UP में बनेगा 8 लेन नया एक्सप्रेसवे, 4000 करोड़ की आएगी लागत

UP News - उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रेटर नोएडा और नोएडा के बीच ट्रैफिक (traffic) जाम से राहत के लिए एक नया एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट शुरू किया है। सरकार की इस योजना का मकसद 6 लेन वाली एलिवेटेड रोड पर 8 लेन वाली बनाना है... एक रिपोर्ट के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 4 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च होगा-

 

HR Breaking News, Digital Desk- (UP News) उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रेटर नोएडा और नोएडा के बीच ट्रैफिक (traffic) जाम से राहत के लिए एक नया एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसे प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। ग्रेटर नोएडा और नोएडा (Noida) के बीच ट्रैफिक में सुधार के लिए योगी सरकार एक न्यू एक्सप्रेसवे (New Expressway) बना रही है। इस हाइवे का कंस्ट्रक्शन यमुना पुश्ता के समान होगा। (UP Government)

नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने 2,000 करोड़ रुपये के एलिवेटेड रोड और अंडरपास प्रोजेक्ट का प्रस्ताव राज्य सरकार व मुख्य सचिव मनोज सिंह को सौंपा है। मनोज सिंह पहले ही सभी प्रोजेक्ट विवरणों की जांच कर चुके हैं। कैबिनेट मंजूरी से पहले यह तय होगा कि निर्माण की देखरेख कौन करेगा - NHAI या UPEIDA। यह निर्णय शासन स्तर पर चर्चा के बाद लिया जाएगा।

कितना खर्च होगा?

इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 4 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च होगा। फिलहाल, नो-ऑब्जेक्शन लेटर (No-Objection Letter) लेने का प्रोसेस स्टार्ट हो गया है।

8 लेन की सड़क बनाना-
इस योजना का मकसद 6 लेन वाली एलिवेटेड रोड पर 8 लेन वाली बनाना है। मौजूदा नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक को नया एक्सप्रेसवे कम करना चाहता है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के उद्घाटन से बढ़ेगा।

नए हाइवे से किन्हें फायदा?
नोएडा का नया 29 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे सेक्टर-94 के गोलचक्कर से शुरू होगा। यह दिल्ली और हरियाणा से आने वाले ट्रैफिक को सीधे कालिंदी कुंज से जोड़ेगा, साथ ही DND और चिल्ला बॉर्डर से आने वाले ट्रैफिक को महामाया फ्लाईओवर से भी जोड़ेगा।

इस पर दो इंटरचेंज होंगे, जिनमें से एक सेक्टर 168 (छपरौली) के पास फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (Faridabad-Noida-Ghaziabad) एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह नया मार्ग यातायात को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इससे गाजियाबाद और नोएडा (SEC-63) समेत कई एरियों में सुधार होगा। वहीं, दूसरा सेक्टर 150 में रोड बनेगी, जिसमें FNG भी शामिल है। इससे यात्रियों को राहत मिलने के साथ-साथ ट्रेवल टाइम (travel time) में काफी कमी आने की उम्मीद है।