हरियाणा के इन गांवों में लगेगी इंडस्ट्रीज, लोगों को मिलेगा रोजगार

हरियाणा में पदमा स्कीम को लेकर काफी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। जिससे उद्योगपतियों और पंचायतो को भी लाभ मिलने के अलावा हरियाणा के युवाओं के लिए भी रोजगार के नए अवसर पैदा होगे। तो आइए जानते है क्या है पदमा स्कीम और युवाओं के लिए कैसी वरदान साबित होगी। 
 

हरियाणा में कई तरह के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। हरियाणा में ऐसी कई प्रोजेक्ट पर काम जारी है जिससे हरियाणा के उद्योगपतियों और पंचायतों को भी लाभ मिलेगा। इसी के चलते हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ‘पदमा’ स्कीम ग्रामीण क्षेत्र के लिए लैंडमार्क साबित होगी, इससे जहां लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे वहीं पंचायतों की आय में वृद्धि होगी। यह जानकारी उन्होंने ‘पदमा’ स्कीम से संबंधित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद दी।

जलभराव से खराब फसलों का किसानों को मिलेगा 650 करोड़ रुपये का मुआवजा, ये जिले हैं शामिल

इस अवसर पर विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली व श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक भी उपस्थित थे। डिप्टी सीएम ने बताया कि केंद्र की ‘पदमा’ स्कीम को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा सरकार इस पर तेजी से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एमएसएमई (MSME) को बढ़ावा देने के लिए ‘लैंड-पूल पॉलिसी’ का निर्माण किया जा रहा है, इसका ड्राफ्ट तैयार हो चुका है, जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

फसलों के नुकसान की गिरदावरी पूरी, मिलेगा 350 करोड़ का मुआवजा, जानिए कब खाते में आएगी मुआवजा राशि


ब्लॉक-वाइज तय किये गए उत्पाद

दुष्यंत चौटाला ने बताया कि लैंड पूलिंग के तहत प्रत्येक ब्लॉक में करीब पचास एकड़ जमीन जुटाई जाएगी। राज्य सरकार ने ब्लॉक-वाइज कुछ उत्पाद तय किए गए हैं जिनको एक्सपोर्ट करवाने में भी सरकार मदद करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के कई गांवों में हुनरमंद लोगों द्वारा ऐसे गुणवत्तापरक प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं,

जिनकी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी कीमत मिल सकती है, लेकिन जानकारी के अभाव में उनको मजबूरी में लोकल लेवल पर कम दामों पर बेचना पड़ता है।

ओलावृष्टि व बारिश से खराब हुई फसलों का मुआवजा जारी, हिसार जिले में बांटे जाएंगे रुपये

उद्योग के लिए प्लॉट

उपमुख्यमंत्री के मुताबिक राज्य सरकार की मंशा है कि प्रत्येक ब्लॉक में उस ब्लॉक के लोगों द्वारा उत्पादित बेहतरीन प्रोडक्ट के लिए एक कलस्टर बनाया जाए, जहां पर एमएसएमई (MSME) की भांति लोगों को उद्योग लगाने के लिए प्लॉट उपलब्ध करवाए जा सकें। इस कलस्टर में बिजली, पानी, सड़क, बैंक, कॉमन सर्विस सैंटर जैसी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।