Uttar Pradesh News : यूपी के 40 गांवों के किसानों की होगी चांदी, एक्सप्रेसवे का निर्माण जल्द होगा शुरू

Uttar Pradesh News : यूपी में एक ओर एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर तैयारी चल रही है। इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से जाम की परेशानी से भी छुटकारा मिलेगा। यूपी (Uttar Pradesh News) में इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से 40 गांवों के किसानों की मौज हो जाएगी। आइए खबर में जानते हैं इस एक्सप्रेसवे के बारे में।

 

HR Breaking News : (Uttar Pradesh) अब यूपी में एक ओर नए एक्सप्रेसवे को लेकर कवायद चल रही है और इसके निर्माण का काम जल्द शुरू होने की संभावना है। यूपी में इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से 40 गांवों के किसानों को बंपर लाभ हो सकता है। यूपी के इस लंबे एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) के निर्माण से लंबा सफर कुछ ही घंटो में पूरा हो सकेगा। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं इस एक्सप्रेसवे के बारे में।

कौन सा है ये एक्सप्रेसवे 


बता दें कि आगरा से अलीगढ़ तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (UP Greenfield Expressway) का निर्माण प्रस्तावित करने का प्लान किया गया है। यह एक्सप्रेसवे तकरीबन 65 किलोमीटर लंबा होगा, यह एक्सप्रेसवे हाथरस जिले से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से दोनों जिलों में आवाजाही आसान होगी और यह सफर एक घंटे में पूरा हो सकेगा। यानी समय बचने के साथ ही दूरी भी कम होगी। 

आगरा अलीगढ़ एक्सप्रेसवे पर अपडेट


आगरा-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे (Agra-Aligarh Expressway) के निर्माण के लिए 136 पेड़ को काटा जाएगा, जिनको चिन्हित किया जा चुका है। इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपी जाएगी।  सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिलते ही निर्माण एजेंसी को दस गुना ज्यादा पौधे लगाने होंगे। उसके बाद केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति (CEC) की टीम छानबीन के बाद सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंप देगी। जैसे ही इसकी परमिशन मिलती है तो परमिशन मिलने के बाद एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू हो जाएगा।

दो चरणों में पूरा होगा काम 


दरअसल, आपको बता दें कि आगरा-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे (Agra-Aligarh Expressway) के पहले चरण की लंबाई 28 किलोमीटर है। इसको बनाने में तकरीबन 716.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जबकि एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 1536.9 करोड़ रुपये आंकी गई है।


बता दें कि भारत मामला परियोजना (India Case Project) का यह एक्सप्रेसवे एक हिस्सा है। इसका इसका पहला खंड अलीगढ़ के नेशनल हाईवे 509 से हाथरस बॉर्डर से सटे असरोई तक होकर के जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह जल्द ही पूरा होने वाला है, उसके बाद ही इसे लोगों के लिए खोला जाएगा।

हाथरस जिले 48 गांव होंगे शामिल


इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए हाथरस जिले के 48 गांवों की कुल 322 हेक्टेयर जमीन को लिया जाना है। जानकारी के अनुसार आधे से ज्यादा किसानों को इसके लिए मुआवजा मिल चुका है। यह एक्सप्रेसवे फोरलेन का बनाया जाएगा, जिसे आगरा-नोएडा यमुना एक्सप्रेसवे  (Agra-Noida Yamuna Expressway) से भी सीधे तौर पर कनेक्ट किया जाएगा।