New Expressway in UP : यूपी के इस एक्सप्रेसवे का सर्वे हुआ पूरा, इन जिलों में औद्योगिक निवेश को मिलेगी गति
Uttar Pradesh News : यूपी में नए-नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। अब जल्द ही प्रदेश में एक ओर नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। अब प्रदेश के इस एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा है और सर्वे का काम भी पूरा हो गया है। यूपी में इस नए एक्सप्रेसवे (UP Expressway News ) के निर्माण से औद्योगिक निवेश को नई गति मिलेगी। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
HR Breaking News (UP News) नए-नए हाईवे ओर एक्सप्रेसवे निर्माण के बाद प्रदेश देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है। अब यूपी के एक ओर नए एक्सप्रेसवे के सर्वे का काम पूरा हो चुका है। यूपी का ये नया एक्सप्रेसवे (UP Expressway Projects) राज्य के अन्य जिलों को आपस में कनेक्ट करेगा ओर इससे औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा। आइए खबर मे जानते हैं इस एक्सप्रेसवे के बारे में।
इन गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए जिले में जिन गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, उनके लिए काला (Competent Authority for Land Acquisition) चयन प्रोसेस की शुरुआत हो गई है। जिले में सर्वे, मुआवजा वितरण कराने का जिम्मा एनएचएआइ बरेली को दी गई है। वहीं, शाहजहांपुर से मुरादाबाद के आगे तक बनाने का जिम्मा एनएचएआइ मुरादाबाद को दी गई है।
60 दिन पहले ही मिली प्रोजेक्ट को मंजूरी
एनएचएआइ के इस प्रोजेक्ट (NHAI New Project)को दिल्ली स्थित मुख्यालय से 60 दिन पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। यूपी का ये नया एक्सप्रेसवे गोरखपुर से बस्ती, अयोध्या, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर से पीलीभीत में बीसलपुर, शाजहांपुर में पुवायां से होकर के बरेली के फरीदपुर, नवाबगंज, बहेड़ी तहसील क्षेत्र के गांवों से होते हुए रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ होते हुए शामली तक होकर जाएगा। इसके बाद बरेली जिले में पड़ने वाले गांवों का सर्वे का काम किया जाएगा।
कौन सा है ये एक्सप्रेसवे
दरअसल, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सड़क मार्ग से पूर्वांचल को पश्चिमी यूपी से कनेक्ट करने के लिए 700 किमी के गोरखपुर-शामली ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Shamli Green Field Link Expressway) को बनाने का प्रोसेस शुरू हो गया है। मंडल के तीन जिलों को कनेक्ट करने वाला यह सिक्सलेन एक्सप्रेस-वे बरेली जिले की तीन तहसील क्षेत्रों से होकर गुजरेगा।
आपत्ति के लिए भूमि स्वामी को मिलता है इतना वक्त
एनएचएआई की ओर से खास भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय में जुड़े गावों की लिस्ट भेज दी गई है। इसके बाद धारा 3-ए के तहत भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना (land acquisition notification) जारी की जानी है। भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी होने के बाद चयनित जमीन पर निर्माण और खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लग जाएगा। भूमि स्वामी को आपत्ति के लिए 15 दिन का वक्त दिया जाता है, इसके बाद 3-डी घोषित कर भूमि केंद्र सरकार के नाम सेफ हो जाएगी।
कब तक बनकर तैयार होगा यह हाईवे
अब यूपी (UP New Expressway) के कई जिले में बरेली को उत्तराखंड से कनेक्ट करने के लिए बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे का काम चल रहा है। इस समय में बरेली-सीतापुर हाईवे का चौड़ीकरण हो चुका है। बरेली से मथुरा-आगरा तक सीधे कनेक्ट होने के लिए बरेली-मथुरा हाईवे को सिक्सलेन में बदलाव किया जा रहा है। साथ ही गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे निर्माण का प्रोसेस शुरू होने से एनएचएआइ के अधिकारियों ने यह दावा किया है कि अगले फाइनेंशियल ईयर निर्माण कार्य शुरू कराने का मकसद तय किया गया है और यह तीन साल में यह बनकर तैयार हो जाएगा।
परिवहन गतिविधियों में होगा इजाफा
यूपी (UP Expressway Updates) में सड़क मार्ग से बरेली से पूरब में गोरखपुर और पश्चिम में शामली तक सफर सुगम हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के तैयार होने से बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर और लखीमपुर खीरी के लोगों को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (Agra-Lucknow Expressway) और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) से सीधे कनेक्ट किया जाएगा। इससे यात्रा का समय कम होगा और परिवहन गतिविधियां बढ़ने के साथ ही औद्योगिक निवेश को गति मिलेगी।