Property Rate: दिल्ली और NCR के इन इलाकों में 14% बढ़े प्रॉपर्टी के रेट 
 

Property Rate in Delhi NCR: बीते महीने दशहरा (Dussehra) और दिवाली (Diwali) जैसे त्योहारों की धूम रही। त्योहारी सीजन (Festival Season) में मकानों की मजबूत मांग रही। साल 2022 की तीसरी तिमाही में हाउसिंग प्राइस भी बढ़ना जारी रहा। आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
 
 

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)।  क्रेडाई-कोलियर्स-लाएसस फोरस (CREDAI – Colliers - Liases Foras) ने हाउसिंग प्राइस ट्रैकर रिपोर्ट 2022 (Housing Price-Tracker Report 2022) जारी किया है। इसमें देश के शीर्ष आठ शहरों में आवासीय संपत्ति (Residential Property) के ट्रेंड के बारे में बताया गया है। इसके मुताबिक साल 2022 की तीसरी तिमाही में वार्षिक आधार पर भारत में आवासीय कीमतों (Housing Price) में 6% की बढ़ोतरी हुई है। दौरान मकानों की कीमत सबसे ज्यादा दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में बढ़ी है।


कीमतों में छह फीसदी की हुई बढ़ोतरी


देश के शीर्ष आठ शहरों (दिल्ली-एनसीआर, एमएमआर, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और अहमदाबाद) में आवासीय संपत्ति की कीमतों में 6% की वार्षिक दर से बढ़ोतरी हो रही है। इसके पीछे 2022 की शुरुआत के बाद से, पिछले साल से बढ़ी हुई मांग का कारण है। इसके साथ ही पिछले कुछ महीनों के दौरान मकान बनाने में उपयोग होने वाली सामग्री की कीमतें भी बढ़ी हैं। इसका प्रभाव मकान की कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में दिखा है।

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दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा बढ़ी कीमतें


इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में वार्षिक आधार पर आवासीय कीमतों में सबसे ज्यादा 14% की वृद्धि हुई है। गोल्फ कोर्स रोड (Gurugram) में सबसे अधिक 21% की वृद्धि देखी गई और इसके बाद गाजियाबाद (Ghaziabad) का स्थान रहा।

दिल्ली एनसीआर के बाद कोलकाता और अहमदाबाद में वर्ष दर वर्ष क्रमशः 12% और 11% की वृद्धि हुई है। महाराष्ट्र के पुणे में मकान की कीमतों में नौ फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि हैदराबाद में मकान आठ फीसदी महंगे हो गए हैं। आश्चर्यजनक रूप से चेन्नई और मुंबई महानगर एमएमआर में मकान की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

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अनसोल्ड इंवेंट्री में गिरावट


रिपोर्ट का कहना है कि चुनौतीपूर्ण स्थिति के बाद बाजार में एक अंतराल बाद गति आई है। वर्ष की शुरुआत के बाद से बढ़ती ब्याज दरों और इनपुट कॉस्ट में बढ़ोतरी के बावजूद नए लॉन्च की संख्या में इजाफा हुआ है। कुल मिलाकर बिना बिकी इंवेंट्री सालाना 3% बढ़ी है। पिछली कुछ तिमाहियों में लॉन्च में बढ़ोतरी के कारण, भारत में लगभग 94% अनसोल्‍ड (बिना बिकी) इंवेंट्री निर्माणाधीन है।

अधिकांश शहरों में अनसोल्ड इंवेंट्री में गिरावट देखी गई, जिसमें बेंगलुरु में 14% सालाना की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जिसकी वजह बिक्री में बढ़ोतरी रही। केवल हैदराबाद, एमएमआर और अहमदाबाद में महत्वपूर्ण नए लॉन्च के कारण बिना बिकी इन्वेंट्री में वृद्धि देखी गई। बिना बिकी इंवेंट्री में एमएमआर की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 37 फीसदी है, इसके बाद दिल्ली-एनसीआर और पुणे में 13% है।

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मुंबई में बढ़ रही है अनसोल्ड इंवेंट्री


एमएमआर क्षेत्र में अनसोल्ड इंवेंट्री में सालाना आधार पर 21% की वृद्धि हुई। शायद यही वजह है कि वहां मकान की कीमतें स्थिर बनी रहीं। वहां नए लॉन्च में वृद्धि के साथ एमएमआर में लगातार पांचवीं तिमाही में बिना बिकी इन्वेंट्री में वृद्धि देखी गई। इस क्षेत्र में अनसोल्ड इन्वेंट्री में 21% की वार्षिक बढ़ोतरी हुई, जबकि मकान की कीमतें तिमाही आधार पर 1% की मामूली गिरावट के साथ सीमाबद्ध बनी हुई हैं। हालांकि, पश्चिमी उपनगरों (दहिसर से आगे) में कीमतों में सबसे अधिक 10% की वृद्धि देखी गई, इसके बाद पनवेल में 8% की वृद्धि हुई।


रियल एस्टेट बाजार में रिकवरी


क्रेडाई नेशनल के प्रेसिडेंट हर्षवर्धन पटोदिया ने कहा कि देश के रियल एस्‍टेट बाजार ने कीमतों के लिहाज के-आकार में रिकवरी देखी है, ग्राहकों के सेंटीमेंट मजबूत बने हुए हैं, क्‍योंकि महामारी ने किराये पर घर लेने की बजाय खुद का घर खरीदने के महत्‍व को समझाया है। त्‍योहारी सीजन के इस साल के अंत तक जारी रहेगा, ऐसे में बिक्री में बढ़ोतरी की उम्‍मीद कर सकते हैं और बिना बिकी इंवेंट्री में भी गिरावट आ सकती है। दुनिया के महंगाई के रुझानों के अनुरूप, आवासीय कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, बाजार को मजबूत मांग के चलते कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहने की उम्‍मीद है। उद्योग महामारी के कारण आई नरमी के बाद तेजी पकड़ रहा है और 2023 की पहली छमाही में इसे स्थिर रहना चाहिए।