UP Expressway : उत्तर प्रदेश का नया एक्सप्रेसवे बढ़ाएगा जमीन के रेट, 131 गांवों से होकर गुजरेगा रूट
UP Expressway : यूपी वालों को इस वर्ष 2025 में कई नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिली है और अब जल्द ही यूपी में एक नया एक्स्रप्रेसवे बनाने को लेकर खाका तैयार किया जा रहा है। इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से यूपी के कई जिलों में जमीनों के रेट(land rates in Up ) बढ़ सकते हैं। ये नया एक्सप्रेसवे 131 गांवों से होकर गुजरने वाला है। आइए विस्तार से जानते हैं यूपी के इस एक्सप्रेसवे के बारे में।
HR Breaking News : (UP Expressway) यूपी में अब एक नए एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है। इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से यूपी के लोगों को ओर आस-पास के जिलों के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी, उद्योग और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। बताया जा रहा है कि यूपी का ये नया एक्सप्रेसवे (UP New Expressway) बनने से जमीन के रेट में इजाफा हो सकता है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं यूपी के इस एक्सप्रेसवे के बारे में।
यातायात सुगम बनाने के लिए तैयार हुआ ये प्लान
जानकारी के मुताबिक यह एक्सप्रेसवे बिजनौर जिले में बालावाली इलाके से शुरू होगा और स्योहारा से आगे की ओर जाएगा। हालांकि यातायात सुगम बनाने के लिए इस रास्ते में कई जगह पुल, ओवरब्रिज और फ्लाईओवर (UP flyover) बनाने का प्लान बनाय गया है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल दो से ज्यादा ऑप्शनल रूट पर विचार किया जा रहा है। बाकी अंतिम फैसला ट्रैफिक दबाव, जनसंख्या घनत्व और भविष्य के औद्योगिक विकास को देखते हुए ही लिया जाएगा।
पहले प्रशासन को भेजा गया था ये प्रस्ताव
कुछ वर्षों पहले यह भी सुझाव सामने आया था किचांदपुर बायपास से होकर एक्सप्रेसवे निकाला जाए, लेकिन उस समय के जिलाधिकारी ने प्रशासन को प्रस्ताव भेजा था कि चांदपुर क्षेत्र को इंडस्ट्रियल हब के तौर पर विकसित किया जाना चाहिए, ताकि एक्सप्रेसवे (UP Expressway Projects) का लाभ स्थानीय उद्योग और रोजगार तक पहुंच सकें। हालांकि अब नए रूट में बालावाली से स्योहारा-जसपुर मार्ग तक के खाके का निर्माण किया जा रहा है।
बड़े शहरों से मजबूत होगी कनेक्टिविटी
जैसे ही ये एक्सप्रेसवे (UP New Expressway) बनकर तैयार हो जाता है तो इससे बिजनौर से गोरखपुर, शामली और पानीपत जैसे बड़े शहरों तक का आवागमन आसार होगा और इससे कृषि उत्पादों को नए बाजार मिलेंगे और साथ ही छोटे व्यापारियों को भी बड़े शहरों तक सीधी पहुंच का लाभ मिलेगा।
भले ही यूपी का ये नया एक्सप्रेसवे 131 गांवों से होकर गुजरेगा, इसमे प्रशासन को जमीन अधिग्रहण (land acquisition) और पुनर्वास जैसी चुनौतियां का भी सामना करना पड़ेगा, लेकिन फिर भी प्रशासन ने इन हालात से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।
किसानों की ली जाएगी राय
एनएचएआई (NHAI) अधिकारियों का कहना है कि एलाइमेंट सर्वेक्षण का काम सावधानी से किया जा रहा है और आने वाले समय में डीपीआर सरकार को सौंप दी जाएगी। डीपीआर (DPR) सौपें जाने के बाद भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होगा। इस प्रोसेस में ग्रामीणों और किसानों की एडवाइस भी ली जाएगी ताकि विकास कार्यों के साथ ही लोगों के हित सुरक्षित रहें।
बिजनौर की बदल जाएगी तस्वीर
बता दें कि गोरखपुर-शामली–पानीपत एक्सप्रेसवे (Gorakhpur–Shamli–Panipat Expressway) बिजनौर की तस्वीर को पूरी तरह बदल देगा। इससे तेज रफ्तार कनेक्टिविटी होगी और साथ ही उघोग और रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। एक्सपर्ट का कहना है कि इस प्रोजेक्ट (UP New Projects) से बिजनौर आने वाले समय में यह औद्योगिक नक्शे पर एक मजबूत पहचान कायम कर सकता है।