UP के कर्मचारियों को झटका, खत्म किए जाएंगे यह भत्ते
UP Employees News : समय बीतने के साथ ही यूपी कर्मचारियों में आठवें वेतन आयोग के लागू होने को लेकर बेसब्री बढ़ती जा रही है। अब हाल ही में यूपी कर्मचारियों के लिए आठवें वेतन आयोग को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। अपडेट के मुताबिक यूपी कर्मचारियों (UP Employees News) को आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर तगड़ा झटका लगने वाला है, क्योंकि नए वेतन आयोग के लागू होते ही कई अलाउंस को खत्म कर दिया जाएगा।
HR Breaking News : (UP News) आठवें वेतन आयोग के लागू होने का यूपी के 12 लाख कर्मचारी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वेतन आयोग सैलरी में संशोधन के साथ ही भत्तों (Allowances) की समीक्षा कर उनमें बड़े स्तर पर सुधार भी करता है। अब इसी के चलते एक ओर बड़ी खबर सामने आ रही है कि इस बार कर्मचारियों के कई मौजूदा भत्तों को नए वेतन आयोग में खत्म किया जाएगा। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
कैसे होता है भत्तों के सरलीकरण
वर्तमान में चल रहे सातवें वेतन आयोग (7th CPC) के समय बड़ी संख्या में भत्तों की समीक्षा की गई थी, जिसके बाद कई भत्तों को समाप्त कर दिया गया था। एक्सपर्ट के मुताबिक इस बार भी सरकार 'भत्तों के सरलीकरण' (Simplification of allowances) की दिशा में अहम कदम उठा सकती है, जिसका सीधा अर्थ है कि जिन भत्तों की अब कोई जरूरत नहीं रही है, उन्हें समाप्त किया जा सकता है।
क्या हुआ था 7वें वेतन आयोग में
सातवें वेतन आयोग (7th cpc updates) की समीक्षा के बाद यह पता लगा था कि तकरीबन 196 अलग-अलग भत्ते मौजूद थे, जिनमें कई तो एक जैसे थे या फिर इनका यूज बेहद सीमित था। उसके बाद 7वें वेतन आयोग में उनमें से 52 भत्तों को समाप्त करने की सिफारिश की गई थी। उसके बाद 36 भत्तों को दूसरे भत्तों में जोड़ दिया गया था। इसके बाद सरकार ने कई भत्तों को हटा दिया और कुछ को नए नाम और नियमों के तहत लागू कर दिया था।
बेसिक सैलरी पर हो सकता है फोकस
जानकारी के अनुसार आठवें वेतन आयोग (eighth pay commission) में भी इसकी प्रोसेस को रिपिट किया जा सकता है। जानकारों का कहना है कि आठवें वेतन आयोग में भत्तों की संख्या कम की जा सकती है, लेकिन पारदर्शिता पर फोकस बढ़ सकता है। यानी आठवें वेतन में आयोग का फोकस "कम अलाउंस और ज्यादा ट्रांसपेरेंसी" (Less allowances and more transparency) पर हो सकता है।
बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते पर टिकी सरकार की नजर
डिजिटलाइजेशन और नई प्रशासनिक प्रणाली के चलते कई पुराने भत्ते अपनी अहमियत समाप्त कर चुके हैं। ऐसे में उन्हें खत्म किया जा सकता है। वहीं, एक जैसे मकसद वाले भत्तों को मिलाकर सैलरी और अलाउंस के स्ट्रक्चर (UP Employees Salary Structure) को और ज्यादा बनाया जा सकता है। जानकारी के अनुसार इस बार सरकार का जोर बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) को ज्यादा मजबूत करने पर टिका हुआ है, जबकि छोटे-छोटे भत्तों को सरकार समाप्त कर सकती है।
इन भत्तों पर चलेगी सरकार की कैंची
उम्मीद की जा रही है कि इस बार आठवें वेतन आयोग में ट्रैवल अलाउंस (Travel Allowance in 8th CPC), स्पेशल ड्यूटी अलाउंस, छोटे स्तर के रीजनल भत्तों और कुछ विभागीय अलाउंस को समाप्त किए जाने के आसार है। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। सरकार का मकसद इस बार भी सैलरी स्ट्रक्चर (UP Employees Salary Structure) को "तार्किक और आसान" बनाना है।
क्या पड़ेगा कर्मचारियों पर असर
अब आप सेाच रहे होंगे कि भत्ते घटने का क्या अर्थ है तो बता दें कि भत्ते घटने (reduction of allowances) का अर्थ यह नहीं है कि कर्मचारियों की कमाई कम हो जाएगी। सरकार ऐसा संतुलन बनाती है कि बेसिक पे और DA को बढ़ा दिया जाए। इससे कर्मचारियों की आय के साथ ही पेंशन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बता दें कि पेंशन का कैलकुलेशन अलग-अलग भत्तों पर नहीं, बल्कि बेसिक पे और DA (Basic Pay and DA) पर होता है।