UP के 2 जिलों के 164 गांवों से होकर गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे, अगस्त से शुरू होगा जमीन अधिग्रहण का काम, मिली मंजूरी
UP New Expressway : उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी में सुधार करने के लिए योगी सरकार तेजी से कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश के कई बड़े महानगरों पर बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का बड़े स्तर पर निर्माण किया जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश में एक और नया एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है जो दो जिलों के 164 गांवों को एक साथ जोड़ेगा। चलिए जानते हैं कब से शुरू होगा इस एक्सप्रेसवे का काम -
HR Breaking News Gorakhpur-Siliguri Expressway News: उत्तर प्रदेश सड़क कनेक्टिविटी के मामले में देश का नंबर वन राज्य है। यूपी में देश के सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे हैं जो कई राज्यों और जिलों को एक साथ जोड़ते हैं। इनसे प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियां सुचारू रूप से चलती हैं।
इन एक्सप्रेसवे (UP New Expressway) के दम पर ही यूपी दिन दौगुनी रात चौगुनी कर रहा है। यूपी के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कार्यकाल के बाद से प्रदेश में एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे का निर्माण करवा रहे हैं। अब हाल ही में योगी सरकार ने यूपी को एक और नए एक्सप्रेसवे की सौगात दी है।
164 गांवों से होकर निकलेगा ये एक्सप्रेसवे -
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) का निर्माण किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे अब गोरखपुर से कुशीनगर के 164 गांवों को एक साथ जोड़ेगा। वहीं, 10 माह पहले हुए सर्वे में देवरिया भी इसमें शामिल था। अब फिर से एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट तय किया गया है। एक रिपार्ट तैयार की गई है, जिसमें साफ तौर पर बताया गया है कि गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway Update) किन किन गांवों से जोकर गुजरेगा, जबकि बिहार में यह प्रक्रिया पहले ही पूर्ण की जा चुकी है। बता दें कि इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 525.590 किलोमीटर होगी। इसमें से 86.600 किलोमीटर लंबाई गोरखपुर-कुशीनगर में होगी।
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway) के साथ बनाने के लिए साल 2022 में खाका खिंचा गया था। अगस्त 2024 तक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर होते हुए एक्सप्रेसवे बनाने की योजना थी, जिसमें गोरखपुर मंडल में 112 किलोमीटर लंबाई थी। एलाइनमेंट कमेटी ने दूरी कम करने को निर्माणाधीन जगदीशपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन से एक्सप्रेसवे शुरू करने का सर्वे कराया तो 26.600 किलोमीटर दूरी कम हो गई।
दो महीने पहले ही गोरखपुर-कुशीनगर होते हुए एक्सप्रेसवे (UP Expressway) का निर्माण करना कंफर्म हुआ है। अब एनएचएआई (NHAI) ने जिला प्रशासन से राजस्व नक्शा मांगा है, ताकि जल्द से जल्द जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके।
गोरखपुर में तहसील सदर क्षेत्र में गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की लंबाई 8 किलोमीटर होगी। कुशीनगर-लखनऊ हाईवे से निर्माणाधीन जगदीशपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन पर एक्सप्रेसवे शुरू होगा।
नया एक्सप्रेसवे (new expressway) हाईवे से करीब 4 किलोमीटर दूर स्थित सरंडा गांव से शुरू होगा। गोरखपुर में 23 राजस्व गांवों एवं कुशीनगर के हाटा, कसया एवं तमकुहीराज तहसील के 141 गांवों से होते हुए एक्सप्रेसवे बनाने का प्लान तैयार किया गया है।
एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए तैयार होगी सर्वे रिपोर्ट -
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Siliguri Expressway) में राजस्व गांवों के एलाइनमेंट की प्रक्रिया के बाद अब सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उसके आधार पर थ्रीडी सर्वे होगा। इसमें रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि किन किसानों की जमीन का अधिग्रहण होगा और उस भूमि का कौन मालिक है। इसमें गांटा संख्या और रकबा तय होगा। उसके मुताबिक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
164 गांवों का मांगा राजस्व नक्शा -
कर्महा तप्पा पतरा, महराजी तप्पा पतरा, सोनवे गोनरहा, अगया तप्पा पतरा, उसका, मटिहनिया जनुबी, भापुरवा, गौरा, सदर तहसील के सरंडा, रमवापुर,नैयापार खुर्द, राउतपुर, महुअवा खुर्द, बसंतपुर बसंतपुर तप्पा केवटली, बसंतपुर मुतंजा, लुहसी, एहतेमाली, बसंतपुर खास, हेमछापर गांवों के अलावा कुशीनगर के हाटा, कसया और तमकुहीराज तहसील के कुल 164 गावों का राजस्व नक्शा मांग गया है। इन गांवों से होकर यह एक्सप्रेसवे निकलेगा। इसके तैयार होने के बाद लाखों लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
NHAI अधिकारी ने कही ये बात -
एनएचएआई (NHAI) के पीडी ललित प्रताप पाल का कहना है कि गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। अब गोरखपुर-कुशीनगर जिले से होते हुए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। जिला प्रशासन से संबंधित गांवों का राजस्व नक्शा मांगा गया है। इस प्रक्रिया के बाद एक्सप्रेसवे का खाका खिंचा जाएगा।