UP के इन 2 जिलों के बीच बनाया जाएगा नया हाईवे, 27 से ज्यादा गावों की जमीन होगी एक्वायर

UP National Highway :  यातायात सुगम बनाने के लिए प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। फिलहाल यूपी में कई हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य चल रहा है। 2017 में प्रदेश में नेशनल हाइवे (UP National Highway) की कुल लंबाई 8364 किलोमीटर थी और अब 2023 तक 3226 किमी. लंबाई में ये नेशनल हाईवे बने।  इसके बाद प्रदेश में नेशनल हाइवे की लंबाई 11590 किमी हो गई है।  60 नए काम इसी साल होने हैं जिसके बाद और अधिक होने वाली है। इसी बीच यूपी के दो जिलों के बीच एक और नया हाईवे बनाने की तैयारी चल रही है। 
 

HR Breaking News, Digital Desk-  उत्तर प्रदेश के लीगढ़-आगरा के बीच सफर करने वालों के लिए खुशखबरी है। केंद्र और प्रदेश सरकार सेंट्रल रोड फंड (CRF) से दोनों जिलों के यातायात को सुगम बनाने के लिए एक नया हाईवे बनाने जा रही है। इसको लेकर शीर्ष स्तर पर ड्राइंग भी तैयार करा ली गई। अब ड्रोन सर्वे की तैयारी है। अगर ये हाईवे बनता है तो इससे हाथरस के मुरसान क्षेत्र को सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि तैयार ड्राइंग के मुताबिक यह हाईवे मुरसान क्षेत्र से होकर जाएगा।   

 

हालांकि, अभी इस परियोजना की कोई अधिकारिक पुष्टि स्थानीय स्तर पर नहीं हुई है। विश्वस्त सूत्रों से अंदरखाने की खबर यह भी है कि इस नए हाईवे को बनाने के  साथ-साथ सरकार की मंशा इसे इकोनामिक कॉरिडोर (आर्थिक गलियारा) के रूप में विकसित करने की भी है, यह गलियारा अलीगढ़-पलवल मार्ग पर विकसित हो रहे डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ेगा। इस परियोजना पर काम कर रहे बेहद विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार की मंशा आगरा एयरपोर्ट को अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ने के लिए नए हाईवे और इसके सहारे आर्थिक गलियारा भी विकसित करने की है।

चूंकि, इसे अलीगढ़ के बाहर से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग (नेशनल हाईवे) बाईपास से जोड़कर शुरू किया जाएगा और आगरा में खंदौली पर यमुना एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। इसलिए यह जेवर एयरपोर्ट का तीसरा विकल्प हाईवे भी अलीगढ़ में विकसित हो रहे डिफेंस कॉरिडोर के लिए होगा।



बताते हैं कि यमुना एक्सप्रेस वे के सहारे विकसित हो रहे जेवर एयरपोर्ट, अलीगढ़-पलवल मार्ग पर डिफेंस कॉरिडोर व अन्य उद्योगों के कारण अब संबंधित क्षेत्रों में भूमि नहीं बची है। साथ ही अलीगढ़-पलवल मार्ग पर यातायात का बोझ अधिक होने या आपात स्थिति के दौरान यह हाईवे आगरा और यमुना एक्सप्रेस वे तक पहुंचने का विकल्प भी बनेगा, जो जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचाएगा। हालांकि, यह परियोजना अभी शुरुआती दौर में है और सिर्फ ड्राइंग तक सीमित रहने के कारण कोई अधिकारिक रूप से बोलने को तैयार नहीं है। संकेत हैं कि जल्द ड्रोन सर्वे होगा। इसके बाद प्रस्ताव कराया जाएगा।

नए हाईवे के प्रमुख बिंदु

जेवर एयरपोर्ट के लिए विकल्प मार्ग और अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर को आगरा से जोड़ेगा।

अलीगढ़ से हाथरस जनपद होते हुए आगरा जिले के खंदौली तक पहुंचेगा हाईवे।

ड्राइंग में प्रत्येक इलाके की लाख प्रति बीघा और लाख प्रति हेक्टेयर कीमत भी उल्लेखित की गई है।

तीनों जनपदों के 59 गांवों से जुड़ेगा नया हाईवे।

अलीगढ़ में हाईवे बाईपास से होगी शुरुआत, आगरा के खंदौली में यमुना एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा।

इन गांवों की जमीन की जाएगी एक्वायर

अलीगढ़ के गांव : कस्बा कोल (हाईवे बाईपास पर आगरा-मथुरा कट के मध्य से), दौलारा निरपाल, मनोहरपुर कायस्थ, मुकुट गढ़ी, एसी, आबूपुर।

हाथरस के गांव : सिंघर, देदामई, बिलखौरा कला, जसराना, रुदायन, लढ़ौता, लुहारा, दिनावली, नगला गढ़ू, छोड़ा गड़उआ, गारवगढ़ी, नगला सामंत, नौपुरा, गढ़ी नंदराम, अहबरनपुर, संगीला नगला बरी, मूंगसा, टुकसान, धातुरा खुर्द, सूरजा, पिलखोनिया, अजरोई, बगुली कमालपुर, धींगरा, मथू, तेजपुर, केशर गढ़ी, खोकिया, सोंगरा, अमरपुर, चमरपुरा, पटाखास, बेरीसला, गोजिया, नगला बरी, जुझारु, नगला करवा, खजुरिया, कुरावली, कजरौठी, झागर, बरामई, नौगवां, दक्सा, छावा, खुरसैना, सरौथ, घूंच, सीस्ता।

आगरा के गांव : कंजौली, खंदौली, पैंठ खेड़ा, राम नगर खंदौली।

अभी 3 घंटे में पूरा होता है सफर


अलीगढ़ (UP Aligarh) से आगरा जाने के लिए मडराक, सासनी, हाथरस, सादाबाद, खंदौली होते इसी हाईवे का हिस्सा है। 85 किलोमीटर लंबे हाईवे को तय करने में ढाई से 3 घंटे का समय लग जाता है। इस 2लेन हाईवे पर मडराक और बरौस पर टोल वसूला जाता है। 


लंबे समय से इस हाईवे को फोरलेन करने की मांग चल रही है, जो पूरी नहीं हो पाई है। विभाग के अनुसार 2लेन हाईवे यही रहेगा। इससे अलग खंदौली से हाथरस की सीमा में होते हुए अलीगढ़ में दिल्ली कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को शहर के बाहर जोड़कर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) प्रस्तावित है।