Ganga Expressway पर आया बड़ा अपडेट, इस महीने से फर्राटा भरेंगी गाड़ियां 

Ganga Expressway Updates : यूपी में बीते कई समय से गंगा एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा था और अब यूपी वालों के लिए अच्छी खबर यह सामने आई है कि यूपी के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा होने वाला है। अब जल्द ही गंगा एक्स्रपेसवे (Ganga Expressway Updates) पर गाड़ियां फर्राटा भरती नजर आएंगी। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि किस महीने से ये एक्सप्रेसवे शुरू हो जाएगा।

 

HR Breaking News (Ganga Expressway) सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ा अपडेट दिया गया है। सरकार की ओर से गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य पूरा करने के लिए डेडलाइन दे दी गई है। अपडेट के मुताबिक गंगा एक्सप्रेसवे पर इस महीने से गाड़ियां फर्राटा भरती नजर आने वाली है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway Latest Update) कब तक बनकर तैयार हो जाएगा।

 

 

औद्योगिक भविष्य की रीढ़ है ये एक्सप्रेसवे


बीते दिनों यूपी इंडस्ट्रियल एक्सप्रेसवे डेवलपमेंट अथॉरिटी (UP Industrial Expressway Development Authority) की हाईलेवल समीक्षा मीटिंग हुई थी। यूपीडा की इस हाईलेवल मीटिंग में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने यूपीडा के कार्यों की रिविव्यू की। इसके लिए उन्होंने यूपीडा को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं।


इसके अलावा सीएम ने गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) को बनाने का काम हर हाल में दिसंबर तक पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। सीएम योगी का कहना है कि एक्सप्रेस-वे सिर्फ सड़कों का जाल ही नहीं, बल्कि यूपी की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक भविष्य की रीढ़ हैं।


सीएम योगी ने कही ये बात


गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway Updates) के निर्माण से यूपी के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों के बीच बेहद मजबूत कनेक्टिविटी स्थापित हो सकेगी। सीएम का कहना है कि हर प्रोजेक्ट की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा हो और कार्य की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए। 


इस मीटिंग में कई एक्सप्रेसवे पर चर्चा की गई है। इस मीटिंग मेंप्रस्तावित मेरठ-हरिद्वार लिंक एक्सप्रेस-वे (Meerut-Haridwar Link Expressway), नोएडा-जेवर लिंक एक्सप्रेस-वे, चित्रकूट-रींवा लिंक एक्सप्रेस-वे व प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र तक प्रस्तावित विंध्य एक्सप्रेस-वे व विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे के रूट पर भी विस्तृत चर्चा की गई है।

हाइवे नेटवर्क का रखा जाएगा पूरा ध्यान


सीएम का कहना है कि इन नए एक्सप्रेस-वे का प्लान बनाते वक्त भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highway Authority of India) द्वारा प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे और हाइवे नेटवर्क का पूरा ध्यान रखा जाए। ताकि, दोहराव से बचते हुए राज्य में एकीकृत और समन्वित सड़क तंत्र को विकसित किया जा सकें।

होगी स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना


बता दें कि सीएम ने यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UP Defence Industrial Corridor) से कनेक्ट सभी 6 नोड्स में स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना के निर्देश दिए गए हैं। इन केंद्रों के माध्यम से स्थानीय युवाओं को तकनीकी ट्रेनिंग देकर रक्षा उद्योग से सीधे तौर पर कनेक्ट किया जाएगा, जिससे रोजगार सृजन तो होगा और साथ ही क्षेत्रीय आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।

यूपी डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए अब तक तकरीबन 30,819 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिल गए हैं। इस एक्सप्रेसवे के लिए 5,039 एकड़ भूमि अधिग्रहीत की गई है और इसके लिए कई कम्पनियों द्वारा कार्य शुरू हो जाएगा।


अधिकारियों को मिले निर्देश


दरअसल, आपको बता दें कि अगर तीन साल में भूमि अलोट के निवेशक द्वारा यूज नहीं किया जाता है, तो ऐसा आवंटन खुद केंसिल हो जाएगा। सीएम ने अधिकारियों को ये निर्देश (CM gave instructions to officials) दिए है कि भूमि उपयोग की निगरानी की पारदर्शी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए और साथ ही इन्वेस्टर्स को सिर्फ वास्तविक प्रगति की स्थिति में ही आगे की सुविधाएं दी जानी चाहिए।

मिलेंगी ये खास सुविधाएं


मीटिंग में यह क्लियर किया गया है कि एक्सप्रेस-वे (UP New Expressway Projects) के किनारे विकसित हो रहे औद्योगिक क्लस्टर और लॉजिस्टिक पार्कों में इन्वेस्टमेंट आकर्षित करने के लिए यूपीडा ने बिजली, जलापूर्ति, ट्रक टर्मिनल, इलेक्ट्रिक वेहिकल स्टेशन और हेल्थ-इमरजेंसी सुविधाओं के लिए भी प्लान तैयार किया गया है।