Noida Metro : यूपी सरकार ने उठाया बड़ा कदम, नोएडा मेट्रो में सुरक्षा को लेकर विशेष प्लानिंग

Noida Metro - हाल ही में यूपी सरकार की ओर से एक बड़ा कदम उठाया गया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। बता दें कि यह फैसला मेट्रो स्टेशनों और आस-पास के परिवहन हब (transporatation hub) की बढ़ती सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए लिया गया-

 

HR Breaking News, Digital Desk- (Noida Metro) उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो कॉरिडोर के 21 स्टेशनों की सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) की 5वीं बटालियन, सहारनपुर से 46 पद आरक्षित करने को मंज़ूरी दी है। यह फैसला सुरक्षा ज़रूरतों को देखते हुए लिया गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो नेटवर्क (Noida-Greater Noida Metro Network) की सुरक्षा के लिए यूपी विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) के 46 पदों को आरक्षित करने की मंजूरी दी है। यह फैसला मेट्रो स्टेशनों और आस-पास के परिवहन हब की बढ़ती सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए लिया गया। आरक्षित पदों में एक सहायक कमांडेंट, तीन उप-निरीक्षक, छह हेड कांस्टेबल और 36 कांस्टेबल शामिल हैं। इन कर्मियों को विशेष रूप से मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था (metro security system) मजबूत करने के लिए तैनात किया जाएगा।

यह भी बताया गया है कि राज्य सरकार पहले ही रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) की सुरक्षा के लिए पद आरक्षित कर चुकी है। वर्तमान में, UPSSF की 5वीं बटालियन RRTS नोएडा-ग्रेटर नोएडा कॉरिडोर, हिंडन हवाई अड्डे और सहारनपुर हवाई अड्डे (Saharanpur Airport) की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है। RRTS के चौथे चरण के लिए अतिरिक्त तैनाती पर भी विचार किया जा रहा है।

विशेष सचिव ने बल दिया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो कॉरिडोर (Noida-Greater Noida Metro Corridor) के लिए प्रस्तावित 46 पदों को आरक्षित किए बिना सुरक्षा कर्मियों की परिचालन क्षमता, मनोबल और कल्याण बनाए रखना कठिन होगा। गहन विचार-विमर्श के बाद, सरकार ने मेट्रो कॉरिडोर (metro corriodor) की वर्तमान और भविष्य की सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए UPSSF की 5वीं बटालियन के तहत इन पदों को आरक्षित करने की औपचारिक मंजूरी दे दी है। ADG (UPSSF) डीके ठाकुर को आवश्यक अनुवर्ती कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

यह कदम मेट्रो यात्रियों की सुरक्षा को और पुख्ता करेगा। सुरक्षा कर्मियों (security personnel) की संख्या बढ़ने से स्टेशनों पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने में मदद मिलेगी। यह सुनिश्चित करेगा कि यात्री बिना किसी चिंता के मेट्रो का उपयोग कर सकें। यह तैनाती सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत बनाएगी।