Delhi Railway Station : एयरपोर्ट की तरह डेवलेप होगा दिल्ली का ये रेलवे स्टेशन, 359.3 करोड़ की आएगी लागत

Delhi Railway Station -  यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो अगले साल के अंत तक दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा। दरअसल आपको बता दें कि, वर्तमान प्रवेश और निकास की समस्याओं को हल करते हुए, स्टेशन में हवाई अड्डे (airport) जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी-
 

HR Breaking News, Digital Desk- (Delhi Railway Station) यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो अगले साल के अंत तक दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा। वर्तमान प्रवेश और निकास की समस्याओं को हल करते हुए, स्टेशन में हवाई अड्डे (airport) जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। मुख्य प्रवेश जनकसेतु (Janaksetu) से होगा, जहां यात्री ऊपरी स्तर पर पहुंचने के लिए एक स्तंभ-आधारित सड़क का उपयोग कर सकेंगे। मायापुरी की ओर से एक नया प्रवेश भी बनाया जाएगा, जिससे पश्चिमी दिल्ली (Delhi) के यात्रियों को सीधे प्लेटफॉर्म 5 तक पहुंचने में सुविधा होगी।

भारतीय रेलवे (Indian Railway) के अनुसार, इस स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह दो मंजिला बनाया जा रहा है। इसका मकसद यात्रियों की सुविधा बढ़ाना है ताकि उन्हें बार-बार ऊपर-नीचे न जाना पड़े। ग्राउंड फ्लोर (Ground floor) पर प्लेटफॉर्म और ऊपर की मंजिल पर कौनकोर्स होगा। यह डिज़ाइन स्टेशन की लोकेशन और आस-पास की जगह की कमी को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जिससे ट्रैफिक जाम और एंट्री-एग्जिट की समस्या खत्म हो जाएगी।

पिलर के ऊपर बनेगी 3 लेन चौड़ी रोड-

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अब नए प्लान के तहत पिलर बनाकर उनके उपर कम से कम तीन- तीन लेन चौड़ी रोड बनेगी। ये एलिवेटिड रोड पूरे स्टेशन को कवर करेगी, यानी ऊपर ही ऊपर स्टेशन के चारों ओर गाड़ियां घूमकर वापस फ्लाईओवर (flyover) पर आ सकेंगी। इस तरह से तिलक नगर की ओर से आने वाली गाड़ियां फ्लाईओवर पर चढ़ने के बाद उससे जुड़ने वाली रोड पर आ जाएंगी और वहीं कार, टैक्सी या ऑटो से पैसेंजर उतरेंगे।

टिकट काउंटर और फूड कोर्ट भी होगा-

यहां इतनी जगह होगी कि वहीं पैसेंजर (passenger) बैठकर ट्रेन का इंतजार कर सकेंगे। साथ ही, वहां टिकट काउंटर और फूड कोर्ट भी होगा। इस तरह से जब पैसेंजर की ट्रेन प्लैटफॉर्म पर पहुंच रही होगी तो यात्री वहां से एलिवेटर या लिफ्ट से अपने प्लेटफॉर्म (platform) पर उतर सकेंगे। इस तरह से उन्हें पहले सामान लेकर उपर चढ़ने या नीचे उतरने की कवायद नहीं करनी होगी।

गाड़ियों की पार्किंग की भी व्यवस्था-

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली कैंट स्टेशन पर एक चौड़ी एलिवेटेड रोड बनेगी, जिसमें पार्किंग (parking) की सुविधा भी होगी। स्टेशन के दोनों ओर, उत्तर और दक्षिण दिशा में, यात्रियों के लिए अलग से लिफ्ट (lift) और एलिवेटर लगाए जाएंगे। इनका उपयोग करके यात्री सीधे एलिवेटेड रोड तक पहुंच सकेंगे और अपनी गाड़ी से धौला कुआं की तरफ जा सकेंगे। हालांकि, नीचे से भी प्रवेश जारी रहेगा, जिससे यात्री सीधे प्लेटफॉर्म नंबर एक और पांच पर पहुंच सकेंगे।


नई बिल्डिंग बनते ही टूटेगी पुरानी-

रेलवे स्टेशन की नई बिल्डिंग (Building) भी बनाई जा रही है। नई बिल्डिंग तैयार होने के बाद मौजूदा बिल्डिंग को तोड़ दिया जाएगा। इस तरह से ग्राउंड लेवल पर भी स्टेशन की एंट्री पर इस तरह से रास्ता बनेगा कि गाड़ियां आमने सामने नहीं आएंगी, बल्कि एक दिशा से आकर आगे से घूमकर वापस धौला कुआं की ओर जा सकेंगी।
 

सिक्योरिटी जांच के बाद ही एंट्री-

मौजूदा स्टेशन बिल्डिंग के समीप ही एक मल्टीलेवल पार्किंग (multi-level parking) भी बनाई जाएगी, जिसमें 200 गाड़ियां खड़े करने की व्यवस्था होगी। रेलवे की योजना है कि इस स्टेशन पर भीड़ एक ही जगह से एंट्री या एग्जिट न करे, ताकि अव्यवस्था न फैले। इसी वजह से रेलवे ने तय किया है कि न सिर्फ एलवेटिड हिस्से में बल्कि ग्राउंड लेवल पर भी टिकट काउंटर बनाए जाएंगे। इनमें रिजर्व और अनरिजर्व टिकट काउंटर (unreserve ticket counter) शामिल हैं। रेलवे की योजना है कि स्टेशन की सेफ्टी के लिए इसके सभी संभावित दिशाओं में दीवार बना दी जाएगी, ताकि एंट्री सिक्योरिटी जांच के बाद ही हो।

कब तक अमल में आएगी योजना-

359.3 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस योजना पर पिछले साल के अंत में काम शुरू हो चुका है और कुछ जगहों पर फाउंडेशन (foundation) भी बन गए हैं। रेलवे को उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट अगले साल अगस्त के अंत तक पूरा हो जाएगा। इस काम के लिए रेलवे ने जनकसेतु से स्टेशन की एलिवेटेड रोड (elevated road) को जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग से मंजूरी ले ली है। इसके अलावा, जिन पेड़ों को हटाना है, उन्हें दूसरी जगह लगाने की मंजूरी की प्रक्रिया भी चल रही है।