कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड रहने वाला है। मेट्रो के संचालन से यात्रियों को सुगम यात्रा का फायदा होने वाला है। खेमनीचक और पटना जंक्शन स्टेशन रेड (Patna Junction Station Red) और ब्लू लाइन के लिए इंटरचेंज पाइंट होने वाला है।
किराया और यात्रियों को मिलेगी ये सुविधाएं
किराया संरचना को लेकर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि यह 15 रुपये से 60 रुपये के बीच होगा, जो यात्रा की दूरी पर निर्भर करने वाला है। टिकटिंग के लिए क्यूआर कोड और एनएफसी आधारित स्मार्ट कार्ड का यूज होने वाला है।
यात्रियों को मिलेगी ये सुविधाए
- सभी स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधाएं दी जाने वाली है।
- स्वचालित टिकट काउंटर, डिजिटल सूचना बोर्ड, और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की सुविधा।
- विश्राम क्षेत्र, खानपान स्टाल और खुदरा दुकानें की सुविधा।
- विकलांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की सुविधा।
- सीसीटीवी, आपातकालीन बटन, और सुरक्षा कर्मी की सुविधा।
सुरक्षा व्यवस्था को मिलेगी बढ़ौतरी
पटना मेट्रो (Patna Metro) में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। सीबीटीसी सिस्टम के तहत ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) और ऑटोमैटिक ट्रेन सुपरविजन (ATS) से ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाने वाली है। इन स्टेशनों पर सीसीटीवी, फायर अलार्म, और सप्रेशन सिस्टम होने वाले हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी संभवतः केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को दी जाने वाली है।
परियोजना का महत्व और भविष्य
पटना मेट्रो की कुल लागत 13,925.5 करोड़ रुपये तक की रहने वाली है। इसमें जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (Japan International Cooperation Agency), केंद्र सरकार और बिहार सरकार का योगदान दिया जा रहा है। पटना मेट्रो के दो कॉरिडोर- रेड लाइन (16.86 KM) और ब्लू लाइन (14.56 KM) में कुल 24 स्टेशन को शामिल किया गया है। पहले चरण का पूरा संचालन 2027 तक होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
इतना काम हो चुका है पूरा
- मेट्रो स्टेशनों (Metro Stations)पर निर्माण कार्य लगभग अंतिम दौर पर चल रही है।
- न्यू आईएसबीटी स्टेशन पर 95 प्रतिशत से ज्यादा सिविल और इलेक्ट्रिकल काम पूरा हो रहा है।
- जीरो माइल स्टेशन पर 90 प्रतिशत काम हुआ है। वहीं इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन जारी रहा है।
- भूतनाथ स्टेशन पर 90 प्रतिशत कार्य पूरा, शेष फिनिशिंग का काम जारी है।
- खेमनीचक (Interchange Station) पर 80 प्रतिशत से ज्यादा काम निपटाया जा चुका है।
- मलाही पकड़ी स्टेशन पर 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।