Haryana : हरियाणा के 20 गांवों की जमीन बनेगी सोना, 4500 एकड़ जमीन पर विकसित होगी नई टाउनशिप

New Townships in Haryana : हरियाणा के बुनियादी ढ़ांचे को मजबूत करने और शहर विकास को नई गति देने के लिए सरकार ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है। सरकार राज्य में नई टाउनशिप बसाने की योजना बना रही है इस नई टाउनशिप (New Townships) को भविष्य की सभी जरूरतों को ध्यान में रखकर डेवलेप किया जाएगा। नई टाउनशिप आने से हरियाणा के 20 गांवों की जमीन के रेट सातवें आसमान पर पहुंच जाएंगे। आईये नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं - 

 

HR Breaking News - (Haryana New Townships)। दिल्ली-एनसीआर में लगाए नए-नए उद्योग विकसित हो रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) तेजी से विकसित होता हुआ क्षेत्र है। इसके साथ लगता हरियाणा का हिस्सा भी तेजी से उन्नति कर रहा है। यहां के गांवों की कीमत भी NCR के बड़े शहरों को टक्कर दे रही है। लेकिन आने वाले दिनों नोएडा और दिल्ली के नजदीक बसे हरियाणा के इन 18 गांवों की तस्वीर बदलने वाली है। यहां जमीन के रेट 7वें आसमान पर जाने वाले हैं। 

हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HSIIDC) इन गांवों की जमीन पर एक नई टाउनशिप (New Townships) बसाने वाला है, यहां पर आलीशान सेक्टर्स विकसित किये जाएंगे इसके साथ ही एयरपोर्ट से लेकर एक्सप्रेसवे तक की सुविधा होगी। 


2031 मास्टर प्लान तैयार - 


हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) मास्टर प्लान 2031 तैयार हो चुका है। दरअसल, HSVP फरीदाबाद और पलवल के बीच बसे 18 गांवों की 4500 एकड़ भूमि पर 12 नए सैक्टर और एक टाउनशिप डेवलेप करने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि ये सभी न्यू फरीदाबाद का हिस्सा होंगे। सबसे अहम बात है कि ऐसा पहली बार होगा जब एचएसपीवी (HSPV) यहां न केवल रेजिडेंशियल सेक्टर्स (residential sectors) बल्कि एक इंडस्ट्रियल टाउनशिप भी बनाने जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन 18 गांव में से 9 गांवों की लगभग 9 हजार एकड़ भूमि पर यह इंडस्ट्रियल टाउनशिप बसाई जाएगी। 

इन 18 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण - 


न्यू फरीदाबाद (New Faridabad) के रूप में बसने जा रहे इस शहर में फरीदाबाद के सोतई, सुनपेड़, साहुपुरा, मलेरना और जाजरू की जमीन, खेड़ी कलां, बदरपुर सैद, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, नचौली, ताजापुर, ढहकोला, शाहबाद, फरीदापुर, सदपुरा व तिगांव शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार इन 18 गांवों की जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए किसानों से आवेदन भी मांगे गए हैं और उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। 

ये बनेंगे 12 आलीशान सेक्टर्स  -


गांवों की जमीन का मुआवजा तो काफी होगा ही, शहर में तब्दील होने के बाद इसकी एक-एक इंच जगह काफी कीमती हो जाएगी.एचएसवीपी (HSVP) के अनुसार इस जमीन पर जो 12 सेक्टर बनने जा रहे हैं उनमें सेक्टर 94 A, 96, 96 A, 97 A, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141 और 142 शामिल हैं। इनमें सेक्टर 100 को कमर्शियल सेक्टर (Commercial Sector) बनाया जाएगा। 

वहीं सेक्टर 96 A और 97 A में पब्लिक यूटिलिटी स्पेस बनाए जाएंगे यानि यहां स्कूल, अस्पताल, सरकारी दफ्तर जैसी बुनियादी सुविधाएं होंगी। बता दें कि इन सभी आलीशान सेक्टर्स को एक्सप्रेसवे की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। ये सेक्टर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जेवर एयरपोर्ट और अन्य महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स के बेहद करीब होंगे। जेवर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Jewar Greenfield Expressway) भी इनके काफी पास है। इससे यह तो साफ होता है कि यहां रहने वालों को भविष्य में किसी भी चीज की कमी नहीं होगी। अनुमान है कि भविष्य में यह सेक्टर और तेजी से विकसित होंगे। 


किसानों की सहमति से ली जाएगी जमीन - 


सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसानों से जमीन जबरन नहीं ली जाएगी। उनकी सहमति से ही जमीन का अधिग्रहण (Land acquisition) किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया को मानवीय संवेदनाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया है। जो किसान अपनी जमीन देना चाहते हैं, उन्हें 31 अगस्त तक ई-भूमि पोर्टल (ebhoomi.jamabandi.nic.in) पर आवेदन करना होगा। 

सरकार ने पारदर्शिता बरतते हुए सेक्टरों और इंडस्ट्रियल टाउनशिप में आने वाले खसरा नंबरों की सूची HSVP और HSIIDC की वेबसाइट पर जारी कर दी है, जिससे किसान स्वयं देख सकें कि उनकी जमीन योजना में शामिल है या नहीं। आवेदन के बाद, विभागीय अधिकारी जमीन के रेट (Land Rate) को तय करेंगे और किसान की सहमति मिलने पर रजिस्ट्री (Land Registry) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। खास बात ये है कि भुगतान रजिस्ट्री के समय ही पूरा कर दिया जाएगा, ताकि किसान को तुरंत उसका हक मिल सके। 


एक्सपर्ट ने कही बड़ी बात - 


BPTP के नेशनल सेल्स हेड हरिंदर ढिल्लोन का कहना है क‍ि फरीदाबाद और पलवल के बीच का ये इलाका भविष्य में रियल एस्टेट (real estate) का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। यहां पर जल्द ही प्रॉपर्टी के रेट (property rates) आसमान छूने वाले हैं। नए सेक्टर्स के विकास के साथ-साथ मेट्रो कनेक्टिविटी, एक्सप्रेसवे और शहर में तेजी से हो रहे बुनियादी ढांचे के विकास ने इस क्षेत्र की संभावनाओं को और बढ़ा दिया है।