New Railway Line : यूपी के बाद अब इस राज्य में नई रेल लाइन को मंजूरी, 490 किलोमीटर का होगा रूट, सपनों की पटरी पर चलेगा पहला इंजन

New Railway Line : हाल ही में आई एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी के बाद अब इस राज्य में नई रेल लाइन को मंजूरी मिल गई हैं। यह रूट 490 किलोमीटर का होगा... रेल मंत्रालय ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए 12.25 करोड़ रुपए के सर्वेक्षण को मंजूरी दी है, जो इसे कागजों से हकीकत की रेलपटरी में बदलने की दिशा में पहला ठोस कदम है- 

 

HR Breaking News, Digital Desk- (New Rail Line) केंद्र सरकार ने बस्तर के लिए 490 किलोमीटर लंबी 'मिनरल एक्सप्रेस कॉरिडोर' को हरी झंडी दे दी है। यह रेल लाइन महाराष्ट्र के गढ़चिरोली से छत्तीसगढ़ के बीजापुर होते हुए बचेली (दंतेवाड़ा) तक जाएगी।

रेल मंत्रालय ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए 12.25 करोड़ रुपए के सर्वेक्षण को मंजूरी दी है, जो इसे कागजों से हकीकत की रेलपटरी में बदलने की दिशा में पहला ठोस कदम है। यह कॉरिडोर बस्तर को देश के रेल नक्शे पर एक नई पहचान देगा और इस क्षेत्र में विकास की गति बढ़ाएगा।

New Rail Line: तीन राज्यों की सीमा पर, रेल का त्रिवेणी संगम-

यह लाइन महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमाओं (boundaries of telangana) को रेल की माला में पिरोएगी। बीजापुर के आदिवासी गांवों में पहली बार रेलवे स्टेशन की घंटी बजेगी। स्थानीय युवाओं के लिए रेलवे में रोजगार के अवसर खुलेंगे। बचेली के लौह खदान मजदूरों को अब ट्रक की धूल नहीं, रेल की सीटी सुनाई देगी।

बस्तर सांसद ने रखी थी मांग, अब मिली मंजूरी-

बस्तर सांसद महेश कश्यप ने इन रूट के लिए रेलमंत्री से मिलकर मांग रखी थी। जिसके बाद उन्होंने गंभीरता से लेते हुए इस पर अब अपनी स्वीकृति दे दी है। बस्तर सांसद ने कहा कि लंबे समय तक बस्तर को रेल कनेक्टिविटी (rail connectivity) से दूर रखा गया था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। डबल इंजन की सरकार है और इसमें बस्तरवासियों के हितों को ध्यान में रखकर सभी जिले को रेलवे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए तेजी से प्रक्रिया चल रही है।

सपनों की पटरी पर पहला इंजन, 12.25 करोड़ का सर्वेक्षण ईंधन-

रेलवे बोर्ड (Railway Board) के पत्र अपना प्लान तैयार कर लिया है। रेल का आर्किटे्रक्चरल ब्लूप्रिंट तैयार होगा जो बस्तर के जंगलों में पटरी बिछाएगा। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट को 2028 तक पूरा करने की दिशा में काम किया जा रहा है। 2025 में सर्वे कार्य और 2026 में भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) और टेंडर प्रक्रिया (tender process) पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।

मलकानगिरी तक की ट्रेन को सुकमा तक बढ़ाने की मांग-

बस्तर में रेल कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है। सिर्फ गढ़चिरौली-बीजापुर-बचेली रूट ही नहीं, बल्कि अब तक रेल से दूर रहे दक्षिण बस्तर के सुकमा जिले को भी जोड़ने की पहल शुरू हो गई है। बस्तर सांसद महेश कश्यप (Bastar MP Mahesh Kashyap) ने मलकानगिरी तक निर्माणाधीन रेललाइन को सुकमा तक बढ़ाने की मांग की है, क्योंकि सुकमा की दूरी मलकानगिरी से केवल 30 किलोमीटर है। यह कदम धुर नक्सल प्रभावित सुकमा को रेल नेटवर्क (rail network) से जोड़ेगा, जिससे यहां के लोग मलकानगिरी और जैपोर के रास्ते देश के अन्य हिस्सों से आसानी से जुड़ सकेंगे।