HR Breaking News पूरे देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ता जा रहा है। राजस्थान में एक दिन में कोरोना मरीजों की संख्या 9 हजार तक पहुंच चुकी है। इसके बावजूद पक्ष और विपिक्ष के जनप्रतिनिधि लगातार गाइडलाइन तोड़कर खुद लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे है।
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राज्य में कोई चुनाव भी नहीं होने हैं। इसके बावजूद कई जनप्रतिनिधि शक्ति-प्रदर्शन के लिए आयोजनों में नियम से ज्यादा भीड़ जुटाकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तोड़ रहे हैं। गाइडलाइन पालना कराने की जिम्मेदारी जिन पर है, सब-कुछ उनके सामने हो रहा है, लेकिन नेताओं पर कार्रवाई करने की हिम्मत उनमें भी नहीं है।
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कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच लापरवाही बरतने वाले इन नेताओं में सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, शाले मोहम्मद, अर्जुन बामनिया, सुखराम विश्नोई, महेश जोशी, हेमाराम चौधरी के साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और बीजेपी के कई नेता शामिल हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी पीछे नहीं हैं। लगातार बढ़ते संक्रमण के बावजूद नेताजी न तो चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर रहे हैं।
विधायकों को नियमों का पाठ पढ़ाने वाले विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी नाथद्वारा शिलान्यास समारोह में बिना फेस मास्क नजर आए। इस दौरान सीपी जोशी के साथ कैबिनेट मंत्री उदयलाल आंजना भी बिना फेस मास्क के मौजूद रहे। हालांकि इस सभा के दौरान कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने फेस मास्क लगा रखा था। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भीड़ जुटी थी। सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से भीड़ नहीं जुटाई सकती।
12 दिन में 300 से 9000 पहुंचे केस
कोरोना के जनवरी के आंकड़े देखें तो पिछले 12 दिनों में संक्रमण 31 गुना बढ़ चुका है। राज्य में एक जनवरी को 301 पॉजिटिव केस मिले थे। 12 जनवरी को आंकड़ा 9488 पहुंच गया। वहीं, रोज एक से 2 मौत के मामले सामने आ रहे हैं। जयपुर हॉटस्पॉट बन चुका है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद पॉजिटिव
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद कोरोना पॉजिटिव हैं। उनकी पत्नी सुनीता गहलोत, बेटे वैभव गहलोत भी संक्रमित हैं। भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी पॉजिटिव आ चुके हैं। इसके बावजूद दोनों ही पार्टियों के नेता लगातार लोगों के बीच जा रहे हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की तबीयत भी खराब बताई जा रही है, जो दो दिन पहले ही दौरे पर थे।
खेल मंत्री अशोक चांदना लगातार बढ़ते कोरोना के बावजूद बिना फेस मास्क जनता के बीच पहुंच रहे हैं। हाल में चांदना ने नैनवां नगर पालिका में प्रशासन गांवों के संग अभियान में पट्टे वितरित किए। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों के साथ बिना फेस मास्क चांदना गाइडलाइन को तोड़ते नजर आए।
चार विधायक, एक पूर्व सांसद व तीन पूर्व मंत्रियों की जान गई
कोरोना से राजसमंद से भाजपा की विधायक किरण माहेश्वरी, विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत, गौतम लाल मीणा, विधायक कैलाश त्रिवेदी, पूर्व सांसद महावीर भगोरा, पूर्व मंत्री मानिकचंद्र सुराणा, हरिसिंह, ललित भाटी की मौत हो चुकी है।
कोरोना गाइडलाइन को सरकार के मंत्री और नेताओं के साथ विपक्ष भी तोड़ने में जुटा है। ऐसा ही मामला उदयपुर में सामने आया। जहां नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन करने पहुंचे। इसमें बड़ी संख्या में भीड़ मौजूद थी। न नेताओं ने मास्क लगा रखा था और न भीड़ ने।
दो बार कोरोना संक्रमित हो चुके सतीश पूनिया कोरोना की तीसरी लहर आने के बावजूद बिना फेस मास्क जनता के बीच घूम रहे हैं। हर वक्त सरकार पर निशाना साधने वाले पूनिया खुद भी नियमों की पालना नहीं कर रहे। हाल ही में बीमार होने के कारण उन्हें अपने दौरे भी रद्द करने पड़े हैं।
कोरोनागाइड लाइन में रियायत की वकालत करने वाले जलदाय मंत्री महेश जोशी लगातार बिना फेस मास्क जनता से मिल रहे हैं। महेश जोशी चंडीगढ़ से आए जनप्रतिनिधियों से भी मिले। इस दौरान किसी ने भी फेस मास्क नहीं लगा रखा था, जबकि पंजाब में भी बड़ी संख्या में कोरोना के नए वैरिएंट के संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी की कमान संभालने वाले गोविंद सिंह डोटासरा पहले खुद भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसके बावजूद डोटासरा लगातार बिना फेस मास्क जनता के बीच जा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और ममता भूपेश बिना फेस मास्क जयपुर में कई कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं। राजस्थान में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज जयपुर में ही मिल रहे हैं।
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर हेमाराम चौधरी और सुखराम बिश्नोई भी लगातार जनता के बीच बिना फेस मास्क घूम रहे हैं।
रा जस्थान सरकार के मंत्री अर्जुन बामणिया और यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गणेश घोघरा लगातार बिना फेस मास्क जनता और अधिकारियों से मिल रहे हैं। एक कार्यक्रम में जनता ने तो फेस मास्क लगा रखा था, लेकिन मंत्री और विधायक बिना फेस मास्क के जनता के बीच खड़े रहे। इसे देख वहां मौजूद जनता ने भी उन्हें फेस मास्क लगाने की नसीहत दे डाली।
कोरोना के बढ़ते खतरे के बावजूद अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद लगातार बिना फेस मास्क जनता के बीच घूम रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में भीड़ जुटाने को लेकर ये विवादों में रह चुके हैं।