UP के 6 जिलों में किसानों की होगी चांदी, 923 गांवों में बनेगा हाईटेक शहर

YEIDA Master Plan : उत्तर प्रदेश वासियों के लिए एक और बड़ी खबर सामने आई है। अब उत्तर प्रदेश के 6 जिलों की तस्वीर बदलने वाली है। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के इन 6 जिलों में आने वाले 923 गांव में अब एक हाईटेक शहर बनने जा रहा है। जिसे यहां के लोगों को काफी ज्यादा फायदा होने वाला है।
 

HR Breaking News : (hi-tech city in up) उत्तर प्रदेश के विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं। अब सरकार द्वारा तैयार किए गए एक नए प्लान के मुताबिक यूपी के 923 गांव की तस्वीर पूरी तरह से बदलने वाली है। YEIDA यानी यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक प्राधिकरण के मास्टर प्लान को हरी झंडी मिल गई है। 
इस नए प्लान (YEIDA Master Plan) के मुताबिक अलीगढ़, हाथरस, मथुरा तथा आगरा में व्यापक पैमाने पर शहरी विकास होगा। यीडा इंडस्ट्रियल, आवासीय एवं व्यापारिक प्रोजेक्ट को डेवलप करेगा। इस मास्टर प्लान के मुताबिक अलीगढ़ में लॉजिस्टिक हब (Aligarh Logistics Hub) एवं मथुरा में हेरिटेज सिटी (Mathura Heritage City) का विकास किया जाएगा। चलिए खबर में जानते हैं इन 6 जिलों में और क्या-क्या नए विकास कार्य शुरू होने वाले हैं।


YEIDA का बड़ा प्लान


उत्तर प्रदेश में शहरी विकास की स्पीड़  (YEIDA Latest Updates) को तेजी के साथ बढ़ावा दिया जा रहा है। ग्राणीण इलाकों तक शहरों की पहुंच होने वाली है। यही कारण है की सरकार ने YEIDA के मास्टर प्लान फेज-2 2031 को मंजूरी दे दी है। इसके तहत नोएडा, बुलंदशहर के अतिरिक्त मथुरा, आगरा, हाथरस और अलीगढ़ के कुल 923 गावों तक विकास किया जाएगा। 
इन 4 जिलों की 34 हजार हेक्टेयर जमीन पर बड़े प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे बड़े परियोजनाएं स्थापित किए जाएंगे।

यहां होगा भूमि का अधिग्रहण


YEIDA की अथॉरिटी के अधिसूचित इलाकें (YEIDA Master Plan) में 6 जिलों की भूमि आती है। फिलहाल, अथॉरिटी रीजनल मास्टर प्लान फेज-1 के तहत गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के गांवों की भूमि का अधिग्रहण कर डेवलप कर रही थी। 


लेकिन फेज-2 का प्रस्ताव साल 2012 में तैयार होने और कई संशोधन के बावजूद शासन स्तर पर मंजूरी न मिलने की वजह से अटका पड़ा था। 
लेकिन, 12 साल बाद इसे यूपी शासन की ओर से मंजूरी मिल गई है। अगली बैठक में इसे सहमति के लिए रखा जाएगा।


 

YEIDA सिटी गांव लिस्ट


फिलहाल, यमुना अथॉरिटी के फेज-1 में गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर को विकसित किया जा रहा है। इन दोनों ही जनपदों का 75900 हेक्टेयर क्षेत्रफल है, जिसके दायरे में 226 गांव आते हैं, जिनमें से 109 शहरी इलाके से लगते हैं। 


वर्तमान समय में कुल 24 हजार हेक्टेयर भूमि पर YEIDA विकास कर रही है। लेकिन अब फेज-2 में मथुरा के करीब 11653.76 हेक्टेयर क्षेत्रफल में राया अर्बन सेंटर बनाया जाएगा, जिससे बड़े पैमाने में किसानों के साथ स्थानीय लोगों का आर्थिक विकास होगा।

टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर को भी किया जाएगा विकसित 


मिली रिपोर्ट के मुताबिक इस परियोजना के तहत डेवलेप होने वाले क्षेत्रफल के अंतर्गत 415 गांवों की जमीन दायरे में आती है। वहीं, अलीगढ़ के 11104.40 हेक्टेयर में टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर विकसित किया जाएगा। 


यह परियोजना अलीगढ़ के 92 गावों की जमीन पर विकसित किया जाएगा, जबकि आगरा के 58 गांवों की 12 हजार हेक्टेयर जमीन पर विकास कार्य किए जाएंगे।
 वहीं, बात की जाएं हाथरस की तो यहां के 358 गांवों की जमीन पर कितने क्षेत्रफल में विकास होगा इसका डिटेल प्लान अभी बनाया जाएगा।

न्यू आगरा अर्बन सेंटर DPR


YEIDA ने मथुरा और अलीगढ़ के प्लान को धरातल पर उतारने के लिए विस्तृत परियोजाना रिपोर्ट यानी (DPR) तैयार कर ली है। इन सभी परियोजनाओं के लिए डेवलपर्स के चयन की प्रक्रिया चल रही है। वहीं, न्यू आगरा अर्बन सेंटर के लिए DPR बनाने के लिए कंसल्टेंट को नियुक्त किया गया है, जिसे 9 महीने में रिपोर्ट सौंपनी होगी। उधर, हाथरस अर्बन सेंटर के लिए DPR जल्द ही तैयार कर काम को आगे बढ़ाया जाएगा।


यह भी माना जा रहा है कि सरकार की मंजूरी (government approval) के बाद हेरिटेज सिटी और लॉजिस्टिक पार्क जैसी महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को धार देने के लिए यीडा इंडस्ट्रियल, रेजीडेंसिल और कामर्शियल प्रोजेक्ट को तेजी से आगे बढ़ाएगा। 


इस परियोजना के विकास से हजारों लोगों को रोजगार, स्थानीय उद्योग धंधे, छोटो-मोटे व्यापार, बाजार, रेस्टोरेंट हॉस्पिटल्स इत्यादि विकसित होंगे, जिससे लोगों को काफी फायदा होगा।

खुलेगा 6 जिलों के लोगो की किस्मत का ताला


मिली जानकारी के मुताबिक (New City Develop), यमुना नदी के ईस्ट साइड में मथुरा और वृंदावन के 29 किलोमीटर इलाके में रिवर फ्रंट डेवलेप किया जाएगा। प्रोजेक्ट की DPR के तहत रीक्रिएशनल ग्रीन डेवलपमेंट के तहत 2600 हेक्टेयर जमीन पर एम्यूजमेंट पार्क, बॉटेनिकल गार्डन, साइंस सिटी, चिल्ड्रेन पार्क, कनवेंशन सेंटर, ट्रैफिक पार्क, एक्सपो मार्ट के अतिरिक्त 1100 हेक्टेयर में स्पोर्ट्स सिटी बसाई जाएगी। 


कुल मिलाकर मिक्स लैंड यूज के तहत जो भी विकास किया जाएगा उसमें औद्योगिक, संस्थागत, ग्रुप हाउसिंग, आवासीय और कई तरह के विकास कार्य किए जाएंगे। 
इस प्रकार से 6 जिलों के 923 गांवों के लोगो की बंद किस्मत का ताला खुल जाएगा। इस प्रोजेक्ट (YEIDA New Project) के कारण किसानों को जमीन के अच्छे दाम लगेंगे, जिससे उनका आर्थिक विकास भी तेजी से होगा। संबंधित गांवों के शहरीकरण से बड़े पैमाने पर लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।