Free Ration Scheme : अब फ्री में मिलेगा दाल-चीनी और नमक

हाल ही में सर्कार ने गरीब लोगों के लिए एक नई स्कीम शुरू की है जिसमे उन्हें फ्री में दाल चीनी और नमक जैसी बेहद जरूरी चीजें दी जाएँगी और इससे जरूरत मंद लोगों को बहुत फ़ायदा होगा, आइये डिटेल में जानते हैं क्या है ये स्कीम 

 
HR Breaking News, New Delhi :  गरीबों के लिए अच्छी खबर है. देशभर में केंद्र और राज्य सरकार (Central Government) की तरफ से गरीबों के लिए कई खास स्कीमें चलाई जाती है. अब राज्य सरकार ने गरीबों को फ्री खाने के सामान के पैकेट देने का ऐलान किया है. राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने गरीब परिवारों को निःशुल्क खाद्य सामग्री वाले पैकेट देने की योजना को मंजूरी दे दी है. 'अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना' नाम वाले इस कार्यक्रम पर 392 करोड़ रुपये का मासिक खर्च आएगा.

अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना हुई लागू

एक सरकारी बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई है. इसके अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्‍य के 1.06 करोड़ परिवारों को महंगाई से राहत दिलाने के लिए अहम निर्णय क‍िया है. उन्होंने मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना लागू करने को मंजूरी दी है. 

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दाल-चीनी और नमक समेत ये सभी सामान मिलेगा फ्री 
इसके तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के दायरे में आने वाले परिवारों को निःशुल्क खाद्य सामग्री वाले पैकेट वितरित किए जाएंगे. इसके अनुसार प्रत्येक पैकेट में एक-एक किलो के चना दाल, चीनी, नमक, एक लीटर खाद्य तेल, 100-100 ग्राम मिर्ची पाउडर, धनिया पाउडर तथा 50 ग्राम हल्दी पाउडर दिये जाएंगे. प्रत्येक पैकेट की लागत 370 रुपए बैठेगी. इस योजना पर लगभग 392 करोड़ रुपए मासिक व्यय होगा. 

कब से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन?
इस योजना के अंतर्गत पात्र व्यक्तियों का पंजीकरण 24 अप्रैल से आयोजित होने वाले महंगाई राहत श‍िव‍िर में होगा. इस योजना में सहकारिता विभाग के अंतर्गत आने वाला कॉनफैड (राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लि.) सामग्री खरीद कर पैकेट तैयार करके उचित मूल्यों की दुकानों (एफपीएस) को उपलब्ध कराएगा. 

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कौन करेगा इसका वितरण?
इनका वितरण एफपीएस शॉप (खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग) द्वारा किया जाएगा. सहकारिता विभाग इस पर नजर रखेगा.

इंस्टीट्यूट को लेकर भी लिया ये फैसला
एक अन्‍य फैसले में गहलोत ने जयपुर में राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड लर्निंग (आरआईएएल) के लिए 421 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रावधान को मंजूरी दी है. इस राशि में 180 करोड़ रुपए से भवन निर्माण, 145 करोड़ रुपए से विभिन्न नवाचार एवं अनुसंधान केन्द्रों/स्कूलों की स्थापना सहित विभिन्न कार्य किए जाएंगे.

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