Delhi में अब इस रूट पर चलेगी मिनी मेट्रो, खर्च भी होगा कम

DMRC Latest Updates : दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन अपने यात्रियों को हर एक अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए नए-नए कदम उठा रहा है। डीएमआरसी यानी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन अब एक ऐसा मेट्रो कॉरिडोर शुरू करने जा रहा है जिस पर मिनी मेट्रो चलेगी। आइए खबर में जानते हैं दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा उठाए गए इस बड़े कदम के बारे में विस्तारसे।
 

HR Breaking News : (DMRC Latest Updates) दिल्ली शहर में मेट्रो के विस्तारिकरण (expansion of metro) के लिए डीएमआरसी की ओर से खूब प्रयास किए जा रहे हैं। अब हाल ही में दिल्ली वालों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है, जिसके तहत दिल्ली में अब जल्द ही DMRC एक ऐसा मेट्रो कॉरिडोर शुरू करने जा रहा है, जिसपर मिनी मेट्रो दौड़ेंगी।  दिल्ली मेट्रो पहली बार मिनी मेट्रो का संचालन करने वाली है, जिसकी वजह से यात्रियों को यात्रा करने में काफी आसानी होगी।  


दिल्ली मेट्रो अब तीन कोच वाली छोटी मेट्रो चलाने की तैयारी कर रहा है। ये देश की पहली छोटी मेट्रो (first mini metro) होगी। DMRC की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर के बीच तीन कोच की मेट्रो सेवा (Three coach metro service) शुरू की जाएगी। आमतौर पर देश में चार, छह और आठ कोचों वाली मेट्रो सेवा का संचालन (operation of metro service) किया जा रहा है। DMRC का कहना है कि छोटे रूट पर कम कोच वाली ट्रेनें चलाने से यात्रियों को फायदा होने के साथ-साथ खर्च भी कम आएगा।

क्या है मिनी मेट्रो की खासियत?


मिनी मेट्रो खास तौर पर छोटी दूरी के सफर के लिए बनाई गई है। इससे कम खर्च में ज्यादा ट्रेनें चलाई जा सकेंगी और मेट्रो की फ्रिक्वेंसी भी बढ़ेगी। इससे दक्षिणी दिल्ली के घनी आबादी वाले इलाकों में प्लैटफॉर्म (Features of Mini Metro) पर भीड़ कम होगी और यात्रियों को सफर करने में भी आसानी होगी। 


मिनी मेट्रो के एक डिब्बे में करीब 300 लोग बैठ या खड़े हो सकते हैं। इस हिसाब से हर ट्रेन में करीब 900 लोग सफर कर सकेंगे। इसके अलावा इस मेट्रो के हर चक्कर में कम बिजली खपत होगी। इससे खर्च कम होगा और पर्यावरण पर भी कम बोझ पड़ेगा। भविष्य में यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ मेट्रो की संख्या और फ्रिक्वेंसी बढ़ाई जाएगी।

इतना बड़ा होगा ये कॉरिडोर


DMRC के फेज-4 योजना के तहत बनने वाला ये कॉरिडोर दिल्ली की दूसरी सबसे छोटी लाइन होने वाली है। फिलहाल ग्रे लाइन (द्वारका-ढांसा बस स्टैंड) दिल्ली मेट्रो का सबसे छोटा कॉरिडोर (shortest corridor) है। लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक के बीच की बनने वाली इस लाइन की लंबाई लगभग 8 किलोमीटर होगी और इसपर 8 स्टेशन बनाए जाएंगे। इस कॉरिडोर पर प्लैटफॉर्म भी छोटे होंगे।

मिनी मेट्रो के इस कॉरिडोर पर होंगे स्टेशन

लाजपत नगर - पिंक और वायलेट लाइनों के साथ इंटरचेंज, लाजपत नगर मार्केट जुड़ने वाला यह तीसरा कॉरिडोर होगा।
एंड्रयूज गंज - घरों और दफ्तरों वाले इलाके को फायदा।
ग्रेटर कैलाश एक - ग्रेटर कैलाश और आसपास के इलाकों के लिए।
चिराग दिल्ली - मैजेंटा लाइन के साथ इंटरचेंज।
पुष्पा भवन - सरकारी कार्यालयों और आवासीय कॉलोनियां मेट्रो से जुड़ेंगी।
साकेत कोर्ट - साकेत कोर्ट और सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल पहुंचा जा सकेगा।
पुष्प विहार - पुष्प विहार के सेक्टर 1, 3, 4 और 7 के निवासियों को फायदा।
साकेत जी ब्लॉक - गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद-एरोसिटी) के साथ इंटरचेंज स्टेशन। इस स्टेशन पर मेट्रो बदलकर एयरपोर्ट पहुंचा जा सकेगा।

यह कॉरिडोर साउथ और सेंट्रल दिल्ली के बीच के सफर को आसान बनाएगा। इसके बन जाने पर मौजूदा मेट्रो लाइनों की भीड़ (congestion of metro lines) में भी कमी आएगी और लोगों के यातायात में तेजी आएगी और इलाके में ट्रैफिक का बोझ भी घटेगा।